Jharkhand Assembly Election 2019: विधायक लड़ रहे चुनाव, प्रतिष्ठा सांसदों की दांव पर

Jharkhand Assembly Election 2019. भाजपा ने अपने सांसदों को टास्क सौंपे हैं। लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण की सभी विस सीटों पर भाजपा आगे थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 07:41 PM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 09:30 AM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: विधायक लड़ रहे चुनाव, प्रतिष्ठा सांसदों की दांव पर
Jharkhand Assembly Election 2019: विधायक लड़ रहे चुनाव, प्रतिष्ठा सांसदों की दांव पर

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान सांसदों को जिताने की जवाबदेही अपने विधायकों को सौंपी थी, कुछ मुश्किल टास्क भी तय किए थे। संगठन के स्तर से विधायकों को सौंपे गए टास्क का नतीजा अब सामने है। स्पष्ट है कि अधिकतर विधायक अपनी परीक्षा में खरे उतरे। अब बारी सांसदों की है। जैसी अपेक्षा विधायकों से की गई थी, पार्टी ने वैसी ही अपेक्षा सांसदों से की है। चुनाव विधानसभा का है, लेकिन दांव पर प्रतिष्ठा सांसदों की लगी है।

केंद्रीय नेतृत्व ने अपने सभी सांसदों को इस बाबत टास्क सौंपा है। भाजपा प्रत्याशी जिस विधानसभा क्षेत्र में हारेंगे, वहां के सांसदों को इसका स्पष्टीकरण देना होगा। यही वजह है कि सांसद अपने क्षेत्र के प्रत्याशियों के लिए पसीना बहाते देखे जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा के स्तर से अपने सभी विधायकों को फरमान जारी किया गया था कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कम से कम पार्टी को दस हजार की लीड मिलनी चाहिए। परिणाम इससे कहीं बेहतर आए।

तीसरे चरण में जिन क्षेत्रों में चुनाव हो रहे हैं, वहां तो लोकसभा चुनाव में भाजपा ने परचम लहरा दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में इन सभी 17 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने रिकार्ड बढ़त ली थी। सांसदों की जीत के आंकड़े इसकी पुष्टि करते है। रांची में संजय सेठ 2.83 लाख वोटों से जीते थे। जबकि, हजारीबाग में जयंत सिन्हा 4.79 लाख, कोडरमा में अन्नपूर्णा देवी 4.55 लाख और चतरा में सुनील सिंह ने 3.77 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी।

गिरिडीह में भाजपा के तत्कालीन सहयोगी आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी ने 3.90 लाख वोटों से जीत हासिल की थी। ध्यान रहे कि तीसरे चरण में जिन सीटों चुनाव हो रहे हैं, उनमें से 2014 में भाजपा को सात सीटें हासिल हुईं थी। चुनाव बाद झाविमो से टूटकर तीन विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे।

2019 के विधानसभा चुनाव की घोषणा से कुछ दिन पूर्व जो विधायक भाजपा में शामिल हुए थे, उनमें बरही के मनोज यादव और झामुमो के जय प्रकाश भाई पटेल भी शामिल थे। तीसरे चरण में 17 सीटों पर चुनाव हो रहा है, इनमें भाजपा ने 11 वर्तमान विधायकों को चुनाव मैदान में उतारा है। इनकी जीत दिलाने में भाजपा के सांसद किस हद तक सफल हुए, यह तो 23 दिसंबर को ही पता चलेगा।

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