Delhi Election 2020: पश्चिमी दिल्ली की 10 सीटों पर पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने संभाला मोर्चा

पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली दस विधानसभा क्षेत्र की सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 27 Jan 2020 12:55 PM (IST) Updated:Mon, 27 Jan 2020 12:55 PM (IST)
Delhi Election 2020: पश्चिमी दिल्ली की 10 सीटों पर पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने संभाला मोर्चा
Delhi Election 2020: पश्चिमी दिल्ली की 10 सीटों पर पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने संभाला मोर्चा

नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। Delhi Election 2020:  पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली दस विधानसभा क्षेत्र की सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं। वे पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बारी-बारी से रोजाना बैठकों का दौर उनके मार्गदर्शन में चलता है। बैठकों में छोटी से छोटी बातों पर भी उनका पूरा ध्यान रहता है। राधा मोहन सिंह कभी नजफगढ़, तो कभी विकासपुरी, तो कभी मटियाला का दौरा करते हैं। वे रोजाना विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए प्रभारी, संयोजक, विस्तारक व प्रवासी कार्यकर्ताओं से दिन भर की गतिविधियों की जानकारी लेते हैं।

पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी दस विधानसभा सीटों के लिए भाजपा की रणनीति तैयार है। क्षेत्र की विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित संगठनात्मक बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि कार्यकर्ताओं को विधानसभा क्षेत्र की स्थानीय समस्याओं के बारे में भी पूरी जानकारी होनी चाहिए, ताकि जनसंपर्क के दौरान वे न केवल राष्ट्रीय स्तर की बातें बल्कि स्थानीय मुद्दों पर भी अपनी बात सामने वाले के समक्ष रख सकें। उनका यह साफ निर्देश है कि कार्यकर्ता जब भी जनसंपर्क करेगा, उस समय उसका ध्यान सामने वाले की बात सुनने पर अधिक होना चाहिए। ऐसा करके ही सामने वाले का भरोसा जीता जा सकता है।

वे यह भी कह चुके हैं कि मतदान से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं की कोशिश होनी चाहिए कि वह प्रत्येक मतदाता के पास तीन से चार बार पहुंचे और संवाद स्थापित करे। सिर्फ एक बार संवाद से मतदाता को भरोसा जीतना पर्याप्त नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष की इस बात को पार्टी के पदाधिकारी गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को साफ-साफ निर्देश दिया है कि उनके पास क्षेत्र के मतदाताओं की पूरी लिस्ट होनी चाहिए। संगठनात्मक बैठकों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो भी बातें कहीं हैं, उनके अनुसार प्रत्येक विधानसभा में जनसंपर्क के लिए रणनीति तैयार की गई है।

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