Bihar Election 2020: Ex DGP गुप्‍तेश्‍वर पांडे्य के बक्‍सर से चुनाव लड़ने की चर्चा पर केंद्रीय मंत्री अश्‍विनी चौबे ने कहा यह हवा कहां से चली

Bihar Assembly Election 2020 चुनाव में ध्यान खींच रहा बक्सर का युद्ध । गुप्तेश्वर पांडेय के बक्सर से चुनाव लडऩे की चर्चा पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने किया स्पष्ट किया। बक्सर तो भाजपा का है दूसरे दल के प्रत्याशी की बात कहां से चली

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 04:31 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 04:31 PM (IST)
Bihar Election 2020:  Ex DGP गुप्‍तेश्‍वर पांडे्य के बक्‍सर से चुनाव लड़ने की चर्चा पर केंद्रीय मंत्री अश्‍विनी चौबे ने कहा यह हवा कहां से चली
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडे्य की फाइल फोटो।

पटना/ बक्‍सर, जेएनएन।  Bihar Assembly Election  : बक्सर विधान सभा की सीट (Buxer Constituency Assembly)  इन दिनों चर्चा में है। बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (Ex DGP) गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey)  के वीआरएस (Voluntary Retirement)  लेकर चुनावी मैदान में उतरने की खबर आई तो कहा गया है कि वह बक्सर से जदयू के उम्मीदवार हो सकते हैं। इसपर बिहार में राजनीतिक गरमा गई है। दरअसल, बक्‍सर की सीट वर्तमान में भाजपा के पास है। बक्‍सर के सांसद व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि बक्‍सर भाजपा की परंपरागत सीट है। इस पर अन्‍य दल के प्रत्‍याशी के चुनाव लड़ने की बात कहां से चली है ।

बक्‍सर से पूर्व डीजीपी के चुनाव लड़ने की बात हवा में

 बक्सर के सांसद व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को दैनिक जागरण को बताया कि बक्सर सदर भाजपा की परंपरागत सीट है। गठबंधन में शामिल हर दल अपने कुछ ऐसी खास सीट को लेकर आश्वस्त रहते हैं। उन्होंने कहा कि यहां से भाजपा में कई योग्य उम्मीदवार हैं और पार्टी उन्हीं में से अपना प्रत्याशी तय करेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें यह नहीं पता कि एनडीए के किसी अन्य दल के यहां से चुनाव लडऩे की बात कहां से आई, लेकिन यह इतना जरूर बता सकते हैं कि यह हवा में है। उन्होंने कहा कि एनडीए की कोर कमेटी की बैठक में यह तय होता है कि कौन दल कहां से चुनाव लड़ेगा, यह बैठक अगले कुछ दिनों में होने वाली है।

सीट पर दबाव की राजनीति जारी है

राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में तालमेल और सीटों के बंटवारे को लेकर कोर कमेटी (Core committee)  की बैठक अगले दो-तीन दिनों में हो सकती है, लेकिन सीटों पर दबाव की राजनीति पिछले कई दिनों से जारी है। खासतौर पर बक्सर सदर सीट को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। जब से गुप्तेश्वर पांडेय ने डीजीपी का पद छोड़ा है, तब से कुछ जगहों पर संभावना जताई जा रही है कि वे जदयू से इसी सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं। इसके बाद से चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।

वक्‍त आने पर सब पता चल जाएगा

दरअसल, गठबंधन की सीट अभी तय नहीं होने रोज क्षेत्र में नया शिगूफा छोड़ा जा रहा है। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा भी लिया जा रहा है। यही वजह है कि जिन सीटों पर जदयू काबिज है, वहां भी भाजपा और लोजपा के नेता अपने दो-चार समर्थकों के साथ इलाके की खाक छान रहे हैं। वहीं, बक्सर के जदयू जिलाध्यक्ष ने यह बयान दे दिया कि बक्सर सदर सीट पर उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी। इस बयान में उनका इशारा पूर्व डीजीपी की ओर था। हालांकि, अब वे इस संबंध में कोई बात नहीं कहना चाहते और इतना ही कह रहे हैं कि वक्त आने पर सब पता चल जाएगा।

महागठबंधन में भी रार

सीट की गुत्थी महागठबंधन में भी सुलझाना आसान नहीं है। पिछले चुनाव में महागठबंधन में जदयू शामिल था और कांग्रेस को जिले के चार में से एक बक्सर सदर सीट मिली थी। दो सीटों पर जदयू और एक पर राजद ने चुनाव लड़ा था। इस बार जदयू महागठबंधन में नहीं है, ऐसे में कांग्रेस कम से कम  सीटों पर अपनी दावेदारी ठोंक रही है। इनमें एक सीट बक्सर सदर की तो है ही, दूसरा सीट कौन होगा, इसके पत्ते पार्टी नहीं खोल रही है।

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