Delhi Assembly Election 2020: कांग्रेस युवाओं पर लगा सकती है दांव, AAP-भाजपा को मिलेगी कड़ी चुनौती
Delhi Assembly Election 2020 कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों से राजधानी में पेट्रोल डीजल प्याज व अन्य जरूरी सामान के दाम आसमान छूने लगे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 होने में एक महीने से भी कम का समय बचा है। ऐसे में दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के साथ भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) और कांग्रेस (Congress) चुनावी तैयारी में जुट गई हैं। इसी कड़ी में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा है कि पार्टी इस विधानसभा चुनाव में ज्यादा संख्या में युवा नेताओं को मैदान में उतारेगी। पार्टी को मजबूत करने में योगदान देने वाले युवाओं को टिकट देने में प्राथमिकता मिलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा व दिल्ली सरकार सिर्फ झूठी घोषणाएं कर रही हैं। दिल्ली के युवा इस झूठ को उजागर करें।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से राजधानी में पेट्रोल, डीजल, प्याज व अन्य जरूरी सामान के दाम आसमान छूने लगे हैं। 14 दिसंबर को रामलीला मैदान में हो रही भारत बचाओ रैली में भी दिल्ली के हजारों नौजवान शामिल होंगे।
युवा कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) के प्रदेश प्रभारी अमित मलिक द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी, पूर्व मंत्री जगदीश टाइटलर, अरविंदर सिंह लवली, हारुन यूसुफ, प्रदेश प्रकोष्ठ संयोजक सीपी मित्तल पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष ब्रहम यादव, कमलकांत शर्मा, जयवीर सिंह नागर, राष्ट्रीय सचिव अमित यादव, भैया पवार व पूर्व विधायक नसीब सिंह व अनिल भारद्वाज सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।
कांग्रेस करेगी भाजपा कार्यालय का घेराव
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में राजीव भवन स्थित कार्यालय में भाजपा मुख्यालय का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन विधयेक न केवल संविधान की मूल भावनाओं के खिलाफ है बल्कि देश की धर्म निरपेक्ष छवि को दागदार करने वाला है।