चुनावी कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे मंत्री, कार्यकर्ता से हो गई तू-तड़ाक
कुरुक्षेत्र लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी नायब सैनी के चुनावी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को शांत कराने में गर्मागर्मी हुई। बात तू-तड़ाक पहुंची तो अन्य नेताओं ने मामला शांत कराया।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, [पंकज आत्रेय]। संगठनात्मक तौर पर सबसे मजबूत मानी जानी वाली भारतीय जनता पार्टी के कुरुक्षेत्र लोकसभा के चुनावी कार्यालय के उद्घाटन पर कार्यकर्ताओं की जमकर धक्का-मुक्की और अनुशासनहीनता दिखी। शोर-शराबा बढ़ता देख खुद मंत्री सहित बड़े नेता कार्यकर्ताओं को शांत करने के प्रयास करते रहे, लेकिन बात नहीं बनी।
जब शोर परेशान करने की सीमा से पार हो गया तो सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण बेदी का पारा चढ़ गया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को अनुशासन रहने का पाठ पढ़ा डाला। इस पर कुछ कार्यकर्ता नाराज हो गए और मंत्री के सामने ही हंगामा कर दिया। रामलाल नाम के एक कार्यकर्ता ने तो यहां तक कह दिया कि चुनाव कार्यकर्ताओं को ही लडऩा है। इस तरह से बाहर नहीं निकाल सकते। गर्मी बढ़ती देख पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर खड़े हुए और कार्यकर्ता को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन वे गुस्से में चुनावी कार्यालय छोड़कर चले गए।
प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान हुआ हंगामा
दरअसल पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के बाद प्रत्याशी नायब सैनी, शिरोमणि अकाली दल के प्रदेशाध्यक्ष शरणजीत सिंह सौथा, राज्यमंत्री कृष्ण बेदी, लोकसभा प्रभारी यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, लाडवा के विधायक डॉ.पवन सैनी प्रेस कान्फ्रेंस करना चाह रहे थे, लेकिन बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहने से शोर बढ़ गया। इसी शोर को शांत करने में राज्यमंत्री और कार्यकर्ता में तनातनी हो गई। कार्यकर्ताओ में मीडिया के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की होड़ रही, जिसके चलते यह परिस्थितियां बनीं। नेताओं ने उन्हें कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन हंगामा होता रहा।
सौंदा नहीं जी सौथा
भाजपा प्रत्याशी नायब सैनी ने शिरोमणि अकाली दल के प्रदेशाध्यक्ष शरणजीत सिंह सौथा को आगे करते हुए समर्थन देने की बात पर बोलने को कहा। वे उन्हें बार-बार सौंदा कहकर बुला रहे थे, लेकिन चौथी बार पर सौथा ने उन्हें टोक दिया और बोले, सौंदा नहीं जी सौथा हां। सौथा ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल भाजपा को हरियाणा में लोकसभा चुनाव में बिन शर्त समर्थन दे रही है। यह समझौता विधानसभा चुनाव में भी जारी रहेगा, जिसके लिए सीटों का बंटवारा बाद में होगा। भाजपा को समर्थन पर उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 1984 के दंगों के दोषियों को सजा देकर सिख समाज का सम्मान बढ़ाया है।
लोकसभा क्षेत्र से पहुंचे नेता
यूं तो भाजपा कुरुक्षेत्र लोकसभा के हर हलके में चुनावी कार्यालय खोल रही है और वहां स्थानीय नेताओं की उपस्थिति अनिवार्य की गई है, लेकिन कुरुक्षेत्र मुख्यालय पर गुरुवार को खोले गए कार्यालय में सभी हलके से नेता अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। यह कार्यकर्ता भी अपने-अपने नेता के साथ मीडिया के सामने हाजिरी भरने की होड़ में रहे। मंत्री, विधायक और प्रत्याशी के साथ सेल्फी लेने का भी दौर चला।
केंडिडेट नहीं मिल रहे
राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने कांग्रेस और इनेलो की नीतियां को देश-प्रदेश के खिलाफ बताते हुए कहा कि इन पाॢटयों के पास आज चुनाव लड़ाने को उम्मीदवार भी नहीं मिल रहे हैं। इनेलो के नेता कहते थे कि उनकी अंगुली पर पूरी सत्ता चलती है, आज उम्मीदवार भी पूरे नहीं कर पा रहे हैं। चाचा और भतीजे की लड़ाई सड़क पर आ गई है। नायब सैनी ने कहा कि वे कुरुक्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र चमकाना चाहते हैं।