Babubarhi Vidhan Sabha Constituency: ससुर की सीट पर बहू की अग्निपरीक्षा, राजद ने इस प्रत्याशी पर खेला दांव, जानिए
Babubarhi Vidhan Sabha constituency पिछले चुनाव में जीत दर्ज करनेवाले जदयू नेता कपिलदेव कामत पंचायती राज मंत्री बने इस बार बहू मीना कामत मैदान में। राजद ने दो बार कपिलदेव कामत को हराकर विधायक बनने वाले उमाकांत यादव पर खेला है दांव।
मधुबनी [राजीव रंजन झा]। मधुबनी जिले की बाबूबरही विधानसभा सीट सियासी गलियारे में चर्चित रही है। पिछले चुनाव में यहां से जीत दर्ज करनेवाले कपिलदेव कामत सूबे के पंचायती राज मंत्री रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबियों में उनकी गिनती थी। हाल ही में उनके निधन और बहू मीना कामत के चुनाव लडऩे से यह सीट फिर से चर्चा में है। मीना ससुर के 2005 और 2015 के कार्यकाल, मंत्री रहते उनकी उपलब्धियों और उनके निधन के बाद आत्मीय भावनाओं के सहारे लोगों से जुडऩे की कोशिश कर रही हैं। हालांकि, प्रतिद्वंद्वी ने भी जमीन को कम नहीं सींचा है। महागठबंधन ने इस सीट से दो बार कपिलदेव कामत को ही हराकर जीत दर्ज करनेवाले राजद के उमाकांत यादव को मैदान में उतारा है। वहीं, लोजपा और रालोसपा की भी मोर्चाबंदी नजर आती है।
जातीय फैक्टर है अहम
बाबूबरही क्षेत्र में यादव मतदाताओं की बहुलता है। ये हर बार हार-जीत में निर्णायक रहे हैं। दूसरे स्थान पर कोयरी समाज के वोटर हैं। हालांकि, स्थानीय मतदाता इस बार दो धड़ों में नजर आ रहे हैं। एक वर्ग जदयू और राजद में सीधी टक्कर देख रहा तो दूसरा दल जातीय फैक्टर को हावी बता रहा। जातिगत समीकरण के आधार पर देखें तो जदयू को सीट बचाने के लिए राजद के वोट बैंक में सेंधमारी करनी होगी। रालोसपा ने यहां से कोयरी समाज के महेंद्र प्रसाद सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इनके अलावा निर्दलीय राजकुमार सिंह व कीर्तन प्रसाद सिंह भी इसी समाज के हैं। ऐसे में इनके वोटों के बिखराव या गोलबंद, दोनों की गुंजाइश बनी रहेगी। जानकार बताते हैं कि किसी एक दल के पक्ष में इनके गोलबंद होने का लाभ उसे मिल सकता है, लेकिन बिखराव से जदयू और राजद, दोनों को नुकसान हो सकता है।
इस सीट के अंतर्गत बाबूबरही प्रखंड की 20, लदनिया की 15 तथा खजौली की सात पंचायतें आती हैं। रिटायर्ड शिक्षक शिव कुमार मिश्र बताते हैं कि पिछले कई चुनावों में यहां जातीय समीकरण ही जीत-हार का आधार बनता रहा है। स्थानीय समस्याएं या मुद्दे गौण ही रहे हैं।
पिछले चुनाव में हावी रही थी लोजपा
पिछले चुनाव में जदयू को लोजपा ने कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि, वह जदयू, लोजपा और भाजपा के बदले हुए समीकरण का असर था। उस चुनाव में भाजपा-लोजपा के साथ थी। जदयू, राजद और कांग्रेस के साथ था। लोजपा के विनोद कुमार सिंह (41219) ने जदयू के कपिलदेव कामत (61486) को टक्कर दी थी। अबकी भाजपा-जदयू साथ हैं। लोजपा ने भी अपना प्रत्याशी उतारा है। ये किसके वोट बैंक में सेंधमारी करेगी, यह तो चुनाव में ही पता चलेगा।
बाबूबरही से मतदाता
कुल मतदाता : 305874
पुरुष : 161042
महिला : 144800
अन्य : 32
बाबूबरही सीट से विधानसभा चुनाव 2020 के मुख्य प्रत्याशी
एनडीए : मीना कामत (जदयू)
महागठबंधन : उमाकांत यादव (राजद)
लोजपा : अमरनाथ प्रसाद
पीडीए : महेंद्र प्रसाद सिंह (रालोसपा)
बाबूबरही सीट से अब तक के निर्वाचित विधायक, पार्टी व मत
1977 : देवनारायण (जेएनपी)-30613
1980 : महेंद्र नारायण (कांग्रेस)-32349
1985 : गुणानंद (कांग्रेस)- 22102
1990 : देवनारायण (जनता दल)- 44834
1995 : देवनारायण (जनता दल)- 47570
2000 : देवनारायण (राजद)- 42503
2005 : उमाकांत यादव (राजद)-38568
2005 : कपिलदेव कामत (जदयू)- 39826
2010 : उमाकांत यादव (राजद)- 51772
2015 : कपिलदेव कामत (जदयू) -61486
बाबूबरही सीट से पिछले तीन चुनाव के विनर व रनर :
2005
विनर : कपिलदेव कामत (जदयू)- 39826
रनर : उमाकांत यादव (राजद)- 37744
2010
विनर : उमाकांत यादव (राजद)- 51772
रनर : कपिलदेव कामत (जदयू)- 46859
2015
विनर : कपिलदेव कामत (जदयू) -61486
रनर : विनोद कुमार सिंह (लोजपा)- 41219