गृह मंत्री शाह ने निर्वाचन आयोग से असम ईवीएम विवाद मामले की छानबीन करने की अपील की, जानें क्या कहा
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने असम में भाजपा प्रत्याशी की पत्नी के नाम रजिस्टर्ड वाहन में ईवीएम ले जाने को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद निर्वाचन आयोग से मामले की जांच करने की गुजारिश की है।
करीमगंज/गुवाहाटी/नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने असम में भाजपा प्रत्याशी की पत्नी के नाम रजिस्टर्ड वाहन में ईवीएम ले जाने को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद निर्वाचन आयोग से मामले की जांच करने की गुजारिश की है। गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि निर्वाचन आयोग को असम में भाजपा प्रत्याशी की कार में ईवीएम मिलने के मामले की जांच करनी चाहिए। इसमें जो भी जिम्मेदार पाया जाए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
मालूम हो कि असम के करीमगंज जिले में गुरुवार रात को उस समय हिंसा हुई जब भीड़ ने भाजपा प्रत्याशी की कार का इस्तेमाल मतदान के बाद ईवीएम को स्ट्रांग रूप पहुंचाने के लिए होते हुए देखा। हालात इतने खराब हो गए कि उसको काबू में करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी। इस घटना ने शुक्रवार को बड़े विवाद की शक्ल अख्तियार कर ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने संबंधित मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी के अलावा तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
यही नहीं आयोग ने संबंधित बूथ पर दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया है। कांग्रेस और एआईयूडीएफ (AIUDF) ने ईवीएम चोरी का आरोप लगाया। एक अधिकारी ने बताया कि रतबाड़ी विधानसभा सीट के मतदान केंद्र संख्या 149 इंदिरा एमवी स्कूल पर तैनात मतदान दल वोटिंग के बाद ईवीएम जमा कराने करीमगंज आ रहे थे। इसी दौरान उनका वाहन खराब हो गया। मतदान दल ने एक निजी वाहन में लिफ्ट लिया जो पाथरकांडी से भाजपा के मौजूदा विधायक कृष्णेंदु पॉल की पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड था।
अधिकारियों के मुताबिक जब वाहन नीमल बाजार इलाके में पहुंचा तो कुछ लोगों को देखा। भीड़ में कथित तौर पर अधिकतर एआईयूडीएफ और कांग्रेस समर्थक थे। उन्होंने छेड़छाड़ करने के इरादे से ईवीएम को ले जाने का आरोप लगाया। बाद में भीड़ ने वाहन में तोड़फोड़ की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक तुरंत मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने की कोशिश की लेकिन हंगामा बढ़ता देख भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी।