MP Chunav 2018 : भाजपा-कांग्रेस के 70 फीसदी प्रत्याशी किसान

MP Chunav 2018 प्रदेश की सियासत में दमखम रखने वाले नेता मुख्य रूप से कृषि पर आश्रित हैं।

By Hemant UpadhyayEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 09:55 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 01:55 AM (IST)
MP Chunav 2018 : भाजपा-कांग्रेस के 70 फीसदी प्रत्याशी किसान
MP Chunav 2018 : भाजपा-कांग्रेस के 70 फीसदी प्रत्याशी किसान

भोपाल। पंद्रहवीं विधानसभा के लिए किस्मत आजमा रहे भाजपा और कांग्रेस के 70 फीसदी प्रत्याशियों की आमदनी का मुख्य जरिया खेती है। प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र में इसका उल्लेख किया है। इनमें से करीब 30 फीसदी प्रत्याशी दुग्ध व्यवसाय, पशुपालन से जुड़े हैं। जबकि कुछ प्रत्याशी पेट्रोल पंप, वेयर हाउस और गैस एजेंसियां संचालित करते हैं।

प्रदेश की सियासत में दमखम रखने वाले नेता मुख्य रूप से कृषि पर आश्रित हैं। वे स्वयं, पत्नी सहित आश्रितों के नाम से खेती करते हैं। उनका आय का मुख्य स्रोत भी कृषि ही है। राजनीति में रहते हुए नेताओं ने आय के और भी स्रोत तैयार किए हैं। इनमें से ज्यादातर कृषि पर आधारित लघु और मध्यम उद्योग हैं। प्रदेश के मुखिया और बुधनी से भाजपा के प्रत्याशी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पत्नी साधनासिंह के साथ मिलकर डेयरी का संचालन करते हैं।

उनकी डेयरी के अलावा कृषि, उद्यानिकी और बैंक ब्याज मिलाकर सालाना 55 लाख रुपए से ज्यादा की आय है। जबकि उनके विरुद्ध मैदान में उतरे कांग्रेस के प्रत्याशी अरुण यादव की आय एक करोड़ रुपए से ज्यादा है। यादव की आमदनी के मुख्य स्रोत वेतन के अलावा कृषि और रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित अन्य व्यवसाय हैं।

बालाघाट से भाजपा के प्रत्याशी और कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन की आमदनी का मुख्य स्रोत दुग्ध व्यवसाय है। वे दुग्ध व्यवसाय के अलावा वेतन भत्ते, पशुपालन और कृषि से सालाना 20 लाख से ज्यादा कमाते हैं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री एवं शहपुरा से भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश धुर्वे कृषि, पेट्रोल पंप और वेतन भत्तों से सालाना 18 लाख रुपए कमाते हैं।

भाजपा सरकार में राज्यमंत्री और नरसिंहपुर से भाजपा के प्रत्याशी जालमसिंह पटेल सालाना 15 लाख से ज्यादा कमाते हैं। उनकी आय का मुख्य स्रोत कृषि, वेयर हाउस किराया और वेतन भत्ते हैं। विजयपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रामनिवास रावत वेतन, कृषि और ब्याज से करीब 15 लाख रुपए सालाना कमा रहे हैं।

अटेर से भाजपा प्रत्याशी अरविंद भदौरिया की आय का मुख्य स्रोत कोचिंग क्लास, हॉस्टल, पेंशन और पारिवारिक संपत्ति से आने वाला किराया है। वे करीब 77 लाख रुपए सालाना कमाते हैं। जबकि इसी सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हेमंत कटारे की आय तीन लाख रुपए है।

भाजपा के टिकट पर भिंड से चुनाव मैदान में उतरे चौधरी राकेश सिंह, भितरवार से भाजपा प्रत्याशी अनूप मिश्रा, दतिया से भाजपा के नरोत्तम मिश्रा, पिछौर से कांग्रेस के प्रत्याशी केपी सिंह, लहार से कांग्रेस के डॉ. गोविंद सिंह की आय का मुख्य स्रोत खेती ही है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई, पूर्व सांसद और चांचौड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह की आय भी कृषि पर आधारित है। प्रदेश के गृहमंत्री और खुरई से भाजपा के उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह कृषि के अलावा मैरिज गार्डन और डेयरी भी संचालित करते हैं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नजदीकी एवं प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह की आमदनी भी कृषि पर आधारित है। वे सिलवानी से भाजपा के प्रत्याशी हैं।  

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