Bihar Chunav 2020: निशानेबाज श्रेयसी सिंह भाजपा से आगे बढ़ाएंगी सियासी विरासत, जमुई सीट से लड़ रहीं चुनाव
Bihar Chunav 2020 भाजपा की युवा नेता में अब बिहार की श्रेयसी सिंह का नाम भी शुमार हो गया है। उनकी मां पुतुल सिंह पूर्व सांसद रहीं हैं। श्रेयसी सिंह के पिता भी राजनीति के धुरंधर रहे हैं। कुल मिला कर उन्हें राजनीति विरासत के तौर पर मिली है।
पटना, जेएनएन। Shreyasi Singhs: राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी निशानेबाजी का सिक्का जमाने वाली बिहार की बेटी श्रेयसी सिंह अब राजनीति में सिक्का जमाने उतरी हैं। पीएम मोदी की राजनीति से प्रेरित होकर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने वाली श्रेयसी को घर में पहले से ही राजनीतिक माहौल देखने को मिला है। उनके पिता स्वर्गीय दिग्विजय सिंह ने कभी केंद्र की राजनीति की थी। वहीं, उनकी मां पुतुल देवी भी सांसद रही हैं। इसलिए राजनीतिक माहौल में पली बढ़ीं श्रेयसी से उम्मीद है जल्दी ही जनता के दुखों को समझ कर उनके हक की आवाज बनेंगी। आइए, जानते हैं उनका प्रोफाइल।
श्रेयसी सिंह का प्रोफाइल
श्रेयसी सिंह - मूल रूप से जमुई की रहने वाली और यही की सीट से लड़ रही हैं चुनाव।
पिता- दिग्विजय सिंह
माता- पुतुल देवी
उपलब्धि- राष्ट्रमंडल खेल में निशानेबाजी में स्वर्ण पदक
पार्टी- भारतीय जनता पार्टी की सदस्य
किस मुद्दे पर काम करना है पसंद
श्रेयसी मूल रूप से खिलाड़ी है जिन्होंने खेल की दुनिया में एक मुकाम हासिल कर लिया है। इसलिए वह खेल के प्रति लगाव को आगे बढ़ाते हुए खिलाड़ियों को मदद करना चाहती हैं। श्रेयसी चाहती हैं कि बिहार में खेलों को बढ़ावा मिले। बिहार के बच्चे अलग-अलग खेलों में आगे आएं। वहीं, खिलाड़ियों के अलावा उन्हें स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काम करना पसंद है। उन्होंने अपनी इच्छा यह पहले ही बार में बता दी थी, जब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था।
पीएम मोदी से प्रेरित होकर भाजपा में मारी एंट्री
पार्टी ज्वाइन करने के बाद श्रेयसी सिंह से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित हूं। उनके आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित होकर पार्टी ज्वाइन करने का फैसला लिया है। आत्मनिर्भर भारत के तहत बिहार को भी आत्मनिर्भर प्रदेश बनाना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वे आत्मनिर्भर बिहार का चेहरा बन सकती हैं। वहीं, बिहार के विकास पर श्रेयसी ने जवाब दिया कि हम ऐसा विकास चाहते हैं, जिसमें युवाओं का पलायन रुक सके। बिहार के युवा बिहार में सम्मान की जिंदगी जिएं।
राजनीति से रहा है पुराना रिश्ता
राजनीति विरासत के तौर पर पार्टी में हुई एंट्री के बाद से जनता को उनके एक सच्चा नेता देख रही है। श्रेयसी सिंह की मां पुतुल सिंह पूर्व सांसद रहीं हैं। श्रेयसी सिंह के पिता बांका के पूर्व सांसद दिग्विजय सिंह के निधन के बाद 2010 के लोकसभा उपचुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी बांका से लोकसभा का चुनाव जीता था। हालांकि, इस दौरान वह मां के लिए चुनाव प्रचार कर चुकी थीं। बाद में उनकी मां ने भाजपा की सदस्यता ले ली। 2014 के लोकसभा चुनाव में पुतुल सिंह बांका से आरजेडी के जयप्रकाश यादव से चुनाव हार गई थीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बांका की सीट जनता दल यूनाइटेड (JDU) के खाते में चली गई, जिससे नाराज पुतुल सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ गईं। इसके बाद बीजेपी ने पुतुल सिंह को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। उस चुनाव में श्रेयसी सिंह ने मां पुतुल देवी के लिए जनसंपर्क किया था।