तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और भाजपा के बीच गठबंधन, BJP पांच लोस सीटों पर लड़ेगी चुनाव

लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने दक्षिण में मजबूती के लिए महत्‍वपूर्ण कदम बढ़ाया है। इसके तहत तमिलनाडु और पडुचेरी में भाजपा और एआइएडीएमके के बीच गठबंधन हो गया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 05:00 PM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 01:01 AM (IST)
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और भाजपा के बीच गठबंधन, BJP पांच लोस सीटों पर लड़ेगी चुनाव
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और भाजपा के बीच गठबंधन, BJP पांच लोस सीटों पर लड़ेगी चुनाव

 चेन्नई, आइएएनएस/प्रेट्र। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा और पीएमके के साथ अलग-अलग गठबंधन किया है। इसके तहत तमिलनाडु की 39 और पुडुचेरी की एक संसदीय सीट में से पांच पर भाजपा और सात पर पीएमके लड़ेगी।

इसके अलावा एस. रामदास के नेतृत्व वाली पीएमके को एक राज्यसभा सीट भी मिलेगी। साथ ही राज्य में 21 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में दोनों पार्टियां अन्नाद्रमुक का समर्थन करेंगी।

 तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने मंगलवार को दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन का एलान किया। गठबंधन की घोषणा के बाद भाजपा के तमिलनाडु मामलों के प्रभारी और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया, 'हमने मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

तमिलनाडु और पुडुचेरी की सभी 40 सीटों पर हम ही जीत हासिल करेंगे।' डीएमडीके जैसी अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन के बारे में पीयूष गोयल ने कहा कि समय के साथ उनके साथ भी गठजोड़ हो जाएगा। वह जल्द ही डीएमडीके नेता विजयकांत से मुलाकात करेंगे।

भाजपा के साथ गठबंधन से पहले पन्नीरसेल्वम ने पीएमके साथ गठबंधन की घोषणा की। 2014 के लोकसभा चुनावों में पीएमके भाजपा नेतृत्व वाले सात दलों के गठबंधन में शामिल थी। उसने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था और धर्मपुरी सीट पर जीत हासिल की थी। भाजपा ने भी आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था और कन्याकुमारी सीट जीती थी।

माना जा रहा है कि भाजपा और पीएमके के साथ गठबंधन करके अन्नाद्रमुक ने विपक्ष पर बढ़त हासिल करने के साथ ही 21 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए दोनों पार्टियों का समर्थन हासिल कर लिया है।

18 सीटें अन्नाद्रमुक विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण अयोग्य ठहराए जाने की वजह से रिक्त हुई हैं। एक सीट हाल ही में खेल मंत्री पी. बालकृष्ण रेड्डी को दंगों के मामले में अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने की वजह से खाली हुई है। जबकि एक-एक सीट एम. करुणानिधि (द्रमुक) और एके बोस (अन्नाद्रमुक) के निधन की वजह से रिक्त हुई है।

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