Delhi Election 2020: केजरीवाल को जब हार नजर आने लगी तो याद आ रहे हनुमान: प्रवेश वर्मा
Delhi Election 2020 चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए 96 घंटे के प्रतिबंध के पूरा होने के बाद प्रवेश वर्मा ने एक बार फिर सीएम केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Election 2020: द्वारका में पीएम मोदी की रैली में सांसद प्रवेश वर्मा ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री को हार नजर आने लगी तो भगवान हनुमान याद आने लगे। पांच वर्षों तक टोपी पहनकर पूरी दिल्ली में घूमते समय उन्हें भगवान हनुमान की याद नहीं आई। पिछले पांच वर्षों में न तो मंदिरों के पुजारियों की सुध ली और न ही गुरुद्वारों के ग्रंथियों की। सिर्फ सुध ली तो मस्जिदों के इमामों की, जिन्हें जनता के टैक्स के पैसे में से 18 हजार रुपये महीने दिए जा रहे हैं।
प्रवेश वर्मा यही नहीं रुके और तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री टुकड़े-टुकड़े गैंग का साथ देने की बात कर रहे हों वह दिल्ली का भला कैसे कर सकता है। उपस्थित जनसमूह को भारत माता की कसम देते हुए कहा कि अगर दिल्ली को बचाना है तो अपनी जान की बाजी लगा दो। घर-घर जाकर केजरीवाल की नीयत से लोगों को अवगत कराओ और कमल का बटन दबाकर भाजपा को भारी मतों से विजयी बनाओ।
केजरीवाल पर भी साधा निशाना
चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए 96 घंटे के प्रतिबंध के पूरा होने के बाद प्रवेश वर्मा पहली बार जनता को संबोधित कर रहे थे। प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने आपको दिल्ली का बेटा कहते हैं। इस संबंध में सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया किया था, उस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सेना से सुबूत की मांग की थी। पूछते फिर रहे थे कि क्या सच में सर्जिकल स्ट्राइक किया गया है। उन्होंने लोगों से कहा कि मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या दिल्ली का बेटा ऐसा सवाल पूछ सकता है। उन्होंने कहा कि हम सभी दिल्ली के बेटे हैं। हमने तो सेना से कोई सवाल नहीं किया। हमें अपनी सेना पर भरोसा है। दिल्ली का बेटा दिल्ली को बचाने व देश की आन बान और शान को कायम रखने का कार्य करता है।
अब पूरी दिल्ली खांस रही हैः प्रवेश वर्मा
उन्होंने कहा कि जब मेरे पिताजी साहिब सिंह वर्मा मुख्यमंत्री थे उस दौरान अनधिकृत कालोनियों पर टूटने का खतरा मंडरा रहा था। मेरे पिताजी खुद हाईकोर्ट गए और जनता का पक्ष जज साहब के सामने रखा। उसके बाद अनधिकृत कालोनियों के लाखों लोगों को राहत मिली थी। प्रदूषण के मुद्दे पर प्रवेश वर्मा ने कहा कि पांच वर्ष पहले मुख्यमंत्री खांसते थे और अब पूरी दिल्ली खांस रही है। प्रदूषण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए हैं। केंद्र सरकार ने ही जनता को कुछ हद तक राहत दी और ईस्टर्न वेस्टर्न पेरीफेरल बनाकर दिल्लीवासियों को प्रदूषण से राहत देने का काम किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि विकास के मुद्दे पर हमसे बात करें। अगर वे कोई भी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, फ्लाईओवर जिसका उन्होंने शिलान्यास किया हो, दिखा दें तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा। उन्होंने बिजली-पानी फ्री के मुद्दे पर मुख्यमंत्री को घेरते हुए कहा कि यह सब सिर्फ 31 मार्च तक है और इस योजना को कोई नाम नहीं दिया गया है। उपस्थित जन सैलाब से प्रवेश वर्मा ने कहा कि भाजपा यह सभी सुविधाएं पूरे पांच साल के लिए मुहैया कराएगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र में अभी भाजपा की साढ़े चार साल सरकार है। अगर फिर से आम आदमी पार्टी आ गई तो यही बात दोहराई जाएगी कि केंद्र सरकार मुझे काम नहीं करने दे रही है। फिर से दिल्ली का विकास रुक जाएगा। हम आपसे अपील करते हैं कि इस तरह का अभिनव प्रयोग नहीं करें। भाजपा की सरकार बनाएं जिससे कि दिल्ली वालों को प्रधानमंत्री के मजबूत हाथ का सहारा मिल सके और विकास की रफ्तार तेज हो।