Khajauli Election 2020: क्या अपनी सीट बचाने में कामयाब होंगे वर्तमान विधायक सीताराम यादव?
Khajauli Election News 2020 खजौली विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन की ओर से राजद ने अपने वर्तमान विधायक सीताराम यादव पर भरोसा जताया है। वहीं एनडीए की ओर से पूर्व विधायक एवं भाजपा उम्मीदवार अरुण शंकर प्रसाद चुनावी मैदान में हैं।
मधुबनी, जेएनएन। खजौली विधानसभा क्षेत्र से इस बार कुल 22 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। मधुबनी जिले की सभी दस सीटों में से सबसे अधिक उम्मीदवार इसी क्षेत्र से अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं। महागठबंधन की ओर से राजद ने अपने वर्तमान विधायक सीताराम यादव पर भरोसा जताया है। वहीं, एनडीए की ओर से पूर्व विधायक एवं भाजपा उम्मीदवार अरुण शंकर प्रसाद चुनावी मैदान में हैं। भाजपा उम्मीदवार के सामने जहां अपनी खोई हुई सीट पर वापस कब्जा जमाने की चुनौती है। वहीं, राजद उम्मीदवार सीताराम यादव के समक्ष अपनी सीट बचाए रखने की चुनौती है। इस क्षेत्र में भी राजद एवं भाजपा उम्मीदवार के बीच सीधा मुकाबला है। हालांकि, जन अधिकार पार्टी से ब्रज किशोर यादव, सजद-डी से वीरेन्द्र कुमार यादव चुनावी मैदान में उतरकर चुनाव को रोचक बना दिया है। ये उम्मीदवार जीत-हार का गणित बना एवं बिगाड़ भी सकते हैं। भाजपा उम्मीदवार अरुण शंकर प्रसाद पहले भी इस क्षेत्र से निर्वाचित हो चुके हैं। जिस कारण वे इस सीट पर फिर कब्जा जमाने की तैयारी में हैं। वर्तमान विधायक अपनी सीट बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यहां वोटिंग की प्रक्रिया संपन्न हो गई है। यहां 56.28 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
2020 के प्रमुख प्रत्याशी :
सीताराम यादव, राजद
अरुण शंकर प्रसाद, भाजपा
ब्रज किशोर यादव, जाप
वीरेंद्र कुमार यादव, सजद डी
2015 के विजेता, उपविजेता और मिले मत
सीताराम यादव, राजद – 71534 मत
अरुण शंकर प्रसाद, भाजपा – 60831 मत
2010 के विजेता, उपविजेता और मिले मत
अरुण शंकर प्रसाद, भाजपा – 44959 मत
सीताराम यादव, राजद – 34246 मत
2005 के विजेता, उपविजेता और मिले मत
रामप्रीत प्रसाद, भाजपा – 37827 मत
राम लखन, राजद – 29687 मत
कुल वोटर – 3 लाख
पुरुष वोटर – 1.57 लाख
महिला वोटर – 1.43 लाख
ट्रांसजेंडर वोटर – 4
जीत का गणित
राजद को पहली बार इस सीट पर 2000 में जीत मिली थी। इसके बाद 2005 व 2010 के चुनावों में बीजेपी ने इस सीट से जीत दर्ज की। पिछले चुनाव में जदयू व राजद साथ लड़े थे। इस कारण वोटों का बिखराव नहीं हो सका और राजद ने वापसी की। लेकिन, इस बार जदयू भाजपा के साथ है। ऐसे में राजद के लिए यह सीट काफी चुनौतीपूर्ण मानी जा रही है।
प्रमुख मुद्दे :
--- इस विधान सभा क्षेत्र के सीमावर्ती प्रखंड जयनगर में बस स्टैंड का
निर्माण नहीं होना।
--- जयनगर स्थित गोशाला को अतिक्रमण मुक्त कर जीर्णोद्धार
नहीं किया जाना।
--- जयनगर के जर्जर स्टेडियम का जीर्णोद्धार नहीं कराना एवं
जयनगर में इंडोर स्टेडियम का निर्माण नहीं किया जाना।