Delhi Assembly Election 2020: बयानबाजी छोड़ अब मैदान में उतरेंगे भाजपा नेता

एसी कमरों में बैठकर बयान जारी करने के बजाय मैदान में उतरकर मोर्चा खोलना होगा। रणनीति बन गई है। तय हुआ है कि आप के प्रत्येक विधायक को उनके क्षेत्र में बेनकाब किया जाए।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 17 Sep 2019 08:18 AM (IST) Updated:Tue, 17 Sep 2019 08:18 AM (IST)
Delhi Assembly Election 2020:  बयानबाजी छोड़ अब मैदान में उतरेंगे भाजपा नेता
Delhi Assembly Election 2020: बयानबाजी छोड़ अब मैदान में उतरेंगे भाजपा नेता

नई दिल्ली (संतोष कुमार सिंह)। आम आदमी पार्टी (AAP) और अरविंद केजरीवाल सरकार को घेरने के नाम पर भाजपा नेता बयानबाजी से आगे नहीं बढ़ सके हैं, लेकिन अब उन्हें अपनी आदत बदलनी होगी। उन्हें वातानुकूलित कमरों में बैठकर बयान जारी करने के बजाय मैदान में उतरकर मोर्चा खोलना होगा। इसकी रणनीति भी बन गई है। तय हुआ है कि आप के प्रत्येक विधायक को उनके क्षेत्र में बेनकाब किया जाए।

चुनावी वादों को दिलाया जाएगा याद
चुनाव के समय उनके द्वारा किए गए वादों की उन्हें याद दिलाई जाए, इसके लिए विधानसभा स्तर पर रोष प्रदर्शन किए जाएंगे। इसके साथ ही अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने के मामलों को भी धार देने की तैयारी है। नेता व कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर बताएंगे कि अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने में किसने और किस तरह से बाधा डाली है।

अधिकांश मुद्दों पर भाजपा नेता सिर्फ देते हैं बयान
गिने-चुने प्रदर्शनों को छोड़ दें तो अधिकांश मुद्दों पर भाजपा नेता सिर्फ बयान देकर शांत हो जाते हैं। इसे लेकर कार्यकर्ता चिंता जताते रहे हैं। उनका कहना है कि केजरीवाल सरकार को घेरने के लिए सड़क पर उतरना जरूरी है। कार्यकर्ताओं ने जिलास्तरीय बैठक में प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर के सामने भी अपनी बात रखी है। उनका कहना था कि दिल्ली के लोगों से आप ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा नहीं किया गया,

विधानसभा स्‍तर पर आंदोलन की जरूरत
इसलिए प्रदेश के साथ ही विधानसभा स्तर पर भी आंदोलन करने की जरूरत है। उनके सुझाव के अनुसार आप और केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी की रणनीति तैयार की गई है। जहां सांसदों व प्रदेश के बड़े नेताओं को आप के चुनाव घोषणापत्र में किए गए वादों के खिलाफ मोर्चा खोलने को कहा गया है। वहीं, सभी नेताओं को अपने-अपने क्षेत्र में विधायकों की घेराबंदी करने का निर्देश दिया गया है। इसे लेकर सोमवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में नेताओं की बैठक भी हुई।

महामंत्री राजेश भाटिया को मिली जिम्‍मेदारी
विधानसभा स्तर पर चलने वाले आंदोलन की रूपरेखा तय करने की जिम्मेदारी प्रदेश भाजपा महामंत्री राजेश भाटिया को दी गई। प्रदेश महामंत्री कुलजीत चहल अनधिकृत कॉलोनियों में चलने वाले अभियान की कमान संभालेंगे। जल्द ही जिला व मंडल इकाई के साथ चर्चा करके आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।

उठेगा अनधिकृत कॉलोनी का मामला
भाजपा नेताओं ने बताया कि अनधिकृत कॉलोनी के लोगों को किस तरह से धोखा दिया गया है इस बारे में जनता को बताना जरूरी है। पहले कांग्रेस की सरकार ने और उसके बाद आप सरकार ने इन कॉलोनियों को नियमित करने के नाम पर इनलोगों के साथ छल किया है। आप सरकार इस काम में बाधा डालती रही है। आप सरकार के रवैये को देखते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसका श्रेय मुख्यमंत्री लेने में लगे हुए हैं। इन बातों की जानकारी लोगों को देने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा।

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