पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर की सीट हारी भाजपा, फिर भी गोवा में मजबूत हुई सरकार

Goa में लोकसभा के साथ ही विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव भी हुए हैं। भाजपा यहां तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जीती है।

By Amit SinghEdited By: Publish:Fri, 24 May 2019 09:11 PM (IST) Updated:Fri, 24 May 2019 10:31 PM (IST)
पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर की सीट हारी भाजपा, फिर भी गोवा में मजबूत हुई सरकार
पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर की सीट हारी भाजपा, फिर भी गोवा में मजबूत हुई सरकार

गोवा, ओमप्रकाश तिवारी। Lok Sabha Election 2019 Results घोषित हो चुके हैं। भाजपा और उसके नेतृत्व वाले एनडीए ने पूरे देश में प्रचंड बहुमत प्राप्त किया है। भाजपा ने कई राज्यों से विरोधी पार्टियों का सूपड़ा साफ कर दिया है। हालांकि, गोवा में भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा की एक एवं विधानसभा की एक सीट गंवा दी है। हालांकि, राज्य में विधानसभा की तीन अन्य सीटें जीतने से उसकी सरकार स्थिर और मजबूत हो गई है।

गोवा में लोकसभा चुनावों के साथ-साथ विधानसभा की चार सीटों के लिए उपचुनाव भी संपन्न हुए। इन चार में से एक सीट पिछले 25 साल से भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर पर्रीकर जीतते आए थे, जिनका इसी वर्ष 17 मार्च को लंबी बीमारी की वजह से निधन हो गया। उनके निधन से रिक्त हुई पणजी सीट के साथ-साथ मांद्रेम, मापुसा और शिरोडा सीटों पर भी उपचुनाव हुए थे।

इनमें से बाकी तीनों सीटें तो भाजपा ने जीतीं, लेकिन मनोहर पर्रीकर के कब्जे वाली पणजी सीट हार गई है। पणजी सीट कांग्रेस के अटानासियो मॉनसेरेट ने सिर्फ 1,775 मतों के अंतर से जीत ली है। इस एक सीट पर हार के बावजूद गोवा विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या अब बढ़कर 17 हो गई है। 

बता दें कि पूर्व रक्षामंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रीकर के निधन के समय गोवा विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 12 थी। लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से कुछ पहले ही महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के दो विधायकों के भाजपा में आ जाने से भाजपा विधायकों की संख्या 14, यानी कांग्रेस के बिल्कुल बराबर हो गई थी। अब उपचुनावों के बाद भाजपा के 17 तो कांग्रेस के 15 विधायक हो गए हैं।

भाजपा को गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन विधायकों के अलावा तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। इस प्रकार 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा अब ऐसी स्थिति में पहुंच गई है कि किसी संकट की स्थिति में कांग्रेस अपने विधायकों की अधिक संख्या के आधार पर सरकार बनाने का दावा नहीं ठोंक सकती।

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