Jharkhand Assembly Election 2019: हेमंत का छोटे भाई संग शीतयुद्ध, जानें झामुमो में झगड़े के मायने

Jharkhand Assembly Election 2019. हेमंत सोरेन फिर दो सीटों दुमका व बरहेट से चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं। छोटे भाई बसंत खुद दुमका से टिकट चाहते हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 10:43 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 07:46 AM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: हेमंत का छोटे भाई संग शीतयुद्ध, जानें झामुमो में झगड़े के मायने
Jharkhand Assembly Election 2019: हेमंत का छोटे भाई संग शीतयुद्ध, जानें झामुमो में झगड़े के मायने

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - विधानसभा चुनाव के ऐन पहले क्षेत्रीय दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) आंतरिक और बाह्य कलह से जूझ रहा है। एक ओर जहां कुछ विधायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामने को तैयार बैठे हैं, वहीं दूसरी तरफ झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन के परिवार में ही सीट बंटवारे को लेकर शीतयुद्ध चल रहा है। झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के सबसे छोटे पुत्र बसंत सोरेन इस बार दुमका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩा चाहते हैं, जबकि उनके मंझले पुत्र व पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी अपनी दावेदारी नहीं छोडऩा चाहते।

हेमंत पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी दो सीटों दुमका और बरहेट से किस्मत आजमाना चाहते हैं। पिछली बार वे दुमका से हार गए थे, जबकि बरहेट से उन्हें जीत मिली थी। शिबू परिवार में इस बात को लेकर तकरार चल रही है कि हेमंत दो सीटों से चुनाव क्यों लड़ेंगे। दरअसल, बसंत सोरेन अरसे से राजनीति में स्थापित होने की जुगत में हैं।

राज्यसभा जाने का उनका सपना पूरा नहीं हो पाया। फिलहाल, उनका पूरा जोर दुमका की दावेदारी पर है। उधर, शिबू सोरेन को विधानसभा चुनाव में शिकारीपाड़ा सीट से उतारने पर भी विचार चल रहा है। झामुमो प्रमुख के परिवार में उनकी लोकसभा चुनाव के दौरान दुमका से हार का ठीकरा भी हेमंत सोरेन के मत्थे फोड़ा जा रहा है।

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