Jharkhand Assembly Election 2019: भाजपा बोली, सरयू राय अपनी सुविधा से बदल रहे गोलपोस्ट

Jharkhand Assembly Election 2019 भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सरयू राय पर किया पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अब आयोग की निष्पक्षता पर भी संदेह करने लगे हैैं सरयू।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Mon, 16 Dec 2019 01:23 PM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 06:43 PM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: भाजपा बोली, सरयू राय अपनी सुविधा से बदल रहे गोलपोस्ट
Jharkhand Assembly Election 2019: भाजपा बोली, सरयू राय अपनी सुविधा से बदल रहे गोलपोस्ट

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 भाजपा ने सरयू राय पर अपनी सुविधानुसार गोलपोस्ट बदलने का आरोप लगाया है। ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर राय द्वारा व्यक्त की गई आशंका पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि पहले उन्हें चुनाव आयोग की कार्यशैली पर विश्वास था, लेकिन जब उनके आरोपों को खारिज कर दिया गया तो उन्हें आयोग की निष्पक्षता पर संदेह होने लगा।

प्रतुल ने कहा कि सरयू राय ने पहले यह आरोप लगाया था कि ईवीएम हैकर्स के ठहरने की सूचना उन्हें बेंगलुरु से एक मित्र ने फोन से दी थी। इसकी शिकायत उन्होंने झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की थी। जाहिर है राय को चुनाव आयोग की कार्यशैली पर भरोसा था। लेकिन जब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जांच के बाद इस पूरे आरोप को खारिज कर दिया तो सरयू राय का चुनाव आयोग से विश्वास हट गया।

उन्हें आयोग की निष्पक्षता पर संदेह होने लगा। सरयू राय जी जैसे वरिष्ठ राजनीतिज्ञों को अपनी सुविधानुसार गोलपोस्ट नहीं बदलना चाहिए। अगर उन्हें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय पर विश्वास नहीं था तो फिर उन्होंने शिकायत क्यों की?

प्रतुल ने हेमंत का प्रचार करने की सरयू राय की घोषणा पर भी तंज कसा। कहा, एक तरफ तो सरयू राय उच्च राजनीतिक आदर्शों की बात करते हैं, तो दूसरी तरफ हेमंत सोरेन के पक्ष में जाकर प्रचार करने की घोषणा करते हैं। ये दोनों परस्पर विरोधी बातें हैं।

रांची में ठहरा था ईवीएम विशेषज्ञों का दल : सरयू राय

सरयू राय ने एक बार फिर दोहराया है कि 30 के करीब ईवीएम के विशेषज्ञों का एक दल जिसमें इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर और तकनीशियन भी शामिल हैं चार दिन पहले रांची आया था। अपने विश्वस्त सूत्रों का हवाला दे उन्होंने कहा कि ये सभी रांची के इमराल्ड एवं अन्य तीन होटलों में ठहरे थे। ये सभी ईवीएम विशेषज्ञ इलेक्ट्रोनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से संबंधित हैं, जिसका मुख्यालय बैंगलोर में है।

उन्होंने चुनाव आयोग व भाजपा से यह जानना चाहा है कि इंजीनियर और तकनीशियनों ने तीन दिनों तक अगले दो चरण के चुनाव में उपयोग में लाये जाने वाले ईवीएएम और वीवीपैट के साथ क्या किया? यह भी कहा कि चुनाव आयोग और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता यदि मैं गलत हूं तो मेरी इस सूचना का खंडन करें। यह भी कहा कि यदि मैं सही नहीं हूं तो मैं कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।

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