आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार करने वालों के लिए बना एयरपोर्ट पर लाउंज
कोरोना के नए वैरिएंट का पता चलने के बाद बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) पर जोखिम श्रेणी वाले देशों में शामिल दक्षिण अफ्रीका हांगकांग व बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों के लिए विशेष लाउंज तैयार किया गया है।
फोटो नंबर 30 यूटीएम 18 जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : कोरोना के नए वैरिएंट का पता चलने के बाद बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) पर जोखिम श्रेणी वाले देशों में शामिल दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग व बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों के लिए विशेष लाउंज तैयार किया गया है। कोविड प्रोटोकाल को देखते हुए तैयार किए गए इस लाउंज में एक बार में करीब 1,500 यात्री रुक सकते हैं। इन तीन देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट के टर्मिनल से तब तक बाहर निकलने या किसी अन्य कनेक्टिंग फ्लाइट लेने की इजाजत नहीं है, जब तक कि उनका टर्मिनल पर किए जाने वाले आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट का नतीजा निगेटिव न हो। निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही यात्री बाहर निकल सकते हैं या कनेक्टिंग फ्लाइट ले सकते हैं। वहीं पाजिटिव रिपोर्ट के आने पर यात्री को 14 दिनों के अनिवार्य इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाएगा। टर्मिनल-तीन पर तैयार किए गए लाउंज को आइजीआइ एयरपोर्ट की आपरेटर डायल द्वारा तैयार किया गया है। यहां सामान्य तौर पर आरटीपीआर के लिए यात्रियों से सैंपल लेने के बाद नतीजे आने में छह घंटे का समय लग सकता है। जांच के लिए टर्मिनल-तीन के सामने बहुमंजिला कार पार्किंग में लैब बनाई गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के नए आदेश के बाद से जांच किए जाने वाले यात्रियों की संख्या में अचानक से बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में वे यात्री इस लाउंज में रुक सकेंगे। इस लाउंज को कोविड गाइड लाइन को देखते हुए तैयार किया गया है। यात्री इस दौरान लाउंज में ठहरने के साथ ही उस दौरान स्नैक्स भी ले सकेंगे।