Madhya Pradesh Chunav 2018: होशंगाबाद में 360 संवेदनशील केंद्रों पर होगी आधुनिक तकनीक से निगरानी

जिले के कुल 1174 मतदान केंद्रों में से 360 मतदान केंद्र संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में हैं।

By Rahul.vavikarEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 04:17 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 04:17 PM (IST)
Madhya Pradesh Chunav 2018: होशंगाबाद में 360 संवेदनशील केंद्रों पर होगी आधुनिक तकनीक से निगरानी
Madhya Pradesh Chunav 2018: होशंगाबाद में 360 संवेदनशील केंद्रों पर होगी आधुनिक तकनीक से निगरानी

होशंगाबाद, नवदुनिया प्रतिनिधि। मतदान के लिए अब सिर्फ छह दिन बचे हैं। वोटिंग का प्रतिशत बढ़ाने के

साथ प्रशासन का ध्यान मतदान केंद्रों की सुरक्षा पर ज्यादा है। जिले के पिपरिया, सिवनीमालवा और सोहागपुर

विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल यहां पर सबसे ज्यादा संवेदनशील

मतदान केंद्र हैं। 28 नवंबर के पहले ही इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

जिले के कुल 1174 मतदान केंद्रों में से 360 मतदान केंद्र संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में हैं। इसमें अकेले पिपरिया विस क्षेत्र में ही 100 मतदान केंद्र शामिल हैं। सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र में सिवनीमालवा विधानसभा क्षेत्र से कम संवेदनशील केंद्र हैं। बावजूद इसके सोहागपुर के मतदान केंद्रों को लेकर प्रशासन की चिंता ज्यादा है। सोहागपुर में 86 व सिवनीमालवा में 98 मतदान केंद्र संवेदनशील है।

वेबकास्ट और सीसीटीवी से होगी निगरानी

य वेबकास्ट: जिले के 142 मतदान केंद्रों पर वेबकास्ट के जरिए निगरानी रखी जाएगी। इस तकनीक के जरिए मतदान केंद्र से प्रसारण होने से वहां की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। पिछले चुनाव में इस तकनीक का उपयोग किया गया। इसके लिए ई-गवर्नेंस टीम और रोजगार सहायकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

- सीसीटीवी: 151 मतदान केंद्रों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। इनकी सहायता से

मतदान केंद्र की हर गतिविधि रिकार्ड की जाएगी। जरुरत पढ़ने पर प्रशासन इसकी फुटेज उपयोग कर सकता

है। कलेक्ट्रेट में इनका कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

- वीडियोग्राफी: जिले के 87 मतदान  केंद्रों पर वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी रहेंगे, लेकिन वीडियोग्राफी के जरिए रिकार्ड भी रखा जाएगा। जिले में 87 मतदान केंद्रों पर यह तकनीक अपनाई जा रही है। इसके लिए प्रशासन ने कैमरों की व्यवस्था भी अपने स्तर पर कर ली है। 

यह है संवेदनशील केंद्रों के चयन का आधार

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका दास के मुताबिक संवेदनशील मतदान केंद्र के चयन के तीन आधार तय किए गए हैं।

- पूर्व में हुई घटनाएं- ऐसे मतदान केंद्र जहां किसी ना किसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।

- मतदान 90 फीसदी से अधिक - प्रशासन का मानना है कि 90 फीसदी से अधिक मतदान होना भी संदेह के घेरे में आता है ।

किसी एक अभ्यर्थी के पक्ष में 75 प्रतिशत अधिक मतदान

- एक अभ्यर्थी के पक्ष में यदि 75 प्रतिशत से अधिक मतदान होता है तो उसे संवेदनशील माना गया है।

इतने केंद्र हैं संवेदनशील

पिपरिया 100

सोहागपुर 86

सिवनीमालवा 98

होशंगाबाद 76

सुरक्षा के इंतजाम किए

जिले के सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर हमारा फोकस ज्यादा है। तैयारियों के दौरान जो जानकारी सामने आई है, उसके आधार पर इन केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है- प्रियंका दास, कलेक्टर, जिला निर्वाचन अधिकारी, होशंगाबाद

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