छत्तीसगढ़ में नक्सल खौफ पर भारी लोकतंत्र, 70 फीसद हुआ मतदान
पहले चरण की 18 सीटों में से 10 ऐसी थीं, जहां नक्सलियों ने वोटरों को चुनाव से दूर रहने की चेतावनी दी थी।
नई दुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर सोमवार को हुए मतदान में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रथम चरण में मतदाताओं के उत्साह और हौसले के आगे नक्सल खौफ को मैदान छोड़कर भागना पड़ा। लोकतंत्र की विजयश्री में बूथों पर जमकर वोट बरसे। इस बार इन सीटों पर करीब 70 फीसद मतदान हुआ है। मतदान प्रतिशत अभी बढ़ सकता है, क्योंकि अति दुर्गम क्षेत्रों में मतदान कराने वाली कई पोलिंग पार्टियों की रिपोर्ट आनी बाकी है। शेष 72 सीटों पर 20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होगा।
पहले चरण की 18 सीटों में से 10 ऐसी थीं, जहां नक्सलियों ने वोटरों को चुनाव से दूर रहने की चेतावनी दी थी। यहां सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक मतदान था, लेकिन कई केंद्रों पर शाम छह बजे तक मतदाताओं की लाइन लगी रही। सबसे ज्यादा 72 फीसद मतदान राजनांदगांव जिले की खुज्जी विधानसभा सीट पर हुआ, जबकि बीजापुर में सबसे कम 33 फीसद। राजनांदगांव सीट पर 70.50 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां से सीएम रमन सिंह के मुकाबले में कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को उतारा है। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि मतदान के यह आंकड़े प्रारंभिक हैं। इसमें बदलाव हो सकता है। 11 दिसंबर को चुनाव परिणाम आएगा।
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190 प्रत्याशियों का भाग्य तय 18 सीटों पर प्रथम चरण में चुनाव 12 सीटें बस्तर संभाग की 06 सीटें राजनांदगांव जिले की 4336 मतदान केंद्र बनाए गए थे 30 संगवारी मतदान केंद्र थे 31 लाख 79 हजार 520 मतदाता थेसर्वाधिक मदतान (प्रतिशत में)