Jharkhand Election 2019 Phase 3 Voting: शहरी वोटर उदासीन, गांवों में जबर्दस्त मतदान; 62.35% वोटिंग
Jharkhand Election 2019 Phase 3 Voting सिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में सर्वाधिक 76.98 तथा रांची में सबसे कम 49.10 फीसद वोटिंग हुई। 2014 की तुलना में यह 1.67 फीसद कम है।
खास बातें
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा के तीसरे चरण के लिए मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के साथ ही चुनाव मैदान में खड़े 309 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। गुरुवार को इस चरण की 17 विधानसभा सीटों के लिए हुई वोटिंग में कुल 62.35 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि विधानसभा चुनाव, 2014 की तुलना में यह 1.67 फीसद कम है। वोटिंग पैटर्न की बात करें तो पिछले दो चरणों की ही तरह इस चरण में भी शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं अधिक मतदान हुआ। सिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में सर्वाधिक 76.98 तथा रांची में सबसे कम 49.10 फीसद वोटिंग हुई। हालांकि विधानसभा चुनाव 2014 की तुलना में रांची में इस बार 0.47 फीसद अधिक मतदान हुआ। कांके में भी मतदान फीसद बढ़ा है, लेकिन हटिया में इसमें कमी आई है। सिल्ली में सबसे अधिक मतदान होने के बाद भी पिछले विस चुनाव की अपेक्षा मतदान फीसद में आंशिक कमी आई है।
हजारीबाग में 13.54 फीसद कम मतदान
मतदाताओं को जागरूक करने की लाख प्रयासों के बावजूद हजारीबाग विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत बढऩे के बजाय 13.54 फीसद घट गया। विधानसभा चुनाव 2014 में कुल 70.72 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इससे इतर इस बार 57.18 फीसद ही वोटिंग हुई।
कब, कहां कितना हुआ मतदान (फीसद में)
विधानसभा 2009 2014 2019
कुल 56.91 64.02 62.35
यहां बढ़ा मतदान प्रतिशत
बरकट्ठा : 0.66, बड़कागांव : 4.42, रामगढ़ : 8.84, खिजरी : 3.65, रांची : 0.47, कांके : 3.02
यहां घटा मतदान प्रतिशत
कोडरमा : 7.73, बरही : 2.97, मांडू : 3.46, हजारीबाग : 13.54, सिमरिया : 2.56, धनवार : 1.96, गोमिया : 2.46, बेरमो : 4.27, ईचागढ़ : 6.58, सिल्ली : 0.68, हटिया : 3.65
दिव्यांगों से सीख लीजिए, 88.48 फीसद ने किया मतदान
जहां शहरी क्षेत्रों के मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने से पीछे रह जाते हैं, वहीं दिव्यांग मतदाता दूसरे के लिए प्रेरणा बन रहे है। तीसरे चरण के चुनाव की ही बात करें, तो कुल 17 सीटों पर 88.48 फीसद दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर दूसरों को प्रेरित करने का काम किया। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कृपानंद झा के अनुसार, इस चरण में कुल 62,912 दिव्यांग मतदाता थे, जिनमें 55,667 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
पहले दो चरणों में भी 80 फीसद से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने की थी वोटिंग
इससे पहले भी दो चरणों के चुनाव में 80 फीसद से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया था। चुनाव आयोग ने अधिक से अधिक दिव्यांग मतदाताओं के मतदान सुनिश्चित करने के लिए मतदान केंद्रों पर उन्हें कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की थीं। इस चरण में ऐसे मतदाताओं के लिए कुल 7,336 स्वयंसेवक लगाए गए थे। मतदान केंद्रों पर कुल 3,581 व्हील चेयर लगाए गए थे। दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने तथा वापस पहुंचाने के लिए 1953 वाहन लगाए गए थे।