Hayaghat Election 2020: हायाघाट में इस बार साख की अग्निपरीक्षा, जानिए पूरा समीकरण

Hayaghat Election News 2020 हायाघाट से एनडीए ने भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर रामचंद्र प्रसाद को मैदान में उतारा है। पिछली बार इस सीट से जदयू के टिकट पर अमरनाथ गामी चुनाव जीते थे। अब वे राष्ट्रीय जनता दल में हैं और दरभंगा शहर से चुनाव लड़ रहे हैं।

By Murari KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:28 PM (IST) Updated:Sat, 07 Nov 2020 06:58 PM (IST)
Hayaghat Election 2020: हायाघाट में इस बार साख की अग्निपरीक्षा, जानिए पूरा समीकरण
दरभंगा के हायाघाट विधानसभा से प्रमुख उम्मीदवार

दरभंगा, जेएनएन। हायाघाट को सबसे ज्यादा भाता है प्यार। यहां के लोगों ने बाहर से आए लोगों को भी खूब सम्मान दिया है। इस बार एनडीए ने भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर रामचंद्र प्रसाद को मैदान में उतारा।  गठबंधन से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेहद करीबी भोला यादव उनके सामने खड़े हैं।  पिछली बार इस सीट से जदयू के टिकट पर अमरनाथ गामी चुनाव जीते थे। अब वे राष्ट्रीय जनता दल में हैं और दरभंगा शहर से चुनाव लड़ रहे हैं। लोजपा के टिकट पर यहां से चुनाव लडऩेवाले रमेश चौधरी भी अब राजद में हैं और बहादुरपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में बहादुरपुर छोड़कर हायाघाट आए भोला यादव ने यहां की जमीन पहले ही नापी है। इन सबके बीच रामचंद्र ने इलाके के चौक-चौराहे से राजनीति की है। दोनों गठबंधनों के प्रत्याशी जमीनी बताए जा रहे। ऐसे में दोनों के बीच की जंग दिलचस्प है। सो, यहां की जीत भोलेनाथ की कृपा जैसी लगती है। यहां वोटिंग की प्रक्रिया संपन्न हो गई है। यहां कुल 54.90 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। 

प्रमुख मुद्दे 

उद्योग संस्थान व रोजगार : हायाघाट विधानसभा क्षेत्र में उद्योग की बात आज भी होती है। सृजन के बाद उद्योग की स्याह तस्वीर यहां की बंद पड़ी अशोक पेपर मिल बताती है। इसकी आधारशिला 1960 के दशक में रखी गई थी। कुछ दिनों तक यह मिल खूब चली। लेकिन, दरभंगा के महाराज कामेश्वर ङ्क्षसह की पहल पर शुरू यह उद्योग 1983 में बंद हो गया। अब झाडिय़ों में ढंकी जा रही इसकी इमारत और खाली मैदान रोजगार नहीं होने का दर्द बयां करती है। 

10 प्रत्याशी मैदान में 

इस बार यहां मुख्य मुकाबला भाजपा रामचंद्र प्रसाद और राजद के भोला यादव के बीच है। यहां से कुल 10 प्रत्याशी मैदान में है।

1. रामचंद्र प्रसाद (भाजपा)

2. भोला यादव (राजद)

3. रविन्द्र नाथ सिंह (निर्दलीय)

4. गीता देवी (निर्दलीय)

5. रौशन नायक (बहुजन समाज पार्टी)

6. ओमप्रकाश मंडल (राष्ट्रीय जन विकास पार्टी)

7. जानकी नंदन चौधरी (निर्दलीय)

8. परमजीत कुमार (निर्दलीय)

9. अब्दुस सलाम खान (जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक)

10. गणेश कुमार चौधरी (युवा क्रांतिकारी पार्टी)

अबतक के विधायक 

1967- बालेश्वर राम (कांग्रेस)

1969- बालेश्वर राम (कांग्रेस)

1972- बालेश्वर राम (कांग्रेस)

1977- अनिरुद्ध प्रसाद (जनता पार्टी)

1980- मदन मोहन चौधरी(कांग्रेस)

1985- उमाधर प्रसाद सिंह (निर्दलीय)

1990- कफिल अहमद कैफी (जनता दल)

1995- हरिनंदन यादव (जनता दल)

2000- उमाधर प्रसाद सिंह (निर्दलीय)

2005- हरिनंदन यादव (राजद-फरवरी व नवंबर के चुनाव में) 

2010- अमरनाथ गामी (भाजपा)

2015- अमरनाथ गामी (जदयू)

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