एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर बनाते थे शिकार, दो गिरफ्तार

नांगलोई थाना पुलिस ने कार्ड क्लोन कर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के निशाने पर बुजुर्ग व महिलाएं अधिक होती थी। बदमाशों ने कार्ड क्लोन करने का तरीका यूट्यूब पर सीखा था। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने चीन निर्मित स्किमर मशीन मोबाइल व चाकू बरामद किया है। आरोपितों की पहचान जॉनी व रोहित के रूप में हुई। दोनों आरोपित हरियाणा स्थित हिसार के रहने वाले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 08:13 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 08:13 PM (IST)
एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर बनाते थे शिकार, दो गिरफ्तार
एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर बनाते थे शिकार, दो गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : नांगलोई थाना पुलिस ने कार्ड क्लोन कर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के निशाने पर बुजुर्ग व महिलाएं अधिक होती थी। बदमाशों ने कार्ड क्लोन करने का तरीका यूट्यूब पर सीखा था। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने चीन निर्मित स्किमर मशीन, मोबाइल व चाकू बरामद किया है। आरोपितों की पहचान जॉनी व रोहित के रूप में हुई। दोनों आरोपित हरियाणा स्थित हिसार के रहने वाले हैं।

बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त डॉ. ए कौन ने बताया कि क्षेत्र में अनेक जगहों से लोगों ने एटीएम कार्ड से जुड़े ठगी की शिकायत पिछले दिनों दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर विपिन कुमार को लेकर टीम बनाई गई। एसीपी आनंद सागर की देखरेख व एसएचओ वीएन झा के नेतृत्व में गठित टीम ने ठगी के मामलों की छानबीन शुरू की। छानबीन के दौरान ही इन्होंने जॉनी व रोहित को दबोच लिया। इनके कब्जे से पुलिस ने दो चाकू, दो एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड क्लोन करने वाली मशीन बरामद की। पूछताछ में आरोपितों ने पुलिस को बताया कि एटीएम कार्ड क्लोन कर ठगी के सात मामले अंजाम दिए हैं। ये दिल्ली के अलावा हरियाणा में भी वारदात को अंजाम देते थे। वे अलग-अलग एटीएम बूथ जाते थे और जहां गार्ड नहीं होता था, वहां महिलाओं व बुजुर्ग जो पैसे निकालने आते थे, उनकी मदद करने की बात कहते थे। इसी दौरान वे स्किमर मशीन का इस्तेमाल कर एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर लेते थे। क्या होता है स्किमर मशीन

एटीएम में जिस जगह आप कार्ड स्वाइप करते हैं, वहां के खांचे में बिल्कुल उसी आकार का बना स्किमर मशीन लगा दिया जाता था। आप जैसे ही कार्ड स्वाइप करते हैं, स्किमर के माध्यम से कार्ड की सारी जानकारी मशीन में दर्ज हो जाती है। इन जानकारियों को बाद में कंप्यूटर पर डाउनलोड कर कार्ड का क्लोन तैयार किया जाता है, जिसका इस्तेमाल ठग आपके खाते से पैसे निकालने में करते हैं। ध्यान रहे कि स्किमर मशीन लगने के बाद स्वाइप करने वाली जगह का आकार मूल आकार से थोड़ा अलग हो जाता है। ऐसे में यह जरूरी है कि कार्ड स्वाइप करने से पहले एक बार मशीन को ध्यान से देखें। संदेह होने पर कस्टमर केयर को इसकी जानकारी अवश्य दें।

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