Lok Sabha Election 2019: लद्दाख पर कब्जे के लिए लेह-कारगिल आमने-सामने

नाम वापस लेने के अंतिम दिन उम्मीदवारों की स्थिति स्पष्ट हो गई। दोनों जिलों के उम्मीदवार अपने प्रभाव क्षेत्रों के साथ एक-दूसरे के इलाकों में सेंध लगाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 23 Apr 2019 07:34 AM (IST) Updated:Tue, 23 Apr 2019 07:34 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: लद्दाख पर कब्जे के लिए लेह-कारगिल आमने-सामने
Lok Sabha Election 2019: लद्दाख पर कब्जे के लिए लेह-कारगिल आमने-सामने

जम्मू, राज्य ब्यूरो। लद्दाख संसदीय क्षेत्र में चार उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। कल सोमवार को इस सीट से तीन उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिए हैं। एक अन्य भाजपा के कवरिंग कैंडीडेट पहले ही मैदान से हट गए हैं। चुनावी लड़ाई लेह बनाम कारगिल की सियासत पर होगी। लद्दाख के दोनों जिलों की सियासत उम्मीदवारों की घोषणा के दौरान भी सतह पर थी। राष्ट्रीय पार्टियों पर भी दबाव था कि उम्मीदवार कारगिल जिलों से हों। चार उम्मीदवारों में से लेह से भाजपा के जामियांग सीरिंग नाम्गयाल, कांग्रेस के रिगजिन स्पालबार तो कारगिल से निर्दलीय सज्जाद कारगिली व कांग्रेस के बागी विधायक असगर अली करबलई अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार को टक्कर देने के लिए मैदान में हैं।

नाम वापस लेने के अंतिम दिन उम्मीदवारों की स्थिति स्पष्ट हो गई। दोनों जिलों के उम्मीदवार अपने प्रभाव क्षेत्रों के साथ एक-दूसरे के इलाकों में सेंध लगाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। लद्दाख सीट के लिए पहले आठ उम्मीदवार मैदान में उतरे थे जिनमें कारगिल से निर्दलीय काचू मोहम्मद फिरोज, सज्जाद कारगिली के कवरिंग कैंडीडेट एडवोकेट असगर अली यारकान, लेह से भाजपा के कवरिंग कैंडीडेट आंगचुक व निर्दलीय उम्मीदवार सीरिंग नाम्गयाल ने नामांकनपत्र वापस ले लिया।

अब चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में

चार उम्मीदवारों के पीछे हटने से चार उम्मीदवार मैदान में रह गए। संसदीय सीट की रिट्रनिंग अधिकारी व लेह की डीसी अवनी लवासा ने इसकी पुष्टि की। लेह के दो उम्मीदवारों की सियासत बौद्ध बहुल लेह तो कारगिल के दो उम्मीदवारों की सियासत शिया बहुल कारगिल जिलों के वोटों पर केंद्रित है।

भाजपा की नजर लद्दाख सीट पर, मोदी आ सकते हैं लेह

जम्मू संभाग की दो संसदीय सीट जम्मू-पुंछ और ऊधमपुर-डोडा में चुनावी प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब भाजपा की नजर लद्दाख पर है। इस सीट पर पुन: कब्जा जमाने के लिए भाजपा ने प्रचार में सारी ताकत झोंक दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का लद्दाख में रैलियां करने का शेड्यूल तय कर दिया है। कुछ बड़े नेता तो पहुंचने लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मई के शुरू में चुनावी रैली करने आ सकते हैं। लद्दाख सीट पर मतदान 6 मई को है। 4 मई की शाम को प्रचार खत्म हो जाएगा। 12 दिन में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू व राष्ट्रीय महासचिव राम माधव को लद्दाख लाने की तैयारी है। लद्दाख से भाजपा के उम्मीदवार जामियांग सीरिंग नाम्ग्याल हैं।

राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह भी लेह पहुंचे

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना और प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह भी लेह पहुंच गए हैं। वरिष्ठ नेता मुनीश शर्मा भी थे। भाजपा के एमएलसी व लद्दाख के प्रभारी विक्रम रंधावा पहले से लद्दाख में डेरा डाले हैं। भाजपा नेता लेह में भाजपा जिला इकाई के वरिष्ठ नेताओं से बैठकें कीं। प्रदेश अध्यक्ष चार मई तक लद्दाख में डेरा डालकर प्रचार करेंगे। रङ्क्षवद्र रैना और डॉ. जितेंद्र सिंह मंगलवार को लेह जिला टोली, लेह हिल काउंसिल के काउंसिलरों और उसके बाद मोचरें के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं से बैठकें करेंगे।

मई के पहले हफ्ते आ सकते हैं पीएम

रविन्द्र रैना ने जागरण को बताया कि पीएम मई के शुरू में आ सकते हैं। किरण रिजिजू 27 अप्रैल से लद्दाख के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। राममाधव 28 अप्रैल को लद्दाख में आएंगे। मुख्तार अब्बास नकवी एक मई को कारगिल आएंगे। गृहमंत्री राजनाथ दौरे की तिथि तय नहीं है। पहले उनके 29 अप्रैल को लद्दाख आने की तैयारी थी। रङ्क्षवद्र रैना ने बताया कि भाजपा जम्मू की दो संसदीय सीटों के साथ लद्दाख में मजबूत है। क्षेत्र में राजनीतिक लक्ष्य हासिल करने के लिए कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद है।

ईमाम खुमैनी ट्रस्ट असगर को दे रहा समर्थन

लद्दाख सीट जीतने को कारगिल व लेह जिलों में वैचारिक टकराव के चलते कारगिल की ईमाम खुमैनी ट्रस्ट कांग्रेस के बागी असगर को समर्थन दे रही है।

नेकां-पीडीपी सज्जाद के साथ

कारगिल जिले की राजनीति पर असर रखने वाले इस्लामिया स्कूल ने पत्रकार सज्जाद को उम्मीदवार बनाया है। कश्मीर केंद्रित पीडीपी व नेशनल कांफ्रेंस लद्दाख की सियासत में हावी रहने के लिए इस्लामिया स्कूल के उम्मीदवार को समर्थन दे रही हैं। असगर ने कांग्रेस पर दवाब बनाया था कि इस बार कारगिल से उम्मीदवार बनाया जाए। ऐसा न होने से वह नाराज थे। वह निर्दलीय रूप से मैदान में उतर गए।

लेह जिलों के मतदाताओं की संख्या 85,356

लेह जिलों के मतदाताओं की संख्या 85,356 है। जिले में महिला, पुरुषों की संख्या बराबर है। जिले में पुरुषों की संख्या 42695 व महिलाओं की संख्या 42654 है। जिले के 1481 सर्विस मतदाताओं में से 41 महिलाएं हैं। प्रशासन की ओर से जिले में 294 मतदान केंद्र बनाए हैं।

कारगिल जिले के मतदाता की संख्या 86463

कारगिल जिले के मतदाताओं की संख्या 86463 है। इनमें 44057 पुरुष व 42405 महिलाएं हैं। कारगिल जिले में 265 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रशासन की ओर से मतदान की सभी तैयारियां की गई हैं।

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