MP Election 2018 : वारासिवनी में भाजपा ने बागी निर्दलीय प्रत्याशी गौरव को मनाया

MP Election 2018 :मान-मनौव्वल के बाद सीएम ने पारधी को मना लिया और मंच पर लाकर भाजपा के प्रत्याशी डॉ. योगेंद्र निर्मल के समर्थन का एलान करा दिया।

By Hemant UpadhyayEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 08:51 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 08:51 PM (IST)
MP Election 2018 : वारासिवनी में भाजपा ने बागी निर्दलीय प्रत्याशी गौरव को मनाया
MP Election 2018 : वारासिवनी में भाजपा ने बागी निर्दलीय प्रत्याशी गौरव को मनाया

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार से अपने 'आपरेशन बागी" की शुरूआत की है। पहले चरण में वारासिवनी सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निर्दलीय और भाजपा के बागी गौरव पारधी को पार्टी में वापस ले आए।

पारधी को यहां मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा था। इस सीट से शिवराज के साले संजय सिंह मसानी चुनाव लड़ रहे हैं। मसानी को यहां से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है।

प्रदेश के बालाघाट जिले की हाई प्रोफाइल वारासिवनी सीट पर भाजपा और खासतौर से सीएम की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा की लड़ाई मसानी से तो है ही, पार्टी के ही एक बागी गौरव पारधी ने और संकट खड़ा कर दिया था। पारधी के कारण पंवार जाति के वोटों का ध्रुवीकरण हो रहा था।

इससे निपटने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को वारासिवनी गए तो वे सीधे भाजपा के बागी गौरव पारधी से उनके घर पर मिले। काफी देर मान-मनौव्वल के बाद सीएम ने पारधी को मना लिया और मंच पर लाकर भाजपा के प्रत्याशी डॉ. योगेंद्र निर्मल के समर्थन का एलान करा दिया।

पंवार जाति का होने से इस वर्ग के वोट बैंक में पारधी की पकड़ मजबूत थी पर यही वर्ग भाजपा का परम्परागत वोट बैंक माना जाता है। इसके चलते भाजपा प्रत्याशी डॉ. योगेंद्र निर्मल को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। दूसरी ओर कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल गुड्डा के निर्दलीय खड़े होने से कांग्रेस के वोट भी बंट गए हैं।

एक अन्य बसपा प्रत्याशी रामकुमार नगपुरे भी मैदान में हैं। जिनके साथ लोधी और बीड़ी बनाने वाले अनुसूचित जाति के लोग हैं। इस तरह पांच मजबूत प्रत्याशियों की मौजूदगी के कारण भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई थीं। पारधी को बैठाने के बाद पार्टी अन्य सीटों पर भी बागियों को बैठाने की कोशिश कर रही है। 

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