Jharkhand Election 2019 Phase 3 Voting: कुछ बूथों पर ईवीएम में खराबी, 56 लाख वोटर चुन रहे अपना प्रतिनिधि

Jharkhand Election 2019 Phase 3 Voting कुल 309 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें 32 महिला और 99 निर्दलीय शामिल हैं। बाबूलाल सुदेश सीपी नीरा जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 07:21 AM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 09:44 AM (IST)
Jharkhand Election 2019 Phase 3 Voting: कुछ बूथों पर ईवीएम में खराबी, 56 लाख वोटर चुन रहे अपना प्रतिनिधि
Jharkhand Election 2019 Phase 3 Voting: कुछ बूथों पर ईवीएम में खराबी, 56 लाख वोटर चुन रहे अपना प्रतिनिधि

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Election 2019 Phase 3 Voting हम सत्ता के तीसरे द्वार पर पहुंच गए हैं। पहले द्वार पर हमने जमकर वोटिंग की और 2014 का रिकार्ड तोड़ दिया, लेकिन दूसरे चरण में थोड़ा सुस्त पड़ गए। नतीजा प्रथम श्रेणी में पास तो हुए लेकिन पिछले विधानसभा की वोटिंग से कुछ पीछे रह गए। सत्ता का फैसला पांच चरणों में होना है। पांच चरण मतलब पांच द्वार। दो द्वार खुल चुके हैं, गुरुवार को तीसरा द्वार खुल गया। 17 सीटों पर वोटिंग शुरू हो गई है।

रांची, हटिया, कांके, रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा जैसी शहरी सीटों पर मतदाता झारखंड के भविष्य के लिए मतदान कर रहे हैं। जवाबदेही शहरी वोटरों की है। इस चरण में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो, मंत्री सीपी सिंह, मंत्री नीरा यादव जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। 56,18,267 मतदाता 309 प्रत्याशियों में से 17 उम्मीदवारों का चयन करेंगे। जाहिर है सही चुनने की चुनौती अग्निपरीक्षा से कम नहीं। लेकिन हमें इसे स्वीकार करना है। दो चरणों की तरह ही इस बार भी झारखंडी बनकर समृद्ध और सशक्त झारखंड के लिए ऐसे उम्मीदवारों का चयन करना है जो हमारे भविष्य को बेहतर बनाने का माद्दा रखते हों।

1.44 लाख वोटर इस चरण में पहली बार करेंगे वोट

कुल प्रत्याशी : 309 कुल मतदाता : 56,18,267 पुरुष मतदाता : 29,37,976 महिला मतदाता : 26,80,205 थर्ड जेंडर मतदाता : 86 कुल मतदान केंद्र : 7,016

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5 बड़े मुद्दे इस चरण के :

मुद्दा : कितने प्रतिशत लोगों की प्राथमिकता

शिक्षा : 41.55 स्वास्थ्य : 29.10 रोजगार : 6.49 पेयजल : 4.43 कृषि : 4.21

5 बड़े फैक्टर शहरी मतदाता मतदान में कितनी रुचि दिखाते हैं, वोटिंग प्रतिशत सबसे अहम मोदी और राहुल अपने प्रत्याशियों के लिए जनता का ध्यान खींच पाते या नहीं रघुवर दास और हेमंत सोरेन में किसे बेहतर सीएम उम्मीदवार मानती है जनता कुछ सीटों पर बागी उम्मीदवार प्रत्याशियों का खेल बिगाडऩे की क्षमता रखते भाजपा-आजसू का अलग लडऩा और झामुमो-कांग्रेस का साथ लडऩा

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