Lok Sabha Election 2019 : छोटा टाइगर समझ के हमको ना हड़काना रे...

Lok Sabha Election 2019. अरे हम कवनो ऐसा-वैसा आदमी हूं क्या? हमको पहचानते नहीं हैं। छोटा टाइगर समझ के हमको हड़काने चले हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 04:28 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 04:28 PM (IST)
Lok  Sabha Election 2019 : छोटा टाइगर समझ के हमको ना हड़काना रे...
Lok Sabha Election 2019 : छोटा टाइगर समझ के हमको ना हड़काना रे...

जमशेदपुरए जेएनएन। Lok  Sabha Election 2019 पूर्वी सिंहभूम के जादूगोड़ा के यूसीआइएल अस्पताल चौक पर पुटूश, अमोरी और अड़हुल फूलों की माला पहने तथा कंधे पर तीर-धनुष लटकाये जमुरे अपने सिर के लंबे-लंबे चूल को लहरा-लहरा कर जोर-जोर से चिल्ला रहा था। सभी को देख लूंगा। किसी को छोड़ूंगा नहीं। अभी फोनवा करूंगा तो सब हेकड़ी गुम हो जायेगी। अरे हम कवनो ऐसा-वैसा आदमी हूं क्या? हमको पहचानते नहीं हैं। छोटा टाइगर समझ के हमको हड़काने चले हैं।

और तभी उस्ताद आ पहुंचे और बोले। अरे जमुरे गर्मी शुरू होते ही तोहार दिमाग गड़बड़ा जाता है क्या? चुनाव के मौसम में आचार संहिता लगी है। सभी नेता सटक - सीता राम हो लिए हैं। सभी को बोली - बकार बंद है। और तुम बीच चौक पर बखेड़ा खड़ा कइले है। तोरा डर-भय नहीं है क्या? तुमको 353 से डर नहीं लगता है क्या? तुमको याद है न कि बहरागोड़ा में डाक्टर साहब के बुतुरूआ के चेला लोग एनएच पर किचाइन किया था तो तिवारी बाबा के 353 वाला डंडा कैसा चला था। जमुरे बोला. गुरू इ तो ठीक बात है। मगर हम भी तो कवनो अइसा-वैसा आदमी नहीं हूं। माना कि हम छोटा टाइगर हूं। इसका मतलब यह तो नहीं कि जो चाहेगा हमको हड़का देगा। रास्ता-घाट पर गाड़ी को रोकेगा। बिना मतलब के गाड़ी का चेङ्क्षकग करेगा। चुनाव के टाइम में कोई खाली हाथ जाता है क्या? इ बात को समझना चाहिए।

अब तनी कहिए तो गुरू। रामायण और महाभारत में भी कहा गया है कि एक पुत्र को अपने पिता की हर संभव मदद करनी चाहिए. हम वही तो करने निकल रहा हूं। एक पुत्र का पिता के प्रति जो धर्म होता है, को निभाने के लिए जातरा बना कर निकला था. जमुरे बोला। गुरू बड़े टाइगर के खिलाफ दाढ़ी बाबा ने चक्रब्यूह रचा है। हम अभिमन्यू बन कर चक्रब्यूह को तोड़ूंगा। मगर इ लोग हमार रास्ता रोक कर हमको डिस्टर्ब कर रहे हैं। गुरू हम क्या बतायें। इ लोग को सिर्फ हमारी गाड़ी ही दिखायी देती है। हमरी गाड़ी को देखते ही चेक करने दौड़ते हैं। हम सब जानता हूं। इस सब विरोधी लोग की साजिश है।

उस्ताद बोले। इ सब तो ठीके है। मगर थोड़ा होशियार रहा करो। चुनाव में बहुत से कानून कायदे लागू हो गये हैं। इ बात को भी तो समझना होगा। थोड़ा होशियारी से काम लो। कहीं ऐसा ना हो कि लेने के देने पड़ जायें। केस- मुकदमा हो गया तो फिर चक्रब्यूह तोडऩा भी कठिन हो जायेगा। जमुरे बोला। अच्छा तो गुरू। अब हम चला जाता हूं।

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