Delhi assembly Election 2020: AAP-भाजपा के खिलाफ सोनिया गांधी चल सकती हैं ये बड़ा दांव
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी की ओर बढ़ रही दिल्ली में सियासी चक्रव्यूह रचने के लिए कांग्रेस इस बार पुराने योद्धाओं पर भी दांव लगा सकती है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi assembly Election 2020 : दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी की ओर बढ़ रही दिल्ली में सियासी चक्रव्यूह रचने के लिए कांग्रेस इस बार पुराने योद्धाओं पर भी दांव लगा सकती है। चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने और पार्टी में चल रही गुटबाजी पर विराम लगाने के लिए इस दांव पर पूरी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। जिला अध्यक्षों की ओर से भी प्रदेश प्रभारी और आलाकमान को इस आशय का सुझाव दिया गया है।
गौरतलब है कि अगर दिल्ली में चुनाव अपने नियत समय यानी फरवरी के पहले सप्ताह में होते हैं तो भी दिसंबर माह के तीसरे या चौथे सप्ताह में आचार संहिता लागू हो जाएगी। हालांकि कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि इस बार विधानसभा चुनाव थोड़ा पहले कराए जा सकते हैं। बहरहाल, मुद्दा यह है कि आम आदमी पार्टी (aam aadmi party) और भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) जहां चुनाव की तैयारी में जुट चुकी है वहीं प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा है और अधिकांश नेता-कार्यकर्ता घर बैठे हैं।
बताया जाता है कि जिला अध्यक्षों की ओर से प्रदेश प्रभारी पीसी चाको (Delhi congress Incharge PC chacko) व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (congress president Sonia Gandhi) को ही यह सुझाव दिया गया है कि मौजूदा परिस्थितियों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी प्रत्याशी बनाया जाए। इनमें सभी पूर्व सांसद, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मंत्री व कई बार के विधायक शामिल हैं। जिलाध्यक्षों का सुझाव है कि ऐसा करने पर दोहरा लाभ होगा। पहला यह कि उक्त सभी दिल्ली की जनता में जाने माने चेहरे हैं। वह कम समय में भी प्रचार मजबूत करके चुनाव में जीत का आधार तैयार कर सकेंगे। दूसरा लाभ यह होगा कि जब सभी वरिष्ठ चुनाव लड़ने में व्यस्त हो जाएंगे तो उनके पास गुटबाजी के लिए समय ही नहीं रहेगा।
वरिष्ठ नेताओं को लड़ाया जाएगा चुनाव
हरीकिशन जिंदल (अध्यक्ष, आदर्श नगर जिला कांग्रेस कमेटी) के मुताबिक, दिल्ली के मौजूदा सियासी हालात और प्रदेश कांग्रेस की स्थिति को देखते हुए वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़वाना वक्त की नजाकत है। अगर पार्टी हमारे इस सुझाव पर अमल करती है तो इससे निश्चित तौर पर फायदा ही होगा।
जो मजबूती से चुनाव लड़ेंगे, उन्हें मिलेगा टिकट
पीसी चाको (प्रभारी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी) का कहना है कि विधानसभा चुनाव में युवा और नए चेहरों के साथ-साथ महिला उम्मीदवारों को भी तरजीह दी जाएगी, लेकिन वरिष्ठ नेताओं में भी जिनके पास जीत का आधार होगा और जो मजबूती से चुनाव लड़ना चाहेंगे, उन्हें टिकट दिया जाएगा।
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