Chhattisgarh Election Result 2018 : छत्तीसगढ़ में भाजपा के सारे गढ़ ध्वस्त, कांग्रेस के भी हाथ से निकले दो किले

Chhattisgarh Election Result 2018 : इस बार के चुनाव परिणाम ने बीते तीन चुनाव के समीकरणों को बदल कर रख दिया है। हालांकि कुछ सीटों पर पुरानी परंपरा और ट्रेंड कायम रहा।

By Hemant UpadhyayEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 08:18 PM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 08:18 PM (IST)
Chhattisgarh Election Result 2018 : छत्तीसगढ़ में भाजपा के सारे गढ़ ध्वस्त, कांग्रेस के भी हाथ से निकले दो किले
Chhattisgarh Election Result 2018 : छत्तीसगढ़ में भाजपा के सारे गढ़ ध्वस्त, कांग्रेस के भी हाथ से निकले दो किले

रायपुर। कांग्रेस की आंधी में भाजपा के सारे मजबूत गढ़ ध्वस्त हो गए। पार्टी के सबसे सुरक्षित सभी छह सीट जिन पर वह लगातार जीत दर्ज कर रही थी, इस चुनाव में हार गई है।

कांग्रेस ने भी अपने ऐसे आधा दर्जन किलों में से छह को खो दिया। इस बार के चुनाव परिणाम ने बीते तीन चुनाव के समीकरणों को बदल कर रख दिया है। हालांकि कुछ सीटों पर पुरानी परंपरा और ट्रेंड कायम रहा। 

भाजपा के हाथ से निकले किले

जशपुर, बिलासपुर, धरसींवा, डोंगरगढ़, नारायणपुर व जगदलपुर।

कांग्रेस : मरवाही व कोटा।

इन सीटों को बचाने में कांग्रेस सफल : सीतापुर, खरसिया, पाली-तानाखार, व कोंटा।

पांच सीटों पर भाजपा की लगातार तीसरी जीत

राज्य में 2008 में विधानसभा सीटों का परिसीमन हुआ। इसमें  सीटों की संख्या तो 90 ही रही लेकिन 20 से 21 सीटों का अस्तित्व खत्म हुआ तो उनके स्थान पर नई सीटें बनी। इन नई सीटों में से 10 सीटों पर भाजपा दोनों चुनाव जीती थी। इनमें भरतपुर सोनहत, कुनकुरी, बेलतरा, रायपुर पश्चिम, रायपुर दक्षिण, वैशाली नगर, अहिवारा, नवागढ़ व अंतागढ़ शामिल हैं। इनमें से पार्टी इस बार भरतपुर सोनहत, रायपुर पश्चिम, अहिवारा, नवागढ़ आौर अंतागढ़ हार गई है। कांग्रेस ऐसी दोनों सीट कोरबा और मोहला-मानपुर बचाने में सफल रही।

दिलचस्प परिणाम 

कांग्रेस ने एक तो भाजपा ने खो दी सात सीट

90 में से 13 सीट ऐसी हैं, जिन पर एक पार्टी दो बार से चुनाव जीत रही थी, लेकिन 2003 में यह सीट दूसरी पार्टी के पास था। भाजपा के पास ऐसी नौ सीट थी। इनमें से पार्टी केवल राजनांदगांव और बिंद्रानवागढ़ को ही बचा पाई है। बाकी लोरमी, तखतपुर, कवर्धा, बीजापुर, मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, प्रतापुर को दिया है। वहीं धमतरी कांग्रेस के हाथ से निकली है। पार्टी लुंड्रा, अंबिकापुर और  खुज्जी बचाने में सफल रही।

2003 कांग्रेस- 2008 भाजपा- 2013 कांग्रेस-  2018 भाजपा

बिल्हा व जांजगीर-चांपा

2003 भाजपा- 2008 कांग्रेस- 2013 भाजपा- 2018 कांग्रेस

सक्ती, सरायपाली, बसना, खल्लारी, आरंग, सिहावा, लैलुंगा रायगढ़, राजिम व भिलाई नगर।

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