Bihar Chunav 2020: दूसरे दौर में भाजपा-राजद के बीच सबसे बड़ा मुकाबला, जानें किन सीटों पर अटकीं सांसें

Bihar Chunav 2020 बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 94 में से 28 सीटों पर भाजपा की राजद से सीधी भिड़ंत है। जदयू के भी बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी है। वीआइपी के लिए करो या मरो की स्थिति है। जानिए किस सीट पर कौन है चुनौती

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 08:31 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 04:14 PM (IST)
Bihar Chunav 2020: दूसरे दौर में भाजपा-राजद के बीच सबसे बड़ा मुकाबला, जानें किन सीटों पर अटकीं सांसें
दूसरे चरण में कांटे की टक्‍कर, सांकेतिक तस्‍वीर ।

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Chunav 2020: सीट बंटवारे के फाॅर्मूले के मुताबिक भाजपा की तुलना में जदयू बेशक बड़ा भाई है, लेकिन दूसरे चरण की लड़ाई में छोटे भाई को बड़ी भूमिका निभानी है। प्रबल प्रतिद्वंद्वी राजद के साथ सबसे ज्यादा 94 में से 28 सीटों पर भाजपा की ही सीधी भिड़ंत है। 2015 में राजद के साथ गठबंधन करके भाजपा से मुकाबला करने वाले जदयू को इस बार 24 सीटों पर राजद से निपटना है।

दोस्‍त बने दुश्‍मन

पिछले पांच वर्षों में प्रदेश के राजनीतिक माहौल में तब्दीली आई है। दोस्त और दुश्मन बदले हैं तो वोटों का समीकरण भी बदल गया है। पहले के दोस्त अब दुश्मन बन गए हैं। भाजपा नेता एवं मंत्री राणा रणधीर ने पिछली बार मधुबन सीट से जदयू के शिवाजी राय को हराया था। अबकी उनके सामने राजद के मदन साह हैं। भाजपा के चर्चित नेता मिथिलेश तिवारी भी बैकुंठपुर से जदयू को हराकर विधायक बने थे। अबकी उनकी लड़ाई भी राजद से है। राघोपुर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सामने भाजपा ने पुराने प्रत्याशी सतीश राय को ही आजमाया है। उजियारपुर में राजद के वरिष्ठ नेता आलोक मेहता के सामने भाजपा ने अबकी नया प्रत्याशी शील कुमार राय को उतारा है। 2015 में यह सीट रालोसपा के पास थी।

जदयू के वरिष्‍ठ नेताओं की साख भी दांव पर

भाजपा की तुलना में दूसरे दौर में कम सीटें होने के बावजूद जदयू के सामने बड़ी चुनौती है। उसके कई शीर्ष और चर्चित नेता की साख दांव पर है। हथुआ में मंत्री रामसेवक सिंह राजद के राजेश कुशवाहा से घिरे हैं तो परसा में चंद्रिका राय राजद के छोटेलाल राय से। सबसे बड़ी जिम्मेवारी हसनपुर में राजकुमार राय पर है, जिनके सामने राजद के तेजप्रताप यादव हैं। महनार में उमेश कुशवाहा पर राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रामा सिंह की पत्नी वीणा सिंह को परास्त करने का जिम्मा है। दरभंगा ग्रामीण में राजद से खेमा बदलकर गए जदयू के फराज फातमी से राजद के ललित यादव की टक्कर है।

12-12 सीटों पर कांग्रेस से आमना-सामना

तीसरे चरण की 24 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। पंजा से मुकाबले के लिए भाजपा और जदयू ने मिलकर 12-12 सीटें बांटी है। कांग्रेस के लिए बेगूसराय, बांकीपुर, भागलपुर और पटना साहिब की सीट अति महत्वपूर्ण है। बांकीपुर में भाजपा के नितिन नवीन के सामने कांग्रेस के शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा हैं। बेगूसराय में अमिता भूषण को भाजपा के कुंदन सिंह से चुनौती मिल रही है तो भागलपुर में कांग्र्रेस के अजित शर्मा से भाजपा के रोहित पांडेय। पटना साहिब में मंत्री एवं भाजपा नेता नंद किशोर यादव के सामने कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा हैं। दो सीटों पर जदयू बनाम कांग्रेस की लड़ाई पर भी सबकी नजर होगी। नालंदा में मंत्री श्रवण कुमार के सामने गुंजन पटेल हैं। कुचायकोट का बैटल फील्ड काली पांडेय के चलते चर्चा में है। बाहुबली काली पांडेय का बॉलीवुड तक नाम है। अबकी कांग्रेस से मैदान में हैं। जदयू ने उनके सामने अमरेंद्र पांडेय को उतारा है।

सहनी के लिए अस्तित्व की लड़ाई

राजग की नई सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) की इस दौर में पांच सीटें हैं। मुकेश सहनी को सभी पांच सीटों पर राजद से ही भिडऩा है, जिसे चुनाव की अधिसूचना जारी होने के मात्र कुछ दिन पहले ही वह छोड़ आए हैं। बनियापुर में पूर्व मंत्री एवं राजद प्रत्याशी राम विचार राय को वीआइपी के राजू सिंह से टक्कर है। वामदलों की आधी सीटें भी इसी चरण में हैं। माकपा की तो संपूर्ण परीक्षा है। महागठबंधन में उसे चार सीटें मिली हैं। सबके सब इसी दौर में हैं। 

कितनी सीटों पर किससे किसकी भिड़ंत भाजपा बनाम राजद -28 भाजपा बनाम कांग्रेस -12 भाजपा बनाम भाकपा - 3 भाजपा बनाम माले - 3 वीआइपी बनाम राजद - 5 जदयू बनाम राजद - 24 जदयू बनाम कांग्रेस - 12 जदयू बनाम माले - 3 जदयू बनाम माकपा - 3 जदयू बनाम भाकपा - 1

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