व्यापारी लाकडाउन के बजाय अन्य विकल्पों को अपनाने के पक्ष में

-कैट के आनलाइन सर्वे में 83.60 फीसद लोगों ने कहा कि लाकडाउन से व्यापारिक गतिविधियां प्रभाि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 09:25 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 09:25 PM (IST)
व्यापारी लाकडाउन के बजाय अन्य विकल्पों को अपनाने के पक्ष में
व्यापारी लाकडाउन के बजाय अन्य विकल्पों को अपनाने के पक्ष में

-कैट के आनलाइन सर्वे में 83.60 फीसद लोगों ने कहा कि लाकडाउन से व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित होंगी

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली समेत अन्य कई राज्यों में रात्रि क‌र्फ्यू व लाकडाउन जैसे कदमों के बीच देशभर के व्यापारियों ने इसकी जगह अन्य विकल्पों को अपनाने पर जोर दिया है। कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की और से नौ अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच कराए गए आनलाइन सर्वे में व्यापारियों ने रात्रि क‌र्फ्यू और लाकडाउन को व्यापार के लिए एक बड़ी विपरीत परिस्थिति मानते हुए कहा है कि इनके स्थान पर सरकार अन्य कोई प्रभावी रास्ता अपनाएं जिससे न केवल संक्रमण पर काबू पाया जा सके बल्कि व्यापार और अर्थव्यवस्था भी चलती रहे। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि इस सर्वे में दिल्ली व देश के अन्य प्रांतों के 8,277 व्यापारियों ने भाग लेकर अपनी राय व्यक्त की है। सर्वे में कोविड व इसपर रोकथाम को लेकर कुल आठ सवाल पूछे गए थे जिनका स्पष्ट उत्तर सर्वे में भाग ेने वाले लोगों ने दिया है। खंडेलवाल ने बताया की सर्वे में 83.60 फीसद लोगों ने माना है कि लाकडाउन से व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित होंगी। वहीं, एक अन्य सवाल के उत्तर में 77.80 फीसद लोगो ने कहा कि बाजारों, सरकारी व अन्य कार्यालयों के समय में परिवर्तन कर कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकती है। 83.40 फीसद लोगों ने कहा कि दुकाने बंद करना कोरोना संक्रमण का समाधान नहीं है। सर्वे में 94.10 फीसद लोगों ने कहा कि यदि संक्रमण रोकने के लिए लागू दिशानिर्देशों को सख्ती से अपनाया जाएं तो नियंत्रण भी हो सकता है और व्यापार भी जारी रखा जा सकता है।

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