UP Lok Sabha Election Results 2019 : मोदी का जलवा बरकरार, फिर खिला कमल- देखें 80 सीटों का ब्यौरा

UP Lok Sabha Election Results 20192014 में मोदी की लहर के बीच भाजपा ने उत्तर प्रदेश में जो करिश्मा किया उसी राह पर भाजपा ने इस बार भी अपना परचम लहराया। भाजपा ने 80 में से 62 जीती।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 24 May 2019 01:56 PM (IST) Updated:Sat, 25 May 2019 08:36 AM (IST)
UP Lok Sabha Election Results 2019 : मोदी का जलवा बरकरार, फिर खिला कमल- देखें 80 सीटों का ब्यौरा
UP Lok Sabha Election Results 2019 : मोदी का जलवा बरकरार, फिर खिला कमल- देखें 80 सीटों का ब्यौरा

लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 यानी 17वीं लोकसभा के परिणाम में भाजपा को उत्तर प्रदेश में बड़ी सफलता मिली। 2014 में मोदी की लहर के बीच भाजपा ने उत्तर प्रदेश में जो करिश्मा किया, उसी राह पर भाजपा ने इस बार भी अपना परचम लहराया। भाजपा ने 80 में से 62 जीती। इनके साथ में गणबंधन करने वाली अपना दल (एस) ने भी दो जीत अपने नाम कर ली। उत्तर प्रदेश में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा के नेताओं की मेहनत का परिणाम सामने आ गया। कांग्रेस भले ही एक सीट पर जीत दर्ज कर सकी, लेकिन इसने गठबंधन को काफी नुकसान पहुंचाया। आठ सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस के चलते महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। आठ में तीन पर सपा के प्रत्याशी थे, जबकि पांच पर बसपा प्रत्याशी भाजपा के सामने थे।

1- Saharanpur: सहारनपुर से बसपा उम्मीदवार हाजी फजरुल रहमान ने जीत हासिल की। सहारनपुर से बसपा के हाजी फजरुल रहमान ने 22417 मतों से जीत हासिल की है। फजरुल रहमान को कुल 5,14,139 वोट मिले हैैं। उन्होंने भाजपा के राघव लखनपाल को हराया है। लखनपाल को 4,91,722 वोट मिले हैैं। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के इमरान मसूद रहे, उन्हें 2,07,068 वोट मिले हैैं।

2 - Kairana :कैराना लोकसभा चुनाव में भगवा लहर एक बार फिर से कामयाब हुई है। उपचुनाव में हार के बाद सबक लेते हुए भाजपा ने आमजन को एकजुट किया। जिसके बाद भाजपा के प्रदीप चौधरी ने सपा प्रत्याशी तबस्सुम बेगम को हराकर जीत का परचम लहराया। भाजपा ने गठबंधन प्रत्याशी को 92 हजार 160 वोटों से पराजित कर नया इतिहास रचा है। मतगणना के पहले चरण से ही भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी बढ़त बनाए रहे। उन्हें कुल 5,66,961 वोट मिले, दूसरे स्थान पर रहीं तबस्सुम को 4,74,801 वोट मिले हैं। कांग्रेस के हरेंद्र सिंह मलिक 69,355 वोट प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे।

3- Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर से भाग्य आजमा रहे रालोद के अध्यक्ष अजित सिंह छह बार सांसद रह चुके हैं। वह सातवीं बार चुनाव जीतने के लिए मैदान में ताल ठोंक रहे थे, लेकिन उन्हें हार का मुुंह देखना पड़ा। भाजपा के उम्मीदवार संजीव कुमार बालियान ने उन्हें 6526 मत से पराजित किया। संजीव कुमार बालियान को 5,73,780 और अजित सिंह को 567254 वोट मिले।

4- Bijnor : लोकसभा चुनाव के तहत उत्तर प्रदेश की बिजनौर सीट से गठबंधन प्रत्याशी बसपा के मलूक नागर ने इसी सीट से बीजेपी सांसद और प्रत्याशी राजा भारतेंद्र सिंह को 69941 वोटों से शिकस्त देकर यह सीट भगवा पार्टी से छीन ली. इस सीट पर बीजेपी, बसपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला। मलूक नागर को 5,61,045 वोट और राजा भारतेंद्र सिंह को 4,91,104 वोट मिले हैं। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दीकी रहे, उन्हें 25,833 वोट मिले हैं।बिजनौर लोकसभा सीट पर 30 साल बाद बसपा परचम लहराने में कामयाब रही। 1989 में बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद कोई भी बसपाई बिजनौर लोकसभा सीट पर चुनाव नहीं जीत पाया था। 1989 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिजनौर से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी। बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर मायावती पहली बार सांसद बनीं थीं। उन्होंने जनता दल के मंगलराम प्रेमी को चुनाव में मात दी थी।  मायावती के बाद बसपा के दिग्गज बिजनौर लोकसभा सीट से अपनी किस्मत तो आजमाते रहे, पर विजय पताका नहीं फहरा सके। सांसद बने मलूक नागर भी दूसरी बार बसपा के टिकट पर बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े। इस बार उन्हें चुनाव जीतने में सफलता मिल गई। मायावती के बाद मलूक नागर अकेले ऐसे नेता हैं जो बसपा के टिकट पर चुनाव जीते हैं। इसके अलावा 2009 में बनी नगीना सीट पर भी बसपा अब तक परचम नहीं लहरा सकी थी। 2009 में सपा के यशवीर सिंह इस सीट से सांसद बने। 2014 में मोदी लहर में भाजपा के डा.यशवंत सिंह ने यह सीट जीती थी।  बसपा प्रत्याशी गिरीशचंद्र तीसरे स्थान पर रहे थे। गिरीशचंद्र पहली बार बसपा के टिकट पर सांसद बने हैं। वे नगीना सीट पर बसपा की विजय पताका लहराने में कामयाब रहे।

5- Nagina: नगीना से गठबंधन के प्रत्याशी बसपा के ग्रीश चंद्र ने जीत दर्ज की। बिजनौर की नगीना सुरक्षित सीट पर गठबंधन से भाजपा को झटका दिया है। गठबंधन के प्रत्याशी बसपा के ग्रीश चंद्र ने सांसद भाजपा के यशवंत को एक लाख 66832 वोट से हराया। ग्रीश ने पहले चरण से ही बढ़त ले ली थी। ग्रीश चंद्र को कुल पांच लाख 68378 वोट मिले। भाजपा के डॉ. यशवंत सिंह को चार लाख एक हजार 546, कांग्रेस की ओमवती को 20,046 वोट मिले हैं।

6- Moradabad : मुरादाबाद में 2104 में सर्वेश कुमार सिंह ने डॉ. हसन को 87,504 मतों से हराया था। इस बार डा. हसन ने भाजपा प्रत्याशी सर्वेश सिंह को 97,878 मतों से पराजित किया। उनको कुल 6,49,416 मत मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी सर्वेश सिंह को 5,51,538 मत मिल सके। मुरादाबाद लोकसभा सीट के लिए भाजपा ने दिग्गजों की फौज का उतारा था। 

7- Rampur: इस चुनाव में सबसे चर्चित सीटों में एक रही रामपुर से सपा उम्मीदवार आजम खान ने बाजी मार ली। उन्होंने भाजपा की उम्मीदवार जया प्रदा को 1,09,997 मतों से पराजित किया। आजम खां कुल 5,59,177 वोट मिले, जबकि जयाप्रदा को 4,49,180 वोट मिले हैैं। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के संजय कपूर रहे। उन्हें 35009 वोट मिले।

8- Sambhal: संसद में वंदे मातरम का विरोध करने वाले डॉ. शफीकुर्रमान बर्क ने संभल से भाजपा को झटका दिया। बर्क ने 1,74,826 वोटों से जीत गए हैं। भाजपा प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी को 4,83,180 वोट मिला। संभल से पहले भी सांसद रहे डॉ. बर्क को 2014 में हार झेलनी पड़ी थी। जीत के बाद बर्क ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं 'वंदे मातरम' को फॉलो नहीं करता हूं।

9 - Amroha : अमरोहा में 17वीं लोकसभा के चुनाव में गठबंधन प्रत्याशी बसपा के कुंवर दानिश अली ने शानदार जीत दर्ज की। दानिश अली ने सांसद भाजपा के कंवर सिंह तंवर को 158214 मत से हराया। इस सीट पर 71.04 फीसदी लोगों ने मताधिकार  का  इस्तेमाल  किया था। मूलत : हापुड़ जनपद के गढ़ क्षेत्र निवासी कुंवर दानिश अली कर्नाटक में देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस में सक्रिय थे। लोस चुनाव से पहले जेडीएस छोड़कर बसपा में शामिल हो गए। तय रणनीति के तहत बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें अमरोहा से गठबंधन प्रत्याशी घोषित कर दिया। रालोद भी इस गठबंधन का हिस्सा था। 

10 -Meerut : मेरठ में सांसन राजेंद्र अग्रवाल ने जीत की अपनी हैट्रिक पूरी की। उनको गठबंधन प्रत्याशी बसपा के हाजी याकूब कुरैशी ने काफी संघर्ष कराया। लड़ाई काफी करीबी रही और कांग्रेस के चलते महागठबंधन की हार हुई। भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र अग्रवाल ने 586184 वोटों के साथ कुल 48.19 प्रतिशत लोगों का समर्थन हासिल किया। बसपा के हाजी याकूब कुरैशी को 5,81,455 वोट मिला। 47.80 प्रतिशत वोट के साथ वह विजय प्रत्याशी के काफी करीब रहे। कांग्रेस के हरेंद्र अग्रवाल 34,479 वोटों के साथ 2.83 प्रतिशत मत प्राप्त कर सके। उनके सारे वोट महागठबंधन को काफी भारी पड़ गए।

11- Bagpat: बागपत लोकसभा सीट से दिलचस्प लड़ाई देखने को मिली। यहां आरएलडी से जयंत चौधरी और केंद्रीय मंत्री भाजपा से डॉ. सत्यपाल सिंह के बीच कांटे की टक्कर हुई। कभी जयंत आगे रहते तो कभी डॉ. सत्यपाल सिंह। आखिरकार डॉ. सत्यपाल सिंह ने जयंत चौधरी को 23,502 वोटों से मात दे दी। डॉ. सत्यपाल सिंह को 5,25,789 वोट मिले, जबकि जयंत चौधरी को 5,02,287 वोट मिले।

12 - Ghaziabad : भाजपा के उम्मीदवार विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने गाजियाबाद से सपा के सुरेश बंसल को 5,01,500 के भारी अंतर से पराजित किया है। वीके सिंह ने कुल 9,44,503 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वद्वी सुरेश बंसल को 4,43,003 वोट मिले हैैं। तीसरे स्थान पर कांग्रेस की डाली शर्मा रहीं, जिन्हें 1,11,944 वोट मिले हैैं।

13 - Gautambudhnagar : गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री डॉ.महेश शर्मा ने गठबंधन के प्रत्याशी सतबीर नागर को 3,36,922 हराकर जीत दर्ज की। वह दूसरी बार संसद पहुंचने में कामयाब हुए है। डॉ. महेश शर्मा को 83,0812 वोट मिले। सतबीर नागर को 49,3890 वोट और कांग्रेस प्रत्याशी डॉ अरविंद सिंह को कुल 42077 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी समेत 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे । चौथे नंबर पर नोटा आया है।

14 - Bulandsahar : बुलंदशहर लोकसभा सीट पर भाजपा के डॉ. भोला सिंह ने जीत दर्ज की है। गो कशी की सूचना के बीच इंस्पेक्टर की हत्या के बाद चर्चा में आए बुलंदशहर में डॉ. भोला सिंह ने अपनी सीट बचा ली है। डॉ. भोला सिंह ने गठबंधन प्रत्याशी बसपा के योगेश वर्मा दो लाख 90,057 मत से हराया। डॉ. भोला सिहं को छह लाख 81,321 तथा योगेश वर्मा को तीन लाख 91,264 वोट मिले हैं। 

15 - Aligarh : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुनामी में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में फिर अलीगढ़ संसदीय सीट पर जीत का परचम लहराया है। अलीगढ़ से दूसरी बार सतीश गौतम ने जीत हासिल की है। दूसरी बार चुनाव लड़े सतीश गौतम ने गठबंधन प्रत्याशी अजीत बालियान को हरा दिया। भाजपा के सतीश को कुल 6,56,224 वोट मिले हैं जबकि उनके प्रतिद्वंदी रहे बसपा के गठबंधन प्रत्याशी अजीत ने 4,26,954 वोट प्राप्त किए हैं। खास बात यह रही कि सतीश गौतम पहले राउंड से ही छाए रहे। इन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 2,29,270 मतों से हरा दिया। भाजपा प्रत्याशी के जीत के जश्न पर मेघा भी जमकर बरसे। आवास पर स्‍वागत के दौरान झमाझम बरसात हुई। 2014 में सतीश ने 2,86,736 मतों से जीत हासिल की थी। कांग्रेस प्रत्याशी बिजेंद्र सिंह एक फिर जमानत नहीं बचा सके। 50,880 वोट लेकर वे तीसरे स्थान पर रहे। बिजेंद्र सिंह की लोकसभा चुनाव यह लगातार तीसरी हार है।

16- Hathras: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुनामी में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में हाथरस सुरक्षित सीट से इगलास के विधायक राजवीर दिलेर ने रिकार्ड मतों से जीत हासिल कर पताका फहराई है। भाजपा प्रत्याशी राजवीर सिंह दिलेर ने गठबंधन प्रत्याशी रामजीलाल सुमन को 2,60,208 मतों से हराया है। सुमन को मात्र 4,24,091 मत मिले हैं। दिलेर पहले ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्हें 6,84,299 रिकार्ड तोड़ मत मिले हैं। राजवीर दिलेर ने पहले राउंड से बढ़त बनाई जो कि आखिरी तक बढ़ती चली गई। हर राउंड में जीत का अंतर बढ़ता गया। अंत में उन्होंने 6.84 लाख से अधिक मत प्राप्त करते हुए रिकॉर्ड बनाया है। अभी तक हाथरस के किसी भी सांसद को इतने मत नहीं मिले। हालांकि राजवीर दिलेर के पिता किशनलाल दिलेर हाथरस से सांसद रह चुके हैं। रिकार्ड मतों से जीत हासिल कर राजवीर ने अपने पिता की विरासत को संभाल लिया है। कांग्रेस प्रत्याशी त्रिलोकीराम दिवाकर 23,926 ही वोट पा सके। उनकी भी जमानत जब्त हो गई।

17- Mathura : मथुरा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और सांसद हेमा मालिनी ने करीब तीन लाख वोट से जीत दर्ज की है। हेमा मालिनी को 6,71,293 वोट मिले, जबकि गठबंधन प्रत्याशी आरएलडी के कुंवर नरेंद्र सिंह को 3,77,822 वोट मिले। कांग्रेस के महेश पाठक को केवल 28,084 वोट ही मिला। इस दौरान 5800 मतदाताओं ने नोटा भी दबाया। अपनी जीत के बाद हेमा मालिनी ने ट्वीट कर सभी सरकारी अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को विशेष तौर पर धन्यवाद दिया है।

18 - Agra : ताजनगरी में इस बार भी भगवा दुर्ग पर कब्जे की विपक्षी दलों की मंशा को ध्वस्त कर दिया। हालांकि इस सीट पर सपा और रालोद के सहयोग हाथी खूब लड़ा, लेकिन भाजपा प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने यहां हाथी को पीछे छोड़ भगवा ध्वज लहरा दिया। आगरा लोकसभा सीट से 2009 और 2014 में लगातार सांसद चुने गए एससी आयोग के चेयरमैन प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया का पार्टी के अंदर विरोध के चलते टिकट काटकर फीरोजाबाद के टूंडला से विधायक और कैबिनेट मंत्री एसपी सिंह बघेल को प्रत्याशी बनाया गया था, तो उनके मुकाबिल गठबंधन ने मनोज सोनी को उम्मीदवार बनाया। जबकि कांग्रेस ने यहां आइआरएस अधिकारी प्रीता हरित पर दांव खेला। मतगणना शुरू होने के बाद शुरू से भाजपा ने यहां बढ़त बनाए रखी, लेकिन अंतर मामूली था। शाम को भाजपा प्रत्याशी की बढ़त का आंकड़ा बढ़ता गया और गठबंधन को 211546 मतों से पराजित कर दिया।

19- Fatehpur Sikri : फतेहपुर सीकरी सीट पर भाजपा ने वर्तमान सांसद चौधरी बाबूलाल का टिकट काटकर राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया था। चाहर का विधानसभा चुनावों में कई बार हारने का अतीत और भितरघात का खतरा संशय को बढ़ाने वाला था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सिने स्टार राज बब्बर की कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर आमद खतरे को और गाढ़ा कर गई थी। गठबंधन ने ब्राह्मण प्रत्याशी श्री भगवान शर्मा को उतारा तो भाजपा के परंपरागत वोटों में सेंध लगने का खतरा और गहरा गया। लेकिन, चाहर के साथ जुड़ी क्षेत्र की सहानुभूति और मोदी लहर जीत के आंकड़े को वोट के पहाड़ के रूप में बदल गई। चाहर ने 4 लाख 95 हजार 65 वोट से कांग्रेस प्रत्याशी को शिकस्त दे मोदी से भी बड़ी जीत हासिल की। पीएम मोदी ने वाराणसी में 4 लाख 79 हजार 505 वोटों से गठबंधन प्रत्याशी शालिनी यादव को हराया है।

20- Firozabad: भाजपा के चंद्र ने 21 साल बाद भगवा पताका फहराकर समाजवादी किले को ढहा दिया। सिरसागंज में बतौर चिकित्सक प्रैक्टिस करने वाले डॉ.चंद्रसेन जादौन अचानक सियासी पटल पर आए और सांसद बन गए। 2014 में मोदी लहर में सीट जीतने हारने वाली भाजपा को अबकी बार गुमनाम चेहरे ने विजय दिला दी। फीरोजाबाद लोकसभा सीट-2019। डा. चंद्रसेन जादौन, भाजपा- 486077 (जीते), अक्षय यादव, सपा-461086, शिवपाल यादव, प्रसपा- 91054, भाजपा जीती- 24991 वोट से, कुल पड़े वोट-1071948।

21- Mainpuri : मैनपुरी से संसद पहुंचे सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भी सातवीं बार जीत दर्ज कर अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। उन्होंने भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य को 94,489 वोटों से हरा दिया। मुलायम सिंह को 524926 वोट मिले, जबकि प्रेम सिंह शाक्य को 4,30,537 वोट मिले।

22- Etah : मोदी लहर की लहर पर सवार होकर राजवीर सिंह ने पिछले लोकसभा चुनाव का इतिहास दोहरा दिया। 5.45 लाख वोट हासिल कर एटा लोकसभा सीट पर भगवा परचम लहराया और दोबारा एटा के सांसद बन गए हैं। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी गठबंधन प्रत्याशी देवेंद्र सिंह यादव पिछले चुनाव की अपेक्षा अच्छा प्रदर्शन करके भी भाजपा की लहर से पार न पा सके। मतगणना पूरी हुई तो भाजपा के खाते में 545297 वोट आए। ये पिछले विधानसभा चुनाव में मिले मतों से करीब तीन फीसद ज्यादा थे। वहीं, गठबंधन को 422219 वोट हासिल हुए। पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इसमें करीब 13 फीसद मतों का इजाफा हुआ। यह प्रदर्शन शानदार रहा। लेकिन देवेंद्र सिंह अपनी हार नहीं बचा सके। वे 123078 मतों के अंतर से परास्त हो गए और राजवीर सिंह के सिर पर फिर से ताज सज गया।

23- Badaun : 17वीं लोकसभा चुनाव के तहत उत्तर प्रदेश की बदायूं सीट पर सभी की निगाहें रहीं। बदायूं संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघ मित्र मौर्य और मुलायम सिंह यादव के भतीजे व मौजूदा सपा सांसद धर्मेंद्र यादव को बीच कड़ा मुकाबला हुआ। आखिरकार जीत संघ मित्र मौर्य के खाते में गई। उन्होंने धर्मेंद्र यादव को 18,454 मतों से पराजित किया। मौर्य को कुल 5,11,352 वोट मिले, जबकि धर्मेंद्र यादव को 4,92,898 वोट मिले हैैं। तीसरे स्थान पर सलीम इकबाल शेरवानी रहे, उन्हें 51947 वोट मिले हैैं।

24- Aonla : आंवला सीट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप ने 1,13,743 मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की। गठबंधन के बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की रुचिवीरा दूसरे नंबर पर रहीं। कांग्रेस के सर्वराज सिंह तीसरे स्थान पर रहे। गठबंधन के सामने रुहेलखंड मंडल के दूसरे सबसे मुश्किल रण में भाजपा ने उन्हें फिर मैदान मेें उतारा। सहज उपलब्धता और लोगों के बीच सादगी पसंद नेता की पहचान रखने वाले धर्मेंद्र के लिए मोदी लहर बड़ा सहारा बनी। शुरुआती मुश्किल मुकाबले के बाद कांधरपुर के किंग ने दूसरी बार संसद का रास्ता तय कर लिया। बिजनौर की बाहरी प्रत्याशी रुचि वीरा को कड़े मुकाबले में पटखनी दे दी। लोकसभा चुनाव की मतगणना में धर्मेंद्र को कुल 537675 मत मिले। जबकि, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी रुचिवीरा को कुल 423932 मत मिले। इसके पहले वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में आंवला लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के धर्मेंद्र कश्यप ही निर्वाचित हुए थे। तब उन्हें कुल 409907 वोट मिले थे। उन्होंने सपा के सर्वराज सिंह को 1,38,429 वोटों से हराया था। सपा ने इस बार गठबंधन के तहत सीट बसपा को दे दी थी। वहीं, सर्वराज कांग्रेस का हाथ थमकर मैदान में उतरे, लेकिन उन्हें केवल 62548 वोट ही मिल सके। 

25- Bareilly : लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की बरेली सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी संतोष गंगवार ने 167282 मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की। गठबंधन प्रत्याशी भगवत सरन गंगवार दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस के प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन तीसरे स्थान पर रहे। संतोष गंगवार मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। संतोष सात बार सांसद रह चुके हैं, इस बार आठवीं बार चुनकर संसद पहुंचे हैं। इससे उनका राजनीतिक कद और बढ़ गया है। 

26- Pilibhit : पीलीभीत में अपनी मां मेनका गांधी की सीट से भाग्य आजमा रहे भाजपा के वरुण गांधी ने 2,55,627 वोटों से जीत दर्ज की है। वरुण गांधी पहले भी पीलीभीत से सांसद रहे हैं। उन्होंने सपा के हमराज वर्मा को हराया है। वरुण गांधी 7,04,549 वोट मिले हैैं। दूसरे स्थान पर सपा के हमराज वर्मा को 448922 मत मिले हैैं। इस सीट पर खास बात यह रही कि नोटा यहां तीसरे स्थान पर रहा, यानी 9973 लोगों किसी प्रत्याशी को न चुनकर नोटा का बटन दबाया है।

27 - Shahjahanpur : लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी अरुण सागर ने 268418 मतों के अंतर से रुहेलखंड मंडल में सबसे बड़ी रिकार्ड जीत दर्ज की। गठबंधन के बहुजन समाज पार्टी(बसपा) के अमरचंद जौहर दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस के ब्रह्मस्वरुप सागर तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस प्रत्याशी ब्रह्मस्वरूप सागर समेत अन्य प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके।  शाहजहांपुर सीट एक दौर में कांग्रेस का गढ़ कही जाती थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता जितेंद्र प्रसाद उर्फ बाबा साहब कई बार यहां से सांसद रह चुके हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा से कृष्णाराज सांसद रही। इस बार उनका टिकट काटकर भाजपा ने बड़ा रिस्क लिया था। केंद्र सरकार में राज्यमंत्री होने के बाद भी उनकी नहीं सुनी गई। अरुण सागर को उम्मीदवार बनाया गया तो तमाम आलोचनाएं हुईं, मगर अब सबके मुंह बंद हैं। अरुण ने मंडल में भाजपा को सबसे बड़ी जीत दिलाई। यह जीत कई मायनों में भाजपा के लिए खास है।

28 - Lakhimpur Khiri : 17वीं लोकसभा चुनाव 2019 में लखीमपुर खीरी सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी अजय मिश्र टेनी ने 5,84,285 वोट पाकर 2,16,769 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। गठबंधन प्रत्याशी समाजवादी पार्टी की डॉ. पूर्वी वर्मा 3,67,516 मत पाकर दूसरे नंबर पर और कांग्रेस प्रत्याशी जफर अली नकवी 88,588 मतों के साथ तीसरे नंबर पर रहे। 

29 - Dhaurahara: धौरहरा से एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस के जितिन प्रसाद को हार झेलनी पड़ी। भाजपा की रेखा वर्मा ने उनको करारी शिकस्त दी। रेखा वर्मा को 512905 वोट मिला। उनको कुल 48.21 प्रतिशत मत मिल। यहां पर महागठबंधन की तरफ से बसपा कैंडिडेट अरशद इलियास सिद्दकी ने 352294 वोट प्राप्त किया। उनको 33.12 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला। जितिन प्रसाद एक बार फिर यहां से तीसरे स्थान पर रहे। उनको 15.31 प्रतिशत के साथ कुल यहां भी कांग्रेस जितिन प्रसाद ने 162856 वोट और कुल वोट मिला।

30- Sitapur: 17वीं लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम गुरुवार को घोषित हुए। सीतापुर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी राजेश वर्मा ने 5,14,528 वोट पाकर 1,00,833 मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई। गठबंधन से बसपा प्रत्याशी नकुल दुबे 4,13,695 मतों से दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस की कैसर जहां 96,018 मतों से तीसरे नंबर पर रहीं। 

31 - Hardoi: 17वीं लोकसभा चुनाव 2019 में हरदोई लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने 5,67,244 वोट पाकर 1,32,785 मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई। गठबंधन से सपा प्रत्याशी ऊषा वर्मा को फिर हार का सामना करना पड़ा और उन्हें 4,34,459 मत मिले। कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही निराशा जनक रहा और कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र वर्मा को मात्र 19,943 मत हासिल हुए। देर शाम चुनाव परिणाम घोषित हो सका और समर्थक प्रत्याशी के साथ प्रमाण-पत्र लेने को मंडी में जमे रहे। 

32- Misrikh : मिश्रिख संसदीय सीट से बीजेपी प्रत्याशी अशोक कुमार रावत ने 5,34429 वोट पाकर 100672 मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई। गठबंधन से बसपा प्रत्याशी डा. नीलू सत्यार्थी को 433757 मतों से दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस की मंजरी राही 26505 मतों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं। 

33- Unnao : उन्नाव से भाजपा प्रत्याशी साक्षी महाराज जीते। सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी अरुण शंकर शुक्ला से 400956 मतों से जीते। साक्षी महाराज भाजपा - 703507, अरुण शंकर शुक्ल अन्ना सपा - 302551, अन्नू टन्डन, कांग्रेस - 185634। नोटा- 11190। कुल मत -1237076। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद साक्षी महाराज उत्तर प्रदेश मे भाजपा के दूसरे ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्होंने चार लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है।

34- Mohanlalganj: मोहनलालगंज संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी कौशल किशोर ने सपा-बसपा गठबंधन सीएल वर्मा को 90229 मतों से शिकस्त दी। बीजेपी को 629748 और गठबंधन प्रत्याशी सीएल वर्मा को 539519 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस के आरके चौधरी को 60061 वोट ही मिले। यह संसदीय सीट सपा का गढ़ मानी जाती है। लेकिन, गठबंधन होने के बाद यह सीट बसपा के खाते में चली गई। सपा ने 1996 के आम चुनाव में पहली बार यहां जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1998, 99, 2004 व 2009 के चुनाव में सपा ने लगातार जीत दर्ज की। लेकिन, 2014 के चुनाव में कौशल किशोर ने मोदी लहर में यह सीट सपा से छीनकर भाजपा की झोली में डाल दी। 

35- Lucknow: लखनऊ से राजनाथ सिंह साढ़े तीन लाख वोट से जीते। नरेंद्र मोदी सरकार में गृह मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से लगातार दूसरी बार सांसद बने। लखनऊ से भाजपा प्रत्याशी राजनाथ सिंह ने गठबंधन प्रत्याशी समाजवादी पार्टी की पूनम सिन्हा को तीन लाख 47,302 मत से हराया। राजनाथ को 633026 वोट मिले जबकि पूनम को 285724 मत मिले। कांग्रेस के प्रमोद कृष्णम् को 180011 और नोटा के खाते में 7416 वोट आये। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की कर्मस्थली लखनऊ के मतदाताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को दिल खोलकर 633026 वोट दिए और रिकॉर्ड मतों से जीत दिलायी। राजनाथ ने सर्वाधिक मत पाने का अपना रिकॉर्ड तोड़ते हुए साढ़े तीन लाख से जीत हासिल की। सबसे हैरतअंगेज प्रदर्शन तो नोटा ने दिखाया। लखनऊ में नोटा बटन दिखाने वालों का आंकड़ा सात हजार पार (7416) कर गया।

36- Raibareilly : कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर जीत का परचम फहराया है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को एक लाख 67,178 मत से शिकस्त दी। मतगणना के शुरुआती चरण में भाजपा टक्कर में दिखी। मगर सदर, सरेनी और ऊंचाहार में मिली बड़ी लीड ने भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया। यहां सीधी टक्कर कांग्रेस और भाजपा के बीच थी। महागठबंधन ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था। सोनिया गांधी को 5,34,666 लाख और दिनेश प्रताप सिंह को 367567 वोट मिले। सुबह जब मतगणना शुरू हुई तो बीजेपी और कांग्रेस के बीच वोटों का अंतर बहुत ही कम था। एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह अप्रैल 2018 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे।

37- Amethi : भाजपा ने कांग्रेस के बड़े गढ़ अमेठी में सबसे बड़ा उलटफेर किया। 2014 में राहुल गांधी से पराजय झेलने के बाद भी स्मृति जुबिन ईरानी पांच साल तक अमेठी को विकास की राह पर लाने में लगी रहीं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी ने पोस्टल बैलट से मिली बढ़त को बरकरार रखा और आखिर में जीत दर्ज की। यूपी से लोकसभा चुनाव जीतने में सफल हुईं भाजपा की आठ महिला प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा उलटफेर अमेठी में भाजपा की उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया है। उन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर सबको चौंका दिया। स्मृति ने राहुल को 55,120 वोटों से पराजित किया है। स्मृति को कुल 4,68,514 वोट मिले हैैं, जबकि राहुल को 4,13,394 वोट मिले।

38- Sultanpur: सुलतानपुर लोकसभा सीट पर इस बार कांटे भाजपा की मेनका गांधी को की टक्कर मिली। गठबंधन प्रत्याशी बसपा के चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू को 13859 वोट से हराया। भाजपा की मेनका गांधी 4,58,281 तथा चंद्रभद्र सिंह को 4,44,422 मत मिले। कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय सिंह सिर्फ 41,588 मत पर सिमट गए। निर्दलीय कमला देवी को 11484 मत मिले। भाजपा ने सुलतानपुर से सांसद वरुण गांधी की सीट बदलकर उनकी मां मेनका गांधी को मौका दिया।मेनका जब सुलतानपुर आई तो उन्होंने मतदाताओं के दिल में मां के तौर पर जगह बनाई। वह अपने सभी जनसभाओं में कहती रहीं कि आपकी उम्र कुछ भी हो, लेकिन मैं मां की तरह सभी की सेवा करने आई हूं। मैं आपके हर दु:ख-दर्द में काम आऊंगी। 

39- Pratapgarh : प्रतापगढ़ संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता ने विजयश्री हासिल कर ली है। वह पहले चरण से ही प्रतिद्वंदी से आगे चल रहे थे। मतगणना के अंतिम चरण के बाद उनके सिर पर जीत का सेहरा सजा। संगम लाल गुप्ता अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा बसपा गठबंधन के अशोक त्रिपाठी को 19 हजार मतों से पराजित  किया। अभी तक बीजेपी के संगम लाल को 436491 मत, सपा बसपा गठबंधन के अशोक त्रिपाठी को 316633 मत, कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमारी रत्ना सिंह को 76686 मत तथा जनसत्ता दल के अक्षय प्रताप सिंह को 46516 मत मिले हैं।

40- Farrukhabad : लोकसभा चुनाव  में भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत ने महागठबंधन के प्रत्याशी मनोज अग्रवाल को 221702 मतों से हराकर अपनी जीत का परचम दोबारा बुलंद किया। मतों के ध्रुवीकरण की स्थिति यह रही कि विनर और रनर के अलावा पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद सहित सभी 7 प्रत्याशी जमानत जब्त करा बैठे। भाजपा प्रत्याशी को जहां 569880 वोट मिले, वहीं गठबंधन उम्मीदवार को 348178 मत मिले। कांग्रेस के सलमान खुर्शीद को 113990 वोट मिले।

41- Etawah : सपा मुखिया के गृह जनपद इटावा में भाजपा ने फिर से जीत का परचम लहराया हैै। देर रात घोषित किए गए परिणाम के बाद भाजपा के रामशंकर कठेरिया ने गठबंधन प्रत्याशी कमलेश कठेरिया को 64359 वोटों से हरा दिया। खास बात ये रही कि निवर्तमान सांसद व कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत तक जब्त हो गई। इटावा संसदीय सीट पर इस बार 10 लाख 24 हजार 472 मतदाताओं ने वोट डाले थे। इसमें से भाजपा प्रत्याशी को 521815 मत मिले जबकि गठबंधन उम्मीदवार के खाते में 457454 वोट आए। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार को मात्र 16552, जबकि शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रसपा के उम्मीदवार शंभू दयाल को 8683 मत ही मिल सके। वहीं 5569 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। बता दें निर्वतमान सांसद अशोक दोहरे को टिकट काटकर भाजपा ने रामशंकर कठेरिया को मैदान में उतारा था। भाजपा न इटावा सीट पर 1998 में में जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2014 से इस सीट पर भाजपा के सांसद अशोक दोहरे एक लाख 76 हजार वोटों से जीते थे। 

42- Kannuj : कन्नौज संसदीय सीट पर आखिरकार सपा का गढ़ तोडऩे में भाजपा कामयाब हो गई। कांटे की लड़ाई में भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को 12353 वोटों से पराजित कर दिया। दिनभर आगे पीछे होने के बाद देर रात घोषित हुए परिणाम ने सुब्रत के सिर पर जीत का सेहरा बांधा। शुरुआती दौर में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव आगे रहीं लेकिन रसूलाबाद और छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र की गणना शुरू होते ही पिछड़ती गईं। सुब्रत पाठक को जहां 563087 वोट मिले वहीं डिंपल यादव को 550734 मत मिले। जीत की घोषणा होते ही भाजपाई जश्न में डूब गए और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। सुब्रत पाठक ने भी इसे जनता की जीत बताया।

43- Kanpur : सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी के उत्तराधिकारी बनकर कानपुर संसदीय सीट से मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी सत्यदेव पचौरी ने 1,55,934 वोटों से बड़ी जीत दर्ज की है। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल को हराया। तीसरे स्थान पर सपा के रामकुमार रहे। वर्तमान में प्रदेश के लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी कानपुर की गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह 2004 में भी भाजपा से लोकसभा का चुनाव लड़े थे। तब उन्हें श्रीप्रकाश जायसवाल ने ही हराया था।

44 - Akbarpur : अकबरपुर संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह भोले ने 2,75,142 वोटों से बसपा प्रत्याशी निशा सचान को पराजित कर लगातार दूसरी बार जीत हासिल की। पिछले चुनाव में उन्होंने 2,78,997 वोटों से जीत हासिल की थी। बसपा प्रत्याशी को छोड़कर बाकी सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी राजाराम पाल भी हैं।

45- Jalon : जालौन-गरौठा-भोगनीपुर लोकसभा क्षेत्र में मोदी मैजिक के आगे प्रतिद्वंद्वी पस्त हो गए। देर शाम आए नतीजों में भाजपा प्रत्याशी भानु प्रताप वर्मा ने 1,57,377 मतों से जीत हासिल की। उन्हें 5,80,534 मत मिले, जबकि गठबंधन से बसपा प्रत्याशी अजय सिंह  पंकज 4,23,157 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी बृजलाल खाबरी को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। उन्हें 89,555 मत मिले। भानु प्रताप वर्मा पांचवीं बार संसद पहुंचने में सफल रहे। मतों की गणना में सुबह से ही बढ़त बनाकर चल रहे भानु अंत तक जीत की ओर अग्रसर बने रहे। किसी भी राउंड में प्रतिद्वंद्वी आगे नहीं निकल सके। 

46 - Jhansi : झांसी से भाजपा उम्मीदवार अनुराग शर्मा ने सपा उम्मीदवार श्यामसुंदर यादव पर 3,61,322 मतों से विजयी हुए। झांसी में भाजपा उम्मीदवार को अंतिम चरण की मतगणना के बाद कुल 7,95,604 वोट हासिल हुए जबकि उनके निकटतम उम्मीदवार श्याम सुंदर यादव को 4,34,282 मत हासिल हुए। झांसी लोकसभा सीट से 11 उम्मीदवार मैदान में थे। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री और फायर ब्रांड नेता उमा भारती की जगह अनुराग शर्मा को उतारा। उन्हें गठबंधन की तरफ से सपा के श्याम सुंदर सिंह टक्कर देने उतरे थे।

47- Hamirpur : हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी लोकसभा सीट पर मोदी लहर के चलते आधे से अधिक मत भाजपा को मिले। लोकसभा क्षेत्र में पड़े कुल 1084978 मतों में भाजपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को 575122 मत मिले। उन्होंने गठबंधन प्रत्याशी दिलीप सिंह को 248652 वोटों से शिकस्त दी। गठबंधन प्रत्याशी को 326470 मत मिले। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह  को महज 114534 मत मिले। इस कारण इनकी जमानत भी जब्त हो गई।

48 - Banda: बांदा से भाजपा के आरके सिंह पटेल ने जीत दर्ज की। बांदा से भाजपा ने अपने सांसद का टिकट काटकर विधायक आरके सिंह पटेल को टिकट दिया था। पटेल ने इलाहाबाद से भाजपा के सांसद रहे सपा प्रत्याशी श्यामाचरण गुप्ता को 58938 वोट से पराजित किया। पटेल को चार लाख 77,926 तथा गुप्ता को चार लाख 18,988 वोट मिले। तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी बाल कुमार पटेल को 75,438 वोट मिले।

49- Fatehpur : लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही फतेहपुर में जनसभा नहीं की लेकिन, उनकी लहर यहां खूब बही। मोदी का जादू यहां के मतदाताओं पर ऐसा चला कि मतगणना के नतीजों ने भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की जीत का ग्राफ पिछले चुनाव की तुलना में इस बार और बढ़ा दिया। 5,66,040 मत बटोर कर साध्वी ने लगातार दूसरी बार फतेहपुर संसदीय सीट पर कब्जा किया। मोदी लहर के आगे विपक्षी दलों के सारे समीकरण धरे रह गए। सांसद निरंजन ज्योति ने 1,97,087 मतों से जीत दर्ज की। 2014 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत का अंतर 1,84,000 से अधिक था। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी गठबंधन प्रत्याशी सुखदेव प्रसाद वर्मा को 3,67,835 वोट मिले। वहींर तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी राकेश सचान को 66,077 मत ही मिल पाए और उनकी जमानत जब्त हो गई।

50 - Kaushambi : कौशांबी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर लगातार दूसरी बार जीतने में सफल रहे। विनोद सोनकर ने गठबंधन प्रत्याशी इंद्रजीत सरोज को 38722 मतों से शिकस्त दी। विनोद सोनकर को 383009 मत मिले, जबकि इंद्रजीत सरोज को 344287 मत मिले। तीसरे नंबर पर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक रही। इस दल के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार पासी को 156406 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश पासी को कुल 16442 मतों से संतोष करना पड़ा।

51- Phulpur: भाजपा प्रत्याशी केशरी देवी पटेल ने फूलपुर लोकसभा सीट पर 1,71,968 वोटों से जीत हासिल कर एक और कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी केशरी देवी पटेल को 5,44,701 वोट मिले जबकि सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी पंधारी यादव को 3,72,733 मत प्राप्त हुए हैं। केशरी देवी ने पंधारी यादव को 1,71,968 वोटों से हराया। 

52- Allahabad : इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र में पांचवी बार भगवा लहराया है। भाजपा प्रत्याशी डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज कर रिकॉर्ड कायम कर दिया। इलाहाबाद संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी डा. रीता जोशी 184275 मतों से विजयी हो गईं। उन्हें कुल 494454 मत मिले। सपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह पटेल को 310179 तथा कांग्रेस प्रत्याशी योगेश शुक्ला को 31953 वोट मिले।

53- Barabanki : बाराबंकी में भाजपा के उपेंद्र सिंह रावत ने जीत दर्ज की। उनको भाजपा ने सांसद प्रियंका रावत के स्थान पर उतारा था। उपेंद्र सिंह रावत को 535917 वोटों के साथ 46.39 प्रतिशत मत मिले। दूसरे स्थान पर यहां गठबंधन प्रत्याशी सपा राम सागर रावत रहे। राम सागर को 425777 वोट मिले। उनको 36.85 प्रतिशत मत मिला। कांग्रेस के दिग्गज नेता पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया तीसरे स्थान पर रहे। उनको 159611 मत मिला। कुल 13.80 प्रतिशत मतदाता उनके साथ था।

54 - Faizabad : लोकसभा चुनाव 2019 में यूपी की फैजाबाद सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी लल्लू सिंह 5,29,021 मत पाकर 65,477 वोटों के अंतर से जीत दर्ज कराई। गठबंधन प्रत्याशी आनंदसेन यादव 4,63,544 मत पाकर दूसरे नंबर पर रहे। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल खत्री 53,383 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे।

55- Ambedkar Nagar : लोकसभा चुनाव में यूपी की अंबेडकर सीट पर गठबंधन बसपा प्रत्याशी रितेश पांडेय 5,61,806 वोट पाकर 95,957 के अंतर से जीत दर्ज कराई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुकुट बिहारी वर्मा 4,65,849 मतों से दूसरे नंबर पर रहे। वहीं, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रत्याशी राकेश राजभर 15,160 मतों से तीसरे नंबर पर रहे। जीते: रितेश पांडेय (बसपा): 5,61,806  वोट, मुकुट बिहारी वर्मा (भाजपा) : 4,65,849  वोट , राकेश राजभर (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) : 15,160  वोट।

56- Bahraich: बहराइच से भाजपा के अक्षयवर लाल गोंड ने गठबंधन के प्रत्याशी सपा के शब्बीर वाल्मिकी को शिकस्त दी। गोंड ने 1,28,669 वोट से जीत दर्ज की। अक्षयवर लाल गोंड ने गठबंधन के प्रत्याशी सपा के शब्बीर वाल्मिकी को शिकस्त दी। गोंड ने 1,28,669 वोट से जीत दर्ज की। अक्षयवर लाल गोंड को 5,25,512 वोट मिले। सपा के शब्बीर वाल्मीकि को 396843 मिले जबकि कांग्रेस की सावित्री बाई फुले को 34,383 वोट मिला।

57- Kaisarganj : कैसरगंज से भाजपा के बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी सीट बरकरार रखी है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने दो लाख 61,601 वोट से जीत दर्ज की। उन्होंने गठबंधन प्रत्याशी बसपा के चंद्रदेव राम यादव को हराया। भाजपा के बृजभूषण शरण सिंह को 581358 तथा चंद्रदेव राम यादव को 319757 वोट मिला। कांग्रेस के विनय कुमार पांडेय बिन्नू 37,132 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे। यहां 13,168 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। गोंडा जिला के कैसरगंज के निर्वाचन अधिकारी राजितराम प्रजापति ने नव निर्वाचित सांसद बृज भूषण शरण सिंह को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

58- Shrawasti : 17वीं लोकसभा चुनाव 2019 में श्रावस्ती सीट से गठबंधन दल के बसपा प्रत्याशी राम शिरोमणि वर्मा ने 4,41,771 वोट पाकर 5,320 मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी दद्दन मिश्र 4,36,451 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। वहीं, कांग्रेस से धीरेंद्र प्रताप स‍िंह धीरू 58,042 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे। गठबंधन दल के प्रत्याशी को सबसे अधिक बढ़त श्रावस्ती व भिनगा विधानसभा से मिली। जबकि भाजपा के दद्दन मिश्र को बलरामपुर के तीनों विधानसभा में शुरुआती दौर में बढ़त तो मिली, लेकिन वह गठबंधन की बढ़त को कम नहीं कर सकी।

59- Gonda : गोंडा से कीतिवर्धन सिंह जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजाभइया ने एक लाख 63 हजार 360 वोट से जीत दर्ज की। उन्होंने गठबंधन प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह को हराया। पंडित सिंह को 341830 वोट मिले जबकि तीसरे स्थान पर रहने वाली कांग्रेस प्रत्याशी कृष्णा पटेल को 25,686 वोट मिला। 8418 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।

60- Dumariaganj: मोदी लहर में जगदंबिका पाल ने हैट्रिक लगाकर डुमरियागंज संसदीय सीट पर इतिहास तोड़ दिया है। संसद और क्षेत्र में सर्वाधिक उपस्थिति दर्ज कराने वाले पाल को जनता ने फिर सिर-आंखों पर बैठा लिया है। 12 मई को मतदान होने के दिन से लेकर मतगणना तक पाल अपने जीत को लेकर आश्वस्त थे। उन्हें मालूम था कि जीत-हार का आंकड़ा चाहे जो भी हो, सफलता उन्हें ही मिलेगी। तभी तो अपने चुनाव के बाद गोरखपुर मंडल व अन्य जिलों में दूसरे उम्मीदवारों के लिए भी प्रचार-प्रसार में पाल ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। जीत का यह रहा अंतर भाजपा-जगदंबिका पाल-492253 बसपा-आफताब आलम-386932 कांग्रेस-डा.चंद्रेश उपाध्याय-60549 मो. इरफान (पीस पार्टी)- 5765 ।

61- Basti : बस्ती सीट पर भाजपा के सासंद हरीश द्विवेदी पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा जताया। हरीश ने यहां से पार्टी को जीत का तोहफा दिया। हरीश ने 471162 वोटों के साथ कुल मतों का 44.68 प्रतिशत हासिल किया। गठबंधन से उतरे बसपा के राम प्रसाद चौधरी को 440808 वोट मिले। उनको 41.80 लोगों का समर्थन मिला। सपा छोड़कर कांग्रेस में आए राजकिशोर सिंह ने 86920 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। उनको 8.24 प्रतिशत वोट ही मिला।

62 -SantKabeerNagar: गोरखपुर से समाजवादी पार्टी से सांसद रहे प्रवीण कुमार निषाद को भाजपा ने संत कबीर नगर से मैदान में उतारा। प्रवीण कुमार निषाद ने भी पार्टी को जरा भी निराश नहीं किया। प्रवीण ने कड़े संघर्ष में गठबंधन प्रत्याशी बसपा के भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी को पराजित किया। प्रवीण कुमार निषाद ने 467543 के साथ कुल 43.97 प्रतिशत मत हासिल किया। यहां बसपा प्रत्याशी भीष्म शंकर ने 431794 वोट के साथ 40.61 प्रतिशत लोगों का समर्थन प्राप्त किया। इस सीट पर भी कांग्रेस कैंडिडेट बाहुबली भाल चंद्र यादव ने 128506 वोटों के साथ कुल 12.08 प्रतिशत मत हासिल किया। उनके मैदान में बेहद सक्रिय रहने से कुशल तिवारी की हार तय हो गई थी।

63- Maharajganj :महराजगंज लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी पंकज चौधरी ने निकटम प्रतिद्वंदी सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी कुंवर अखिलेश सिंह को 340424 मतों से हराकर जीत का सेहरा अपने सिर पर बांधा। गठबंधन प्रत्याशी को 385925 मतों से संतोष करना पड़ा, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सुप्रिया श्रीनेत को 72516 मत मिले। महराजगंज संसदीय सीट के लिए 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। इनके भाग्य का फैसला 64.08 फीसद मतदाताआें ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर ईवीएम में कैद किया था। गुरुवार को कलेक्ट्रेट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विधानसभावार लगे टेबलों पर मतों की गणना शुरू हुई तो भाजपा प्रत्याशी पंकज चौधरी के वोट ईवीएम से बाहर आने लगे और लगातार बढ़त बनाए रहें। एक-एक वोट पर भाजपाई व समर्थक उत्साहित रहे।

64- Gorakhpur: गोरखपुर से भाजपा के रवि किशन 301664 मतों से जीते। भोजपुरी फिल्मों के बाद राजनीति में कदम रखने वाले रवि किशन गोरखपुर से जीत गए हैं। रवि किशन ने तीन लाख 1664 मत से जीत दर्ज की। भाजपा के रवि किशन को 717122, सपा के राम भुवाल निषाद को 415458 तथा कांग्रेस के मधूसूदन त्रिपाठी को 22972 वोट मिले। रवि किशन के साथ उनकी पत्नी प्रीति शुक्ला ने प्रमाण पत्र ग्रहण किया।

65- Kushinagar : लोकसभा चुनाव में यूपी के कुशीनगर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्‍याशी विजय कुमार दूबे ने 337560 मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की। सपा-बसपा गठबंधन के सपा प्रत्याशी एनपी कुशवाहा दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस के आरपीएन सिंह तीसरे स्थान पर रहे। विजय दूबे की पहचान हियुवा के जुझारू नेता के रूप में रही है।

66- Deoria : लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के देवरिया सीट पर राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्‍याशी डा. रमापति राम त्रिपाठी ने 2,46,481 मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की। सपा-बसपा गठबंधन के बिनोद कुमार जायसवाल दूसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस प्रत्याशी नियाज अहमद तीसरे स्थान पर रहे। डा. रमापति राम त्रिपाठी की पहचान संगठन को मजबूत करने वाले नेता के रूप में रही है। वह गोरखपुर जनपद के खजनी के झुरिया तिवारी गांव के रहने वाले हैं। छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े थे। वह छात्रसंघ के सचिव भी रह चुके हैं।

67- Bansgaon: बांसगांव में भाजपा के कमलेश पासवान ने बसपा के सदल प्रसाद को शिकस्‍त दी। कमलेश ने सदल प्रसाद को 153,468 मतों से हराया। कमलेश 546673 और सदल प्रसाद को 393205 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा खारिज हो जाने के बाद यहां केवल दो प्रमुख प्रत्‍याशी ही मैदान में थे। कमलेश तीसरी बार यहां से सांसद चुने गए हैं। बांसगांव संसदीय सीट से कमलेश पासवान 2009 में भाजपा के टिकट पर चुनकर पहली बार संसद पहुंचे थे। 2014 में पासवान को लगातार दूसरी जीत मिली और संसद में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। 2019 के चुनाव में भी पार्टी ने कमलेश पर एक बार फिर विश्वास जताया। इस बार उनके सामने सपा व बसपा गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर पूर्व मंत्री सदल प्रसाद मैदान में थे लेकिन कमलेश ने आसानी से बड़े अंतर के साथ चुनाव जीतकर लगातार तीसरी बार संसद पहुंचने में कामयाबी हासिल कर ली।

68 - Lalganj : लालगंज संसदीय सीट पर सपा बसपा गठबंधन की जय-जय रही। बसपा की संगीता आजाद पांच लाख 18 हजार 820 वोट पाकर भाजपा की सांसद व प्रत्याशी नीलम सोनकर को एक लाख 61 हजार 597 वोटाें से शिकस्त दी। भाजपा प्रत्याशी को कुल 3 लाख 57 हजार 223 मत प्राप्त हुए। इस तरह भाजपा की सांसद अपनी सीट नहीं बचा सकी। रही बात संगीता आजाद की तो उनकी विरासत राजनीति से जुड़ी है। संगीता के ससुर गांधी आजाद पूर्व राज्य सभा सांसद सदस्य रहे तो उनके पति अरिमर्दन आजाद लालगंज संसदीय सुरक्षित विधानसभा सीट से बसपा के विधायक हैं। इस क्षेत्र में जातीय समीकरण पूरी तरह भारी रहा।

69- Azamgarh : आजमगढ़ से सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनाव जीत गए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के दिनेश लाल निरहुआ को 2,59,874 वोटों से पराजित किया है। अखिलेश यादव को 6,21,578 वोट व निरहुआ को 3,61,704 वोट मिले।

70- Ghosi : सत्रहवीं लोकसभा चुनाव में घोसी सीट से गठबंधन का प्रयास सफल रहा। पहली बार इस सीट पर लड़ने आए बसपा उम्मीदवार अतुल राय ने भाजपा के पुराने नेता व सीटिंग सांसद हरिनारायण राजभर को 1,22018 मतों से हरा दिया। मूल रूप से ठेकेदारी के व्यवसाय से जुड़े अतुल राय उर्फ अतुल कुमार सिंह गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद तहसील के वीरपुर गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता डीएलडब्ल्यू में कार्यरत थे। अतुल राय ने वर्ष 2017 में मऊ के सदर विधायक मुख्तार अंसारी की पहल से सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया और बसपा ने उन्हें गाजीपुर जनपद की जमानिया सीट से विधानसभा का उम्मीदवार बनाया। उसमें तो वह सफल नहीं हो सके। दूसरी बार बसपा ने उन्हें घोसी लोकसभा सीट से आजमाया। अपनी एक पुरानी महिला मित्र द्वारा दुष्कर्म का आरोप लगाने के बाद मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्हें फरार होना पड़ा। गैर जमानती वारंट से राहत पाने सुप्रीम कोर्ट तक गए किंतु राहत नहीं मिल सकी। बावजूद इसके गठबंधन का जातिगत समीकरण उनके पक्ष में रहा और वे 5,72,258 वोट पाकर भाजपा के सीटिंग सांसद हरिनारायण राजभर को हराने में कामयाब रहे।

71- Salempur: सलेमपुर सीट पर राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी रविंद्र कुशवाहा ने 1,12,477 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी व बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा दूसरे नंबर पर रहे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राजाराम तीसरे स्थान पर रहे। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी डा. राजेश कुमार मिश्र को चौथे स्‍थान पर संतोष करना पड़ा।

72- Ballia : बलिया से भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त जीते। बलिया से भाजपा के वीरेंद्र सिंह ने सपा के उम्मीदवार सनातन पांडेय को 15,519 मतों से मात दी है। भदोही से भाजपा के सांसद वीरेंद्र सिंह को कुल 4,69,114 वोट मिले। गठबंधन के प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के सनातन पांडेय को 4,53,595 वोट मिले। 35,900 वोट प्राप्त कर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विनोद तीसरे स्थान पर रहे हैैं। बलिया से सांसद बने वीरेंद्र सिंह मस्त इसी लोकसभा के बैरिया विधान सभा के दोकटी के निवासी हैं। मस्त के बारे में एक बात प्रचलित है कि उनका केवल नाम ही नहीं बोलने का अंदाज भी मस्त है। उन्हें वर्ष 1991 से 96 तक, 1998 से 99 तथा 2014-19 तक तीन बार सांसद होने का गौरव प्राप्त है। मस्त दो बार मीरजापुर व एक बार भदोही लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 

73 - Jaunpur : बसपा ने 2019 की लोकसभा चुनाव में जौनपुर लोकसभा सीट भाजपा से छीन कर 2014 में मिली हार का बदला ले लिया। गठबंधन से बसपा प्रत्याशी श्याम सिंह यादव ने भाजपा प्रत्याशी निवर्तमान सांसद डा. के. पी. सिंह को 80754 मतों के भारी अंतर से परास्त कर भगवा खेमे को भारी झटका दिया है। श्याम सिंह यादव का यह पहला चुनाव था। भाजपा के जोरदार व सघन अभियान तथा मोदी के जादू का असर रहा कि पिछले चुनाव की तुलना में डा. केपी सिंह को 70 हजार से अधिक मत तो मिले लेकिन इसके बावजूद वे गठबंधन से पार नहीं पा सके। यहां बसपा प्रत्याशी को 520046 व भाजपा प्रत्याशी को 4 लाख 39 हजार 292 मत मिले हैं। इस सीट पर जीते बसपा के श्याम सिंह यादव मछलीशहर लोकसभा के मड़ियाहूं इलाके के रानीपट्टी गांव के निवासी हैं। वे पीसीएस अधिकारी भी रह चुके हैं।

73 - Machlisahar : मछलीशहर सुरक्षित क्षेत्र में भाजपा व गठबंधन प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर रही। अंतिम राउंड में येन-केन-प्रकारेण 181 मतों से बढत बनाकर भाजपा ने इस सीट व पार्टी की लाज दोनों को बचा लिया। दिल की धडकन थाम देने वाले यहां के रोमांचकारी मुकाबले में टिकट मिलने के महज बारह दिन पहले बसपा की सक्रिय राजनीति छोड़कर भाजपा का दामन थाने वाले बी पी सरोज को 4 लाख 88 हजार 397 व गठबंधन से बसपा प्रत्याशी त्रिभुवन राम को 4 लाख 88 हजार 216 वोट हासिल हुए। जौनपुर लोकसभा के मुगराबादशाहपुर इलाके के मादरडीह गांव निवासी बीपी सरोज 2014 में मछलीशहर से बसपा के उम्मीदवार थे। इस बार चोला बदलकर कांटे के संघर्ष में सफलता हासिल की। राजनीति के अलावा ये व्यवसाय भी करते हैं।

75 - Gazipur: गाजीपुर से गठबंधन प्रत्याशी बसपा के अफजाल अंसारी ने बड़ा उलटफेर किया। अफजाल ने गाजीपुर से पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ते हुए भाजपा प्रत्याशी रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को हरा दिया। सिन्हा को गठबंधन प्रत्याशी बसपा के अफजाल अंसारी ने 119392 मतों से पराजित किया।

76 - Chandauli : भाजपा के डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने चंदौली संसदीय सीट पर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज 21 साल का रिकार्ड तोड़ा। उन्होंने गठबंधन से सपा प्रत्याशी संजय चौहान को 13959 मतों से हराया। डा. पांडेय को 510733 मत मिले जबकि चौहान को 496774 मत मिले। कुल 1073743 वोटों में भाजपा प्रत्याशी 48 फीसद के आसपास वोट पाने में सफल रहे। जबकि गठबंधन को 46 फीसद वोटों पर सिमट गया। जीत का अंतर भलेे ही कम हो लेकिन 2014 के चुनाव की तुलना में इस बार लगभग छह फीसद ज्यादा वोट मिले। जबकि गठबंधन प्रत्याशी को सपा-बसपा का पूर्व के चुनाव की अपेक्षा इस बार लगभग एक फीसद कम वोट मिला। 

77- Varanasi : वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4,79,505 वोट से जीते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार वाराणसी से जीत दर्ज की है। इस बार वह रिकॉर्ड मत से जीते हैं। पीएम मोदी ने गठबंधन की प्रत्याशी समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव को पांच लाख 17, 802 वोट से हराया। मोदी को 674664 वोट मिले। इनको कुल 63 प्रतिशत मत मिले हैं। शालिनी यादव को 1,93,848 वोट मिला। इनका वोट प्रतिशत 18.41 रहा जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी को अजय राय को 1,51,800 वोट मिले। इनको कुल 14.41 प्रतिशत मत मिले। वाराणसी में 3990 लोगों से नोटा का बटन दबाया है। 2014 के लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी को करीब पांच लाख 80 हजार वोट मिले थे और अरविंद केजरीवाल को दो लाख नौ हजार वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस के अजय राय को सिर्फ 75 हजार वोट मिले थे। यहां से बसपा उम्मीदवार विजय प्रकाश जायसवाल को करीब 60 हजार और सपा प्रत्याशी कैलाश चौरसिया को महज 45 हजार वोट मिले थे। 

78- Bhadohi: भदोही संसदीय सीट रमेशचंद बिंद ने 5,10029 मत हासिल कर भाजपा की झोली में डाल दी है। 466414 मत प्राप्त कर गठबंधन प्रत्याशी रंगनाथ मिश्र को 43615 पीछे कर गए। इसके पीछे के कारणों को देखा जाय तो राष्ट्रवाद व विकास के नारे के साथ ही भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग ने पूरी बाजी पलट कर रख दी। बसपा से निकाले जाने के बाद पहली बार भदोही में पदार्पण करने वाले रमेशचंद ने जीत हासिल कर राजनीतिक दिग्गजों की ओर से लगाए गए सारे समीकरण को ध्वस्त कर दिया। भदोही संसदीय सीट के जातिगत आकड़ों को देखा जाय तो करीब 3.50 लाख ब्राह्मण तो 3.15 लाख बिंद मतदाता है। इसके साथ ही तील लाख दलित, 2.25 लाख मुस्लिम, दो लाख यादव, 60 हजार ठाकुर तो लगभग 3.50 लाख अन्य जाति के मतदाता है। गठबंधन ने जब पूर्व मंत्री रह चुके रंगनाथ मिश्र को प्रत्याशी बनाया तो उम्मीद थी कि उन्हें परंपरागत दलित, मुस्लिम, यादव के साथ ब्राह्मणों का मत हासिल हो जायगा।

79- Mirzapur: भाजपा समर्थित अपना दल (एस) की प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपने पिछले रिकॉर्ड दो लाख 19 मत को तोड़ते हुए निकटतम प्रतिद्वंद्वी गठबंधन से मैदान में उतरे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रामचरित्र निषाद को 2 लाख 30 हजार से अधिक मत से हराया। अनुप्रिया ने 2.30 लाख मतों से मीरजापुर लोकसभा में जीत हासिल की। अनुप्रिया पटेल दोबारा मीरजापुर लोकसभा से बतौर सांसद चुन ली गईं। अपना दल (एस) प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल ने 591564 मत पाकर 232008 से जीत हासिल की। उन्होंने सपा गठबंधन प्रत्याशी रामचरित्र निषाद को पराजित किया। रामचरित्र निषाद को कुल 359556 मत मिले। इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी को 91392 मत ही प्राप्त हुए।

80 - Robertsganj : राबर्ट्सगंज (सुरक्षित) संसदीय सीट पर 19 मई को पड़े मतों की गणना गुरुवार की शाम पांच बजे पूरी हो गई। इसमें अपना दल (एस)-भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी पकौड़ी लाल कोल ने राबर्ट्सगंज के 18 वें सांसद के रूप में जीत हासिल की। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी भाईलाल कोल को 54336 मतों से हराकर जीत दर्ज किया। इस दौरान पकौड़ी लाल कोल को 447914 मत, भाईलाल कोल को 393578 व तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी भगवती प्रसाद चौधरी को कुल 35269 मत मिला। इसके पूर्व इस सीट पर भाजपा का कब्जा रहा। इस दौरान 12 प्रत्याशियों के पक्ष में पड़े कुल 987357 मतों की 32 चक्र में गिनती पूरी हो गई। जीत के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने जीत का प्रमाण पत्र पकौड़ी लाल कोल को दिया। 

प्रमुख दलों के प्रत्याशियों की संख्या

भाजपा - 78

कांग्रेस - 70

सपा - 37

बसपा - 38

रालोद - 3

मतगणना प्रेक्षक - 149।

2014 के लोकसभा चुनाव

उत्तर प्रदेश में कुल 80 सीट। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 71, कांग्रेस को दो, समाजवादी पार्टी को पांच और अपना दल को दो सीट मिली थीं। बीएसपी और आरएलडी का खाता तक नहीं खुल पाया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को यूपी में 42.63 प्रतिशत वोट मिले थे। समाजवादी पार्टी को 22.35 प्रतिशत और बहुजन समाज पार्टी को 19.77 प्रतिशत वोट मिले थे. कांग्रेस का वोट प्रतिशत 7.53 रहा था। भाजपा को 3,43,18,854 वोट मिले थे। एसपी-बीएसपी को 3,39,03,161 वोट मिले थे। आरएलडी को 6,89,409 वोट मिल पाए थे जबकि कांग्रेस को 60,61,267 वोट मिले थे। 

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