Jharkhand Election 2019: नीतीश कुमार भाजपा के बागी सरयू राय के लिए मांगेंगे वोट; बिहार में दिखेगा बड़ा असर

Jharkhand Election 2019 सरयू से करीबी रिश्‍ते के चलते बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने जमशेदपुर पूर्वी से तमाम तैयारियों के बावजूद अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 02:30 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 10:04 PM (IST)
Jharkhand Election 2019: नीतीश कुमार भाजपा के बागी सरयू राय के लिए मांगेंगे वोट; बिहार में दिखेगा बड़ा असर
Jharkhand Election 2019: नीतीश कुमार भाजपा के बागी सरयू राय के लिए मांगेंगे वोट; बिहार में दिखेगा बड़ा असर

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। Jharkhand Election 2019 झारखंड में भाजपा की टिकट से बेदखल हुए पूर्वमंत्री सरयू राय को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ मिलता दिख रहा है। इसके संकेत नामांकन पत्र दाखिल होने के क्रम में मिले। सोमवार को जदयू के प्रत्याशी जमशेदपुर उपायुक्त कार्यालय नामांकन दाखिल करने पहुंच गए थे, लेकिन पटना से फरमान मिलने के बाद उन्होंने तत्काल इरादा बदल दिया।

बताते चलें कि जदयू झारखंड में आधार विहीन होने के बावजूद 81 सीटों पर लड़ने को उत्सुक है। हालांकि सरयू राय के पक्ष में जदयू के चुनाव नहीं लड़ने के फैसले का कोई नफा नहीं दिखता, लेकिन इस निर्णय ने इन कयासों को बल दे दिया है कि नीतीश कुमार भाजपा के बागी सरयू राय के पक्ष में खुलकर भी सामने आ सकते हैं। ऐसा हुआ तो झारखंड का चुनावी समर और रोमांचक होगा। इससे बिहार में भाजपा के साथ उनके तालमेल पर भी असर पड़ सकता है।

झारखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार करने के लिए नीतीश कुमार अपने कैबिनेट के लगभग एक दर्जन मंत्रियों संग कैंप करने वाले हैं। पहले वे अपनी पार्टी जदयू के प्रत्याशियों का प्रचार करते। अगर वे जमशेदपुर पूर्वी में मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव में निर्दलीय खड़े सरयू राय के समर्थन में कूदेंगे तो मुकाबला रोचक होगा। सरयू राय स्वयं भी यह कह चुके हैं कि नीतीश कुमार से नजदीकी भी उनका भाजपा से टिकट काटे जाने का अहम कारण है। ऐसे में नीतीश कुमार जमशेदपुर में कैंप कर सकते हैं। 

हालांकि भाजपा भी सरयू राय के खिलाफ हड़बड़ी में कार्रवाई को उत्सुक नहीं दिखती। एक वरीय नेता के मुताबिक नामांकन वापस लेने की तिथि में अभी दो दिन बाकी है। संगठन में बड़े फैसले सोच-समझकर लिए जाते हैं। चुनाव में ऐसे मौके आते हैं जब टिकट नहीं मिलने के कारण लोग अलग राह चुनते हैं।

जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय चुनाव मैदान में खड़े सरयू राय को झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन का साथ मिला है। सोरेन विपक्षी दलों की स्टीयरिंग कमेटी के प्रमुख होने के साथ-साथ चुनाव में विपक्षी गठबंधन के सीएम पद का भी चेहरा हैं। उन्होंने अपील की है कि विपक्ष दल सरयू राय को समर्थन दें। जमशेदपुर पूर्वी में कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ और झाविमो के अभय सिंह चुनाव मैदान में हैं।

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