Bihar Election 1st Phase Voting: पहले चरण का थमा प्रचार, 71 सीटों पर होगा मतदान; आठ मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
Bihar Election 1st Phase Voting पहले मुकाबले के लिए सभी तैयार। 28 अक्टूबर को होगी पहले चरण की वोटिंग । 71 सीटों पर होगा मतदान । कोराेना काल का पहला मतदान होगा देश भर की निगाहें टिकी। 1064 प्रत्याशियों की किस्मत का होगा फैसला 08 मंत्री भी मैदान में ।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Election 1st Phase Voting: पहले चरण के रण के लिए बिहार तैयार है। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान होना है। सोमवार को प्रचार का अंतिम दिन था। सोमवार को पांच बजे से चुनाव प्रचार थम गया। इसके बाद प्रत्याशी घर-घर जनसंपर्क करेंगे। इस दौर में 71 सीटों पर 1064 प्रत्याशी अपनी किस्मत जनता जनार्दन की अदालत में आजमा रहे हैं। अंतिम दिन प्रत्याशियों और उनके स्टार प्रचारकों ने पूरी ताकत झोंक दी। इस चुनाव पर देश भर की निगाहें हैं, क्योंकि कोरोना के दौरान किसी आम चुनाव के लिए यह पहला मतदान होगा। 26 से 28 अक्टूबर के 04:00 बजे अपराह्न तक एक साथ बड़ी संख्या में राजनीतिक एसएमएस भेजने पर भी रोक लग गई है।
सबसे दिलचस्प मुकाबला इमामगंज और मोकामा में
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार एवं शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा समेत राज्य सरकार के आठ मंत्रियों की परीक्षा होनी है। सबसे दिलचस्प मुकाबला इमामगंज सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी के बीच होना है। मांझी अपनी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और चौधरी राजद के टिकट पर मैदान में हैं। बाहुबली नेता एवं मोकामा से राजद प्रत्याशी अनंत सिंह, लोजपा से इस्तीफा देकर तरारी सीट से निर्दलीय लड़ रहे सुनील पांडेय का दम भी देखा जाएगा।
आठ मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर
पहले चरण में जिन अन्य मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है, उनमें शैलेश कुमार, जय कुमार सिंह, संतोष कुमार निराला, रामनारायण मंडल, विजय कुमार सिन्हा एवं बृजकिशोर बिंद हैं। इस चरण में 375 प्रत्याशी करोड़पति हैं। यानी प्रत्येक तीसरा प्रत्याशी करोड़पति है। इनमें सबसे ज्यादा 41 में से 39 प्रत्याशी राजद के हैं। अनंत सिंह सबसे अमीर हैं। उनके पास 68 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।
निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई
मतदान को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई हैं। सभी क्षेत्रों में दिनांक 26 से 28 अक्टूबर के 04:00 बजे अपराह्न तक राजनीतिक प्रकृति के बल्क एसएमएस पर प्रेषण पर प्रतिबंध लगाया गया है। यदि प्रतिबंधित अवधि में किसी भी व्यक्ति द्वारा इसका उल्लंघन किया जाता है, तो उनके विरूद्ध निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जा रही है।