झारखंडः महागठबंधन की सीटों पर फैसला इसी महीने, विवाद खत्म होने के आसार
Jharkhand Opposition Coalition. झारखंड में चारों पार्टी के प्रमुख नेता एक-दूसरे के संपर्क में हैं। इसमें कांग्रेस की बड़ी भूमिका रहेगी। झामुमो को विस चुनाव में लीड रोल मिलेगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। महागठबंधन की सीटों पर फैसला इसी महीने कर लिया जाएगा। संख्या के हिसाब से बंटवारा पहले ही हो चुका है लेकिन सीटवार बंटवारा फरवरी माह के अंत तक हो जाएगा। इससे यह भी तय हो जाएगा कि किस सीट पर कौन सी पार्टी लड़ेगी। इसके बाद पार्टियों चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद उम्मीदवारों के नाम तय करेगी। चारों बड़ी पार्टियां इस मामले में एक-दूसरे के संपर्क में हैं।
कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास मोर्चा और राजद का शीर्ष नेतृत्व नियमित संपर्क में है और गठबंधन के फैसले को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। इस गठबंधन में जहां लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को लीड भूमिका मिली हुई है वहीं झामुमो विधानसभा चुनाव में अग्रणी भूमिका में होगा। महागठबंधन को लेकर गले की हड्डी बन गई है गोड्डा सीट। इस मसले पर सभी पार्टियों ने कांग्रेस को फैसला लेने के लिए कहा है। झाविमो के विरोध को कांग्रेस ही मैनेज करेगी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एक बार बात कर चुके हैं और आगे भी बातचीत से सुलह का रास्ता बनता दिख रहा है। महागठबंधन में झाविमो को दो सीट से अधिक मिलनेवाला नहीं है, हां सीटों के नाम पर फैसला होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। मौजूद स्थिति में एक बात तो तय है कि गठबंधन को बनाए रखने के लिए कांग्रेस को बड़े भाई की भूमिका में रहना होगा।