Sikandra Election 2020: सिकंदरा का कौन बनेगा 'सिकंदर', 15 प्रत्‍याशी हैं यहां चुनाव मैदान में

Sikandra Election News 2020 सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र से 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यहां महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार सुधीर कुमार हम के उम्मीदवार प्रफुल्ल कुमार मांझी लोजपा के रवि शंकर पासवान के बीच मुकावाला रहा। यहां निर्दलीय सभाष चन्द्र बोस भी चुनौती देते दिखे।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 10:58 AM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 08:05 PM (IST)
Sikandra Election 2020: सिकंदरा का कौन बनेगा 'सिकंदर', 15 प्रत्‍याशी हैं यहां चुनाव मैदान में
सिकंदरा विधानसभा 2020 : कांग्रेस उम्मीदवार सुधीर कुमार, हम उम्मीदवार प्रफुल्ल कुमार मांझी और लोजपा के रवि शंकर पासवान

जमुई, जेएनएन। Bihar Assembly Election 2020 :  Sikandra Election News 2020: सिकंदरा का 'सिकंदर' कौन बनेगा इसका फैसला प्रथम चरण के मतदान में 60 फीसद मतदाताओं ने कर दिया है।

यहां कांग्रेस विधायक के पांच वर्ष के कार्यकाल का लेखाजोखा और बाहरी बनाम स्थानीय का मुद्दा सिर चढ़कर बोल रहा है। मुद्दे तो और भी कई हैं लेकिन उन मुद्दों दोनों गठबंधनों के प्रत्याशी के व्यक्तित्व और कृतित्व का मुद्दा फिलहाल भारी नजर आया।

एनडीए उम्मीदवार के बाहरी होने को विरोधी हवा दे रहे हैं और महागठबंधन उम्मीदवार के साथ एंटी इनकंबैंसी फैक्टर काम कर रहा है। उन्हें राजद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। यहां लोजपा के बागी सुभाष चंद्र बोस और उनके समर्थक खुद के लिए उम्मीद देख रहे हैं। दूसरी ओर जदयू के बागी सिंह कुमार पासवान को भी अपने पुराने साथियों और समर्थकों पर भरोसा रहा। इस हिसाब से अभी तक चतुष्कोणीय मुकाबले का सीन देखा गया। इसके अलावे लोजपा, रालोसपा और निर्दलीय आईपी गुप्ता का भी कोण बनाते नजर आए। ये तीनों को जोड़ दें तो मुकाबला सप्तकोणीय भी कहा जा सकता  है।

1995 और 2000 का विधानसभा चुनाव छोड़ दें तो हमेशा ही लड़ाई आमने-सामने की रही है। सिकंदरा विधानसभा के पिछले चुनावों में नरेंद्र सिंह का फैक्टर अहम होता रहा है। 2009 में परिसीमन के बाद खैरा का 12 पंचायत सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र का जब से हिस्सा हुआ है तब से सिकंदरा के चुनाव में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह की मजबूत दखल रही है। पिछले चुनाव में भी लोजपा प्रत्याशी की हार और बंटी की जीत का कारण नरेंद्र ही बने थे। इस चुनाव में उन्होंने भी अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है। मतदाताओं के साथ-साथ उम्मीदवारों एवं राजनीतिक प्रेक्षकों की भी निगाहें पकरी दरबार की ओर टिकी रही। वैसे पकरी दरबार फिलहाल अपने बेटों का बेड़ापार करने में जोर लगाए दिखे।

 महागठबंधन और एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में  किसी बड़े नेता का आगमन नहीं हुआ है।

288358 मतदाता करेंगे भाग्य का फैसला

सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र से कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यहां महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी, एनडीए से हम के उम्मीदवार प्रफुल्ल कुमार मांझी, लोजपा के रवि शंकर पासवान, रालोसपा के नंदलाल रविदास, आम जनमत पार्टी के ब्रह्मदेव आनंद पासवान, भारतीय सब लोग पार्टी के रेवा रविदास जनतांत्रिक लोकहित पार्टी के राजकुमार पासवान, जदयू के बागी निर्दलीय सिंधु कुमार पासवान, पूर्व मंत्री रामेश्वर पासवान, जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष शिव शंकर चौधरी, शिवबालक पासवान, ईं आई पी गुप्ता, धर्मेंद्र पासवान उर्फ गुरुजी, सुभाष पासवान एवं विष्णुप्रिया मैदान में मतदाताओं से आशीर्वाद मांगा।

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