Madhya Pradesh Elections 2018 : कांग्रेस से बागी माया का इस्तीफा, जेवियर मेढ़ा निष्कासित
Madhya Pradesh Elections 2018 कई बड़े नेताओं ने दूसरी पार्टी के सहारे चुनाव मैदान में कदम रख दिया है
भोपाल। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरी उज्जैन की माया त्रिवेदी ने पार्टी छोड़ दी है। वहीं सांसद कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी बनकर लड़ रहे जेवियर मेढ़ा को कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया है।
इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने असंतुष्टों को मनाने के काफी प्रयास किए। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दिल्ली से आए एआईसीसी पर्यवेक्षक राजेश मिश्रा व पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा कमान संभाले थे। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने भी सुबह कई असंतुष्टों से चर्चा की तो पीसीसी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने भी कुछ नाराज नेताओं से बातचीत की।
हालांकि इस कवायद के बाद भी कई बड़े नेताओं ने दूसरी पार्टी के सहारे चुनाव मैदान में कदम रख दिया है तो कुछ निर्दलीय के रूप में ही चुनाव मैदान में हैं।
झाबुआ विधानसभा सीट पर जेवियर मेढ़ा निर्दलीय प्रत्याशी हैं जो पिछली बार कांग्रेस प्रत्याशी थे। इस बार कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत को टिकट मिलने उनका टिकट कट गया है। काफी मान मनोव्वल के बाद भी जेवियर मेढ़ा ने जब निर्दलीय प्रत्याशी का नामांकन वापस नहीं लिया तो पीसीसी के चंद्रप्रभाष शेखर ने उनके निष्कासन का आदेश जारी कर दिया।
उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र भारती के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रही माया त्रिवेदी को दिग्गजों ने मनाने की कोशिश की। जब दबाव ज्यादा बना तो माया ने कांग्रेस पार्टी ही छोड़ दी। वहीं टिकट नहीं मिलने से नाराज कुछ कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में भी चले गए।
समाजवादी पार्टी का दामन थामने वालों में बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी के पूर्व विधायक प्रताप सिंह उइके, छतरपुर जिले में पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी राजेश शुक्ला व नितिन चतुर्वेदी सपा से और बहुजन समाज पार्टी से ग्वालियर जिले के साहिब सिंह गुर्जर व राजेश मेहतो चुनाव मैदान में उतर आए हैं।