छत्तीसगढ़ चुनाव: सुंदरनगर के ग्रामीण पहली बार बनेंगे गणतंत्र का हिस्सा, करेंगे मतदान

छत्तीसगढ़ के बालोद के ग्राम सुंदरनगर के ग्रामीण पहली बार गणतंत्र का हिस्सा बनेंगे।

By Manish NegiEdited By: Publish:Fri, 19 Oct 2018 12:45 PM (IST) Updated:Fri, 19 Oct 2018 12:45 PM (IST)
छत्तीसगढ़ चुनाव: सुंदरनगर के ग्रामीण पहली बार बनेंगे गणतंत्र का हिस्सा, करेंगे मतदान
छत्तीसगढ़ चुनाव: सुंदरनगर के ग्रामीण पहली बार बनेंगे गणतंत्र का हिस्सा, करेंगे मतदान

बालोद, जेएनएन। आजाद भारत में हम सालों से अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे है, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि छत्तीसगढ़ के बालोद के ग्राम सुंदरनगर के ग्रामीण पहली बार गणतंत्र का हिस्सा बनेंगे। वर्ष 2017 में बालोद जिले के राजस्व ग्राम में शामिल होने के बाद यहां मंगलवार को पहली बार प्रशासन का अमला पहुंचा। हथियारबंद जवानों के साथ कुछ लोगों को गांव की तरफ आता देख ग्रामीण सहम गए। मौके की नजाकत को भांपते हुए दोनों अफसरों ने जवानों को गांव के बाहर ही रोक दिया और अकेले ही जाकर दरवाजा खटखटाया।

अफसरों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि भयमुक्त होकर घरों से बाहर निकले। ग्रामीणों को बताया कि उनका नाम मतदाता सूची में है, उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग करना है। गणतंत्र का हिस्सा बनने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे। क्योंकि यहां सालों से बसे ग्रामीण पहली बार अपने मतों का प्रयोग करने जा रहे है।  

न सड़क न सवारी 

बालोद जिले के अंतिम छोर और राजनांदगांव जिले के बॉर्डर में बसा डौंडीलोहारा ब्लॉक के अंतिम गांव सुंदर नगर जाने के लिए न रास्ता है और न ही कोई साधन। कलेक्टर किरण कौशल एसपी आइके एलिसेला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जेआर ठाकुर और एसडीएम  जेएल यादव के साथ-साथ हथियारों से लेस जवान कच्चे रास्ते से सफर करते हुए पहुंचे।  

चुनाव के बाद फिर लौटने का वादा

ग्रामीणों ने कलेक्टर व एसपी को जब अपनी गांव की समस्या बताई, तो कुछ पल के लिए ग्रामीणों की पीड़ा सुन प्रशासनिक अमला भावुक हो गया। परंतु आचार संहिता के चलते जिला प्रशासन द्वारा उन्हें किसी प्रकार का आश्वासन दिए जाने की बजाए यह वचन दिया कि चुनाव समाप्त होते ही यही सारे अधिकारी उनके गांव में दोबारा आएंगे उसके बाद ही वे उनकी समस्याओं का निराकरण कर पाएंगे।

ग्रामीणों ने खुद रखा गांव का नाम 

ग्राम सुंदर नगर का नाम वहां के ग्रामीणों ने ही मिल कर रखा है। पहले राजनांदगांव जिले के कुछ परिवार आकर यहां रहने लगे कुछ समय बाद डौंडी लोहारा ब्लॉक के लोग भी आ गए। धीरे-धीरे लोगों के साथ-साथ घरों के छत की संख्या भी बढ़ती चली गई। ग्राम सुंदर नगर हितापठार गांव का आश्रित ग्राम है तथा 35 छतों के नीचे लगभग 150 लोग यहां रहते हैं।

कलेक्टर ने तुरंत मंगवाई ईवीएम 

कलेक्टर किरण कौशल ने ग्रामीणों को जैसे ही मतदान करने की शपथ दिलाई तो पहली बार मतदान करने वाले ग्रामीणों ने ईवीएम मशीन देखने की इच्छा प्रकट की ताकि मतदान के समय में उसका उपयोग कर सकें। कलेक्टर ने आनन-फानन अधिकारियों को रवाना कर तत्काल ईवीएम मशीन मंगवाई तथा बकायदा सभी ग्रामीणों को ईवीएम मशीन उपयोग करने के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी।

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