Chhattisgarh Election Result 2018 : बिल्हा का नहीं टूटा मिथक,फिर बदली पार्टी
Chhattisgarh Election Result 2018 : 2018 के विधानसभा चुनाव में बिल्हा के मतदाताओं ने फिर पार्टी बदली। इस बार धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस के प्रत्याशी राजेंद्र शुक्ला को हराया।
बिलासपुर। जिले की बिल्हा विधानसभा ऐसी सीट है जहां 1990 के बाद से कोई भी पार्टी रिपीट नहीं हुई है। इसकी शुरुआत स्व.अशोक राव के समय हुई। उन्होंने जनता दल प्रत्याशी के बतौर सबसे पहले कांग्रेस से इस सीट को छीना था। तब उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी स्व.चित्रकांत जायसवाल को सात हजार 935 वोट से हराया था।
इसके अगले विधानसभा चुनाव 1993 में फिर अशोक राव ही चुनाव जीते, लेकिन उनकी पार्टी बदल गई। अब वे कांग्रेस के उम्मीदवार थे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी धरमलाल कौशिक को 187 वोट के मार्जिन से हराया। 1998 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी धरम लाल कौशिक ने हार का बदला देते हुए अशोक राव को 10 हजार 342 वोटों के भारी अंतर से हराया।
2003 विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस ने नए प्रत्याशी सियाराम कौशिक को बिल्हा से आजमाया। उनका प्रयोग सफल रहा। सियाराम ने धरमलाल को छह हजार 551 मतों से पराजित कर इस सीट को वापस कांग्रेस की झोली में डाल दिया। अब बारी 2008 विधानसभा चुनाव की थी।
भाजपा प्रत्याशी धरमलाल कौशिक ने वापसी करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार सियाराम कौशिक को शिकस्त दी। उन्होंने सियाराम कौशिक को छह हजार 70 वोटों से हराया। 2013 विधानसभा चुनाव में सियाराम कौशिक ने फिर वापसी की और धरमलाल कौशिक को सत्ता से हटा दिया।
उन्होंने 10 हजार 968 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी को मात दी और फिर बिल्हा की सत्ता पर काबिज हो गए। 2018 के विधानसभा चुनाव में बिल्हा के मतदाताओं ने फिर पार्टी बदली। इस बार धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस के प्रत्याशी राजेंद्र शुक्ला को हराया। पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे सियाराम कौशिक ने जकांछ का दामन थाम लिया था। उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। इस तरह पिछले 18 साल से यहां हर विधानसभा चुनाव में पार्टी बदलने का अपना मिथक इस बार भी बरकरार रखा है।