Barbigha Election 2020 : बरबीघा में 10 प्रत्याशी मैदान में, बरहगैन नहर की उड़ाही बना बड़ा मुद्दा

Barbigha Election News 2020 बरबीघा से 2010 में अशोक चौधरी को पराजित करने वाले जदयू विधायक रहे गजानंद शाही अब कांग्रेस प्रत्याशी हैं। सुदर्शन कुमार ने पिछले चुनाव में रालोसपा के शिवकुमार को पराजित किया था। सुदर्शन के जदयू में शामिल होते ही गजानंद ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।

By Prashant ShekharEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 04:09 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 08:14 PM (IST)
Barbigha Election 2020 : बरबीघा में 10 प्रत्याशी मैदान में, बरहगैन नहर की उड़ाही बना बड़ा मुद्दा
बरबीघा विधान सभा क्षेत्र में वोटिंग की सांकेतिक तस्‍वीर।

जेएनएन, पटना । Bihar Election 2020:  बरबीघा विधानसभा सीट के लिए बुधवार 28 अक्‍टूबर को पहले चरण का मतदान हुआ। यहां 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर जीते सुदर्शन कुमार इस बार जदयू से मैदान में हैं। वहीं, 2010 में अशोक चौधरी को पराजित करने वाले जदयू विधायक रहे गजानंद शाही अब कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। सुदर्शन कुमार ने पिछले विधानसभा चुनाव में रालोसपा के शिवकुमार को पराजित किया था। सुदर्शन के जदयू में शामिल होते ही गजानंद शाही ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसके अलावा मधुकर कुमार को लोजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वहीं जदयू नेता रहे राकेश रंजन निर्दलीय खड़े हैं। बरबीघा को पुराने समय में कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था। 2005 में पहली बार कांग्रेस के हाथ से यह सीट निकली। 2015 में भी जदयू कांग्रेस गठबंधन में ही कांग्रेस के उम्मीदवार सुदर्शन यहां से जीते।

बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के बड़े मुद्दों में बरहगैन (सकरी नहर) प्रमुख है। इस नहर से बरबीघा विधानसभा के शेखोपुरसराय, बरबीघा और शेखपुरा प्रखंड के कुछ हिस्सा समाहित है। बरहगैन नहर से इन तीनों प्रखंडों के 27 पंचायतों के दर्जनों गांव के खेतों की सिंचाई होती है। नहर की उड़ाही वर्षों से नहीं होने अथवा कागजों पर कर लिए जाने की वजह से खेत प्यासे रह जाते हैं और किसान के घर के चूल्हे खामोश।

मुद्दा पहला

बरहगैन नहर की उड़ाही का काम अधर में

नवादा के पौरा से चलकर बरबीघा तक और टाटी नदी के माध्यम से शेखपुरा के कई प्रखंडों तक पहुंचने वाली नहर कि उड़ाही का काम नहीं हुआ है। कई जगहों पर अतिक्रमण कर लेने की वजह से नहर में पानी नहीं आता। वहीं नवादा के पौरा में नहर विभाग के द्वारा इधर पानी देने की व्यवस्था की गई है जहां के कर्मचारी के द्वारा भी पानी इधर छोडऩे में कोताही किया जाता है।  वहीं हर साल नहरों की साफ-सफाई के लाखों रुपये भी कागजों पर ही निकालने के आरोप लगते रहे हैं।

मुद्दा दूसरा

गड्ढे वाली सड़क पर क्रेडिट लेने की रही होड़

बरबीघा नगर की गड्ढ़े वाली सड़क के रूप में फेमस तीन किलोमीटर सड़क में नेताओं के द्वारा क्रेडिट लेने की होड़ रही। अनशन भी हुए। काम आज तक शुरू नहीं हो सका। वैसे तो पंद्रह दिन पहले ही इसके निर्माण शुरू होने के दावे किए गए परंतु पंद्रह दिन बाद भी काम होता दिखाई नहीं दे रहा। इस गड्ढे वाली सड़क में तीन से पांच फीट तक बड़े-बड़े गड्ढ़े तीन किलोमीटर तक है। श्री कृष्ण चौक से लाला बाबू चौक होते हुए नारायणपुर मोहल्ला एवं गंगटी गांव तक  सड़क जर्जर है।

मुद्दा तीन

चीनी मिल का वादा अधूरा

शेखोपुरसराय प्रखंड के लिए सबसे बड़ा मुद्दा चीनी मिल चालू करना होता है। इस प्रखंड के आधा दर्जन पंचायतों में ईख की खेती प्रमुखता से होती है। वारिसलीगंज का चीनी मिल बंद होने के बाद भी यहां के किसानों की उम्मीद अभी ङ्क्षजदा है। ईख की खेती किसान कर रहे हैं परंतु नकद राशि की प्राप्ति किसानों को नहीं होती। साल भर मेहनत करने के बाद रस से गुड़ का मीठा बनाने में हार तोड़ मेहनत का काम होता है। किसान को उसकी आमदनी भी कम मिलती है।

मुद्दा चार

 1956 से बरबीघा नहीं बना अनुमंडल

बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री कृष्ण ङ्क्षसह का जन्म भूमि बरबीघा अभी तक अनुमंडल बनने की आस लगाए हैं। 1956 में ही बक्शी कमीशन का गठन कर दिया गया था जिसके द्वारा अनुमंडल बनाए जाने की अर्हता रखने की बात कही गई थी परंतु चुनाव में यह मुद्दा मीडिया की सुर्खियां बनती हैं। कुछ सामाजिक कार्यकर्ता इसे उठाते भी हैं। कई राजनीतिक दल चुनाव के समय में भरोसा भी देते हैं, लेकिन दशकों बाद बरबीघा के अनुमंडल बनने की उम्मीद कहीं दिखाई नहीं देती।

मुद्दा पांचवां

बगैर शिक्षकों के ही कॉलेज में हो रही पढ़ाई

 श्री कृष्ण रामरूची कॉलेज में बगैर शिक्षकों के ही पढ़ाई हो रही है। विज्ञान के विषय में शिक्षकों की भारी कमी है। बावजूद इसके विद्यार्थियों का नामांकन भी हो रहा है। अब परीक्षा देकर विद्यार्थी पास भी कर रहे हैं। यह समस्या दो दशकों से है। कॉलेज में 3100 विद्यार्थी विज्ञान, वाणिज्य और कला विषय में पढ़ाई करते हैं। इनको पढ़ाने के लिए मात्र 10 प्रोफ़ेसर हैं। ङ्क्षहदी से एक, वाणिज्य से एक, अर्थशास्त्र से दो, राजनीतिक विज्ञान से दो, पाली से एक, वनस्पति विज्ञान से एक, जंतु विज्ञान से एक, रसायन विज्ञान से एक शिक्षक हैं। गणित और भौतिक में एक भी शिक्षक नहीं है।

दस प्रत्याशी मैदान में

जदयू : सुदर्शन कुमार

कांग्रेस : गजानंद शाही

एनसीपी : नवीन कुमार

लोजपा : मधुकर

राजपा : गोपाल कुमार

रालोसपा : मृत्युंजय कुमार

निर्दलीय : राजेंद्र प्रसाद, राकेश रंजन, दीपक शर्मा, आजम खान

वर्ष 2015 चुनाव

जीत

कांग्रेस से सुदर्शन कुमार

हार

रालोसपा के शिव कुमार

वोटिंग : 54.53 फीसद

वर्ष 2010

जीत

जेडीयू के गजानंद सिंह

प्राप्त वोट 24136

हार

कांग्रेस के अशोक चौधरी

प्राप्त वोट 21089

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