Dumraon Election 2020 : डुमरांव में लगातार दो बार से जीत दर्ज कर रही JDU ने बदला उम्मीदवार, जानें कौन है इस बार
Dumraon Election News 2020 डुमरांव में इस बार मुकाबला रोचक है। यहां से चार बार जीत दर्ज कर चुके ददन पहलवान इस बार संकट में हैं। ऐसे ही संकट का सामना उन्हें 10 साल पहले भी करना पडा था। जदयू इस सीट को लगातार दो बार जीत चुका है।
बक्सर, जेएनएन। Dumraon Election News 2020 : डुमरांव विधानसभा सीट बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। यह बक्सर जिले का हिस्सा है। इसका लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भी बक्सर ही है। डुमरांव सीट से 1951 के चुनाव में कांग्रेस के हरिहर प्रसाद सिंह विधायक बने थे। 2015 में यहां जेडीयू के ददन सिंह यादव उर्फ ददन पहलवान विधायक बने। वह 2010 से लेकर अब तक चार बार इस सीट पर चुनाव जीत चुके हैं, हालांकि हर बाद उनका दल बदल जाता है। इस बार वह निर्दलीय उम्मीदवार हैं। 2010 से लगातार दो बार यह सीट जदयू के खाते में गई है। इस बार जदयू ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है। जदयू से अंजुम आरा तो माले से अजीत कुमार सिंह यहां मुकाबले में हैं। बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के मतदान में वोटरों ने यहां मताधिकार का प्रयोग किया।
प्रमुख मुद्दे
1. बाईपास रोड - पुराना भोजपुर-मलियाबाग सड़क डुमरांव शहर के ठीक बीच से गुजरती है। काफी पुरानी यह सड़क वक्त के हिसाब से काफी संकरी साबित हो रही है। इससे सड़क की यातायात व्यवस्था पर असर पड़ता है।
2. उद्योग - डुमरांव में कभी टेक्सटाइल मिल, लालटेन फैक्ट्री और ग्लेज्ड टाइल्स की फैक्ट्री हुआ करती थी। नई फैक्टरियां खुलने की बजाय धीरे- धीरे यहां के पुराने सभी उद्योग भी बंद होते चले गए। आज यहां 100-200 लोगों को राेजगार देने लायक कोई निजी संस्थान नहीं है।
3. चीनी मिल - इस विधानसभा क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से में गन्ने की अच्छी खेती है। कृषकों का कहना है कि अगर यहां चीनी मिल लग जाए तो इसकी खेती और बढेगी।
4. मलई बराज सिंचाई परियोजना - मलई बराज सिंचाई परियोजना का नाम लोग पिछले 40 साल से सुन रहे हैं, लेकिन इसे देखने का सपना कब पूरा होगा, कहा नहीं जा सकता। इस योजना से दर्जनों गांवों के किसानों को फायदा होता।
5. मेडिकल कॉलेज - पिछले लोकसभा चुनाव से ऐन पहले डुमरांव में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया गया। कहा गया कि इसका निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा, हालांकि ऐसा होता अब तक नहीं दिख रहा।
प्रमुख प्रत्याशी
1. अंजुम अारा, जदयू
2. अजीत कुमार सिंह, माले
3. ददन सिंह यादव, निर्दलीय
4. अखिलेश सिंह, लोजपा
5. शिवांग विजय सिंह, निर्दलीय
6. अरविंद प्रताप शाही, रालोसपा
वर्ष - कौन जीता - कौन हारा
2015 - ददन यादव, जदयू - रामबिहारी सिंह, रालोसपा
2010 - डॉ. दाउद अली, जदयू - सुनील कुमार, राजद
2005 नवंबर - ददन यादव, अखिल जन विकास दल - राम बिहारी सिंह, जदयू
2005 फरवरी - ददन सिंह, सपा - अनुराधा देवी, एपी
2000 - ददन सिंह, निर्दलीय - राम बिहारी सिंह, एसएपी