जोगी- माया की एकता से प्रभावित होगा छत्तीसगढ़ की राजनीति का समीकरण

जोगी के लिए आगामी विधानसभा चुनाव करो या मरो की जंग है। ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन कर जोगी को हाथी की सवारी का मौका दे दिया है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 04:56 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 05:56 PM (IST)
जोगी- माया की एकता से प्रभावित होगा छत्तीसगढ़ की राजनीति का समीकरण
जोगी- माया की एकता से प्रभावित होगा छत्तीसगढ़ की राजनीति का समीकरण

संजीत कुमार, रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी अपने अस्तित्व की जंग लड़ रहे हैं। कांग्रेस से अलग होकर उन्होंने अपनी क्षेत्रीय पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) बना ली है। जोगी के लिए आगामी विधानसभा चुनाव करो या मरो की जंग है। ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन कर जोगी को हाथी की सवारी का मौका दे दिया है। हालांकि, बसपा भी छत्तीसगढ़ में अपनी चमक खो रही है। इसके बावजूद इस गठबंधन का राज्य की दो दर्जन सीटों पर असर पड़ेगा।

अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 10 सीटों पर तो सीधा असर दिखेगा। इस वर्ग की आबादी का राज्य की जनसंख्या में हिस्सा 13 फीसद है। पिछले चुनाव में 10 में से नौ सीटें भाजपा के पाले में गई, जबकि एक सीट कांग्रेस ने हासिल की।

दोनों का प्रभाव एससी वर्ग में ज्यादा
छत्तीसगढ़ में बसपा का प्रभाव एससी बाहुल्य विधानसभा सीटों पर ज्यादा रहा है। इस वर्ग में जोगी का भी जनाधार अच्छा है। यही वजह है कि राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि दोनों के गठबंधन का सीधा असर एससी सीट पर तो होगा ही उन सामान्य सीटों पर भी होगा जहां एससी वोटर की तादाद अच्छी खासी है।

इन सीटों पर है बसपा का असर
मुंगेली, बिलाईगढ़, आरंग, नवागढ़, बलोदाबार,सारंगढ़, बेरला, पामगढ़, मस्तुरी, अभनपुर, अकलतरा, बिल्हा, लोरमी, तखतपुर, भाटापारा, धरसीवा, पाटन, सारंगढ़, बिंद्रानवागढ़ , सराईपाली , लैलूंगा, कुनकुरी, रायगढ़ व खरसिया।

लगातार खिसकता रहा बसपा का जनाधार
एससी वर्ग में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की पकड़ मजूबत रही फिर भी चुनाव दर चुनाव वोट प्रतिशत व सीटें घटती रहीं। 2003 और 2008 में दो और एक विधायक चुनकर आए, लेकिन 2013 में एससी आरक्षित किसी भी सीट पर बसपा प्रत्याशी जीत नहीं पाए। एक विधायक जीता भी वह भी सामान्य सीट पर। हालांकि ज्यादातर सीटों पर पार्टी तीसरे या चौथे नंबर पर रही, लेकिन वोट महज दो से पांच फीसद ही मिले।

अब तक के तीन चुनावों में बसपा की स्थिति

      वर्ष                लड़े              जीते       जमानत जब्त        कुल वोट          प्रतिशत

    2003              54                02            46                   429334          4.45

    2008              90                02            83                   656210          6.11

    2013              90                01            84                   558424           4.27

तीन चुनावों में एससी सीट को हाल

                     2003                      2008           2013

 भाजपा           04                           05                09

 कांग्रेस           04                           04                01

 बसपा            02                           01                00

एससी सीट पर वोट शेयर

      पार्टी             2013              2008            अंतर

    भाजपा           43.39            38.07          +5.32

    कांग्रेस            33.99            36.77          -2.78

     बसपा            9.32               14.4           -5.08

भाजपा के दबाव में हुआ गठबंधन
'बसपा के प्रदेश अध्यक्ष गठबंधन पर चर्चा करने के लिए हमारे पास आए थे। दो-तीन दिन में बैठकर बात होनी थी, लेकिन भाजपा ने ईडी और सीबीआइ का दबाव बनाकर बसपा व जकांछ में गठबंधन कराया है। जोगी पहले से भाजपा की मदद करते रहे हैं।'

- भूपेश बघेल प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

डूबती नैय्या में कोई सवार नहीं होता 
'मुख्यमंत्री पहले से कह रहे थे, कि जोगी तीसरी शक्ति हैं। बसपा और जकांछ के गठबंधन के बाद त्रिकोणीय संघर्ष प्रबल हो गया है, लेकिन इस संघर्ष में भाजपा और मजबूत होगी। भाजपा की सीटों में बढ़ोतरी होगी। कांग्रेस लंबे समय से बसपा के साथ गठजोड़ करना चाहती थी। कोई भी पार्टी डूबती नैय्या में सवार नहीं होना चाहती, हारती पार्टी में कोई भी दांव नहीं लगाना चाहता।'

- धरमलाल कौशिक प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

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