Jharkhand Assembly Election 2019: कांग्रेस में पदधारियों को टिकट नहीं, परिवार से एक मंजूर
Assembly Election 2019. नई दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक में चुनाव को लेकर प्राथमिकता तय की गई। महीने के अंत तक महागठबंधन का स्वरूप तय करने का निर्देश दिया गया।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की प्राथमिकता तय होने लगी हैं। रविवार को नई दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में सबसे पहले पदधारियों को चुनाव से वंचित करने का निर्णय लिया गया। मतलब यह कि अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष वगैरह चुनाव लडऩे से वंचित रहेंगे। इसके साथ ही, यह भी तय किया गया कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा। स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक के निर्णयों से कांग्रेस में कई दावेदारों के टिकट पर खतरा मंडरा रहा है।
हालांकि, कुछ लोग पद त्यागकर चुनाव लड़ सकते हैं। रविवार को कांग्रेस मुख्यालय में झारखंड के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, कमेटी के सदस्य सलीम अहमद और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव शामिल हुए। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देने और नए लोगों को मौका देने पर विचार किया गया। इसी क्रम में तय हुआ कि विभिन्न पदों पर मौजूद लोग खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे। लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश अध्यक्ष को इसी निर्णय के तहत चुनाव लडऩे से रोका गया था।
जल्द तय होगा महागठबंधन का स्वरूप
स्क्रीनिंग कमेटी ने महागठबंधन के स्वरूप को लेकर प्रदेश के नेताओं को महागठबंधन पर मंथन कर लेने को कहा है। महागठबंधन में कितनी और किन-किन सीटों पर दावेदारी की जाएगी, यह तय करके महीने के अंत तक बताने को कहा गया है। इस दावेदारी के आधार पर ही आलाकमान के प्रतिनिधि प्रदेश में दूसरे दलों के नेताओं से बात करेंगे। इसी दौरान यह भी तय होगा कि महागठबंधन में कौन से दल रहेंगे और कौन नहीं।