Delhi Assembly Election 2020: पढ़िए विधायक बंदना कुमारी का रिपोर्ट कार्ड
छात्र जीवन से सामाजिक सरोकारों से जुड़ी रहीं और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान बनाई। उन्होंने अन्ना आंदोलन में भाग लिया आम आदमी पार्टी के गठन के बाद वह इससे जुड़ गईं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बंदना कुमारी शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक बनी हैं। उन्हें दिल्ली विधानसभा में डिप्टी स्पीकर बनने का गौरव हासिल है। छात्र जीवन से सामाजिक सरोकारों से जुड़ी रहीं और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान बनाई। उन्होंने अन्ना आंदोलन में भाग लिया, आम आदमी पार्टी के गठन के बाद वह इससे जुड़ गईं। 2013 के विधानसभा चुनाव में पहली बार जीत हासिल की।
2015 के चुनाव में वह फिर से विधायक चुनी गईं।
दावों का पोस्टमार्टम
भाजपा प्रत्याशी के रूप में पूर्व पार्षद रेखा गुप्ता दूसरे नंबर पर रही थीं। उनका कहना है कि मौजूदा विधायक उम्मीदों पर खड़ी नहीं उतरी। उन्होंने क्षेत्र के विकास के बदले अपने घर परिवार का विकास किया।
उपलब्धियां
- शालामार व हैदरपुर गांव में घरों के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तारों को भूमिगत कराया।
- मैक्स अस्पताल वाली सड़क की चौड़ीकरण किया गया।
-शालामार व हैदरपुर गांव में सुरक्षा के लिहाज से गेट लगवाए गए।
- हैदरपुर में दो चौपाल बनकर तैयार हैं, जबकि एक और चौपाल बन रहा है।
-गांवों, कॉलोनियों व झुग्गियों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।
- शालामार चौक पर से कूड़ेदान को हटाया और वहां झुग्गी वासियों को अपना फ्लैट दिलवाया।
-50 ब्लॉक में पानी की पाइपलाइन डाली गई।
-शालीमार बाग के सीएनडी, कृष्णा अपार्टमेंट व
- डीए ब्लॉक में पानी की उपलब्ध कराया।
-शालामार, हैदरपुर, सहीपुर गांव में गलियां, पानी की नई पाइपलाइन के अलावा सीवर का काम कराया गया।
बंदना कुमारी उम्र: 45 वर्ष शिक्षा: बीए -विधानसभा क्षेत्र: शालीमार बाग राजनीतिक दल: आप विधानसभा क्षेत्र में पोलिंग स्टेशन की संख्या : 163
कुल मतदाता : 1,88,879
पुरुष मतदाता : 1,00,413
महिला मतदाता : 86,891
अन्य: 8
जनता ने कहा-ऐसे हों हमारे विधायक -लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास करें। -अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से जुड़ाव हो ताकि उनकी समस्याओं को समझ सकें। -विकास कार्यों को तय समय में पूरा कर लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरें।
जनता की राय
क्षेत्र में विकास से जुड़े काफी कार्य हुए हैं। पानी और बिजली आपूर्ति में काफी सुधार हुआ। सड़कें बनवाई गईं, सीवर लाइनें डाली गईं। सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। कॉलोनियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कई योजनाएं लागू की गईं।
सत्यपाल शर्मा
विकास के मामले में यह क्षेत्र पिछड़ा रहा। विधायक से लोगों की जो उम्मीदें थीं, वह पूरी नहीं हुईं। सड़क और सीवर की समस्या से लोग परेशान हैं। उन्होंने गत चुनाव में जो वादा किया, उनमें अधिकतर पूरे नहीं हुए।
विनय झा
विधायक ने पांच साल के कार्यकाल के दौरान क्षेत्र के विकास के लिए कोई काम नहीं किया। इलाके में न तो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और न ही वाई-फाई की सुविधा मिली। लोग पानी की किल्लत से जूझते रहे।
प्रमोद कुमार राय
इलाके में सड़कें नहीं बनाई गईं। कॉलोनियों में गेट तो लगाए गए, लेकिन वहां कोई चौकीदार तैनात नहीं किया गया। सीवर जाम होने के कारण लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है। क्षेत्र में विकास की उपेक्षा
की गई। विधायक ने पिछले पांच वर्षों के दौरान क्षेत्र के विकास को लेकर कोई कार्य नहीं किए।
कमलेश
दावों का पोस्टमार्टम
-मध्यमवर्गीय लोगों की अनदेखी की गई।
-झुग्गीवासियों को फ्लैट नहीं दिए गए हैं, वहां शौचालय नहीं हैं।
-हैदरपुर में 12 कक्षा तक के स्कूल नहीं हैं, पीतमपुरा में एक भी सामुदायिक भवन नहीं है।
- बड़े नाले की सफाई न होने से बारिश में जलभराव से लोग परेशान रहे।
-सड़कों का निर्माण नहीं कराया गया।
- मोहल्ला क्लीनिकों में कोई सुविधा नहीं है।
- पानी की पाइप नहीं बदली गई, सीवर जाम से लोग जूझते रहे।
- दिल्ली सरकार के स्कूलों में साइंस की पढ़ाई नहीं होती।