Brahampur Election 2020 : बक्सर की ब्रह्मपुर सीट पर चुनावी मुकाबले से पहली बार गायब है BJP, यहां VIP, RJD व LJP में टक्कर
Brahampur Election News 2020 बक्सर जिले की ब्रह्मपुर विधानसभा सीट पर इस बार राजद एनडीए की सहयोगी पार्टी वीआइपी और लोजपा के प्रत्याशी प्रमुख तौर पर किस्मत आजमा रहे हैं। यूं तो इस सीट से उम्मीदवारों की संख्या 14 है। यह इलाका आरा से सटा है।
बक्सर, जेएनएन। Brahampur Election News 2020 : जिले के अंतर्गत आने वाला महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इस क्षेत्र के लोगों का प्रमुख पेशा कृषि है। हालांकि, दियारा क्षेत्र में खेती करना आसान नहीं है और कृषकों की तमाम अपनी मुश्किलें हैं। इस सीट से इस बार कुल 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। सबसे खास बात यह है कि करीब 40 साल के दौरान पहली बार यहां भाजपा का कोई उम्मीदवार नहीं है। भाजपा यहां लगातार मुकाबले में रही है, लेकिन जीत केवल दो बार 2010 और 1990 में ही सफलता मिली है। इस बार भाजपा ने यह सीट गठबंधन की नई सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) को दे दी है। वीआइपी के उम्मीदवार जयराज चौधरी, राजद के प्रत्याशी और वर्तमान विधायक शंभू नाथ सिंह यादव को चुनौती दे रहे हैं। इस सीट पर कभी जदयू के विधान पार्षद रहे हुलास पांडेय इस बार लोजपा की ओर से चुनाव मैदान में हैं। वह पीरो के पूर्व विधायक सुनील पांडेय उर्फ नरेंद्र पांडेय के भाई है।
क्षेत्र का परिचय
ब्रह्मपुर विधानसभा सीट का इलाका बक्सर जिले की पूर्वी सीमा से जुड़ा है। इसके बाद भोजपुर यानी आरा जिले की सीमा शुरू हो जाती है। इसके एक तरफ गंगा बहती है, जिसके पार उत्तरप्रदेश का बलिया जिला है। वैसे बलिया जिले के कुछ गांव गंगा के इस पार भी पड़ते हैं। ब्रह्मपुर प्रखंड मुख्यालय भी है, जहां भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां दूर-दराज से लोग दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। सावन में और महाशिवरात्रि के मौके पर यहां बड़ा मेला लगता है। रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन यहां से काफी नजदीक है। 1951 में हुए यहां पहले चुनाव में कांग्रेस के लल्लन सिंह विधायक बने थे। 2015 में यहां आरजेडी के शंभूनाथ सिंह यादव विधायक बने।
प्रमुख प्रत्याशी
1. जयराज चौधरी, विकासशील इंसान पार्टी
2. शंभू नाथ सिंह यादव, राजद
3. हुलास पांडेय, लोजपा
प्रमुख तथ्य
कुल मतदाता- 3,33,331
पुरुष मतदाता- 1,80,434
महिला मतदाता- 1,56,896
थर्ड जेंडर- 01
कुल मतदान केंद्र- 382
प्रमुख मुद्दे
1. स्वास्थ्य- गांवों की कौन कहे प्रखंड मुख्यालय के अस्पताल में भी बुनियादी सुविधाएं मौजूद नहीं हैं।
2. सिंचाई- इलाके के कृषक काफी परेशान हैं। उन्हें बाढ़ और सूखा दोनों का सामना करना पड़ता है।
3. सड़क- पुराना भोजपुर से गंगौली, डुमरी से चक्की, नियाजीपुर से बड़का राजपुर, छोटका राजपुर से केशापुर जैसी तमाम सड़कों की हालत बेहद खराब है।
4. पेयजल- यह आर्सेनिक प्रभावित इलाका है। शुद्ध पेयजल इलाके के लोगों के लिए सपना है।
5. शिक्षा- क्षेत्र में तकनीकी शिक्षण संस्थानों का घोर अभाव है।
वर्ष- कौन जीता- कौन हारा
2015- शभू नाथ यादव, राजद- विवेक ठाकुर, भाजपा
2010- दिलमणि देवी, भाजपा- अजीत चौधरी, राजद
अक्टूबर 2005- अजीत चौधरी, राजद- विवेक ठाकुर, भाजपा
फरवरी 2005- अजीत चौधरी, राजद- नर्वदेश्वर तिवारी, भाजपा