जहां से फैलना शुरू हुआ था कोरोना, उसी इलाके में पहुंची वैक्सीन की खेप

राजधानी में कोरोना ने एक वक्त ऐसा भी दिखाया है जब दिलशाद गार्डन का नाम आते ही लोग सहम जाते थे। कोरोना संक्रमण के चलते यह दिल्ली का सबसे बड़ा हाट स्पाट था।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 08:01 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 08:01 PM (IST)
जहां से फैलना शुरू हुआ था कोरोना, उसी इलाके में पहुंची वैक्सीन की खेप
जहां से फैलना शुरू हुआ था कोरोना, उसी इलाके में पहुंची वैक्सीन की खेप

शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली :

राजधानी में कोरोना ने एक वक्त ऐसा भी दिखाया है जब दिलशाद गार्डन का नाम आते ही लोग सहम जाते थे। कोरोना संक्रमण के चलते यह दिल्ली का सबसे बड़ा हाट स्पाट था। सऊदी अरब से लौटी कोरोना संक्रमित महिला के संपर्क में आए हुए नौ सौ लोगों को एक साथ क्वारंटाइन किया गया था। इसे वक्त का बदलना ही कहेंगे कि वैक्सीन उसी जगह पहुंची है, जहां से कोरोना का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था। वैक्सीन की खेप पहुंचने पर प्रशासन के अधिकारी भी गदगद हैं, साथ ही यहां के रहने वाले लोग डाक्टर व सरकार को वैक्सीन के लिए बधाई भी दे रहे हैं।

वैक्सीन पहुंचने से पहले ही शाहदरा जिला प्रशासन का पूरा अमला अस्पताल पहुंच गया था। अस्पताल में राज्य स्तर का सेंटर बनने से दिल्ली में जिले का दबदबा भी बड़ गया है। जिले के अधिकारियों को भी सेंटर में मोर्चा संभालने का मौका मिलेगा। जिलाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि प्रशासन 16 जनवरी को होने वाले वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह से तैयार है। वैक्सीन सेंटर में आ चुकी है, यहीं से सभी टीकाकरण केंद्रों पर जाएगी। कब जाएगी इसके बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं। सीमापुरी एसडीएम पंकज भटनागर ने कहा कि वो दिन आ गया है, जिसका सभी को इंतजार था। प्रशासन पूरी ताकत से स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कोरोना संक्रमण को खत्म करने में लगा हुआ है। इस मौके पर एसडीएम देवेंद्र शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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ऐसे चर्चा में आया था दिलशाद गार्डन दिलशाद गार्डन के एल पाकेट में रहने वाली एक महिला 10 मार्च को अपने बेटे के साथ सऊदी अरब से लौटी थीं। कुछ दिन बाद उनकी तबीयत खराब हो गई थी, उन्होंने पुरानी सीमापुरी में एक निजी क्लीनिक के डाक्टर को दिखाया। यह डाक्टर मोहनपुरी के मोहल्ला क्लीनिक में भी डाक्टर थे। महिला की तबीयत ठीक नहीं हुई तो वह कई अस्पतालों में गई, अंत में जीटीबी अस्पताल पहुंची। यहां के डाक्टरों को लगा कि महिला में कोरोना के लक्षण हैं, उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती करवाया, उनकी कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई। उनकी दोनों बेटियां भी कोरोना पाजिटिव मिलीं। जिस निजी क्लीनिक के डाक्टर ने सबसे पहले उनका इलाज किया था वह भी कोरोना संक्रमित मिले। इसके अलावा करीब सात और संक्रमित मिले। महिला सऊदी से आने के बाद 900 लोगों के संपर्क में आई थी, 25 मार्च को एल ब्लाक को पहला कंटेनमेंट जोन बनाया गया। इसके बाद जे एंड के ब्लाक, पुरानी सीमापुरी सहित 15 इलाकों को सील किया गया। करीब दो महीने तक इलाके सील रहे थे। लोगों को इलाके से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी।

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चलाया गया था आपरेशन शील्ड कोरोना की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार ने अप्रैल में दिलशाद गार्डन में आपरेशन शील्ड चलाया था। 123 मेडिकल टीमों का गठन किया गया था। 4032 घरों में रहने वाले 15 हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिग की गई थी। जिस व्यक्ति में कोरोना के संक्रमण मिले थे उन्हें होम क्वारंटाइन किया गया था। 14 मई को सरकार ने दिलशाद गार्डन को कोरोना मुक्त घोषित करते हुए इसे हाट स्पाट से बाहर कर दिया था।

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