भारत वंदना पार्क को विकसित करने के लिए शुरू हुई टेंडर की प्रक्रिया

पिछले साल 17 साल बाद 17 दिसंबर को भारत वंदना पार्क सुर्खियों में रहा। इस दिन गृहमंत्री अमित शाह ने नींव रखी थी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 11:07 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 11:07 PM (IST)
भारत वंदना पार्क को विकसित करने के लिए शुरू हुई टेंडर की प्रक्रिया
भारत वंदना पार्क को विकसित करने के लिए शुरू हुई टेंडर की प्रक्रिया

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : एक बार फिर से वंदना पार्क को विकसित करने को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। लॉकडाउन की समयसीमा खत्म होने के साथ इसका निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) और नेशनल बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) ने बैठकों के बाद पहली बार टेंडर की खामियों को दूर कर दोबारा से टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दूसरी बार टेंडर की प्रक्रिया को इसलिए शुरू करना पड़ रहा है, क्योंकि पहली बार में कोई टेंडर लेने में पुराने ठेकेदारों ने रूचि नहीं दिखाई। जो कोई नया ठेकेदार आना चाहता था उसे यह परियोजना समझ में नहीं आई।

पिछले वर्ष 17 दिसंबर को भारत वंदना पार्क के सुंदरीकरण के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी नींव रखी थी। वंदना पार्क के निर्माण के लिए इसी साल 20 फरवरी को टेंडर खोलने की आखिरी तारीख थी, लेकिन तब तक किसी ने भी इस पार्क के निर्माण में रुचि नहीं दिखाई और समय समाप्त हो गया। पहली बार टेंडर जारी होने के दौरान जो कमियां रह गई थी, उसे दूर किया जा रहा है। अधिकारी ऐसे ठेकेदार कंपनियों को टेंडर प्रक्रिया शुरू करने से पहले परियोजना को समझाने में भी जुटे हुए हैं।

द्वारका का भारत वंदना पार्क, दिल्ली विकास प्राधिकरण की बहुप्रतिक्षित योजनाओं में से एक है। द्वारका सेक्टर 20 स्थित 200 एकड़ क्षेत्र में फैले वंदना पार्क के निर्माण पर 524 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह 24 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। मास्टर प्लान के तहत भारत वंदना पार्क में 58 फीसद हरित क्षेत्र और 11 फीसद जलीय क्षेत्र होगा। पर्यावरण को दुरुस्त रखने के लिए यहां पर विभिन्न प्रजातियों के 9400 पौधे लगाए जाएंगे। ब्रशेल्स व बेल्जियम में मिनी यूरोप थीम पार्क के तर्ज पर मिनी इंडिया को दिखाना और एक ही स्थान पर देश व विभिन्न राज्यों की विविधतापूर्ण संस्कृति, कला विरासत, सांस्कृतिक मूल्यों को दिखाना उद्देश्य है। इसमें भारत के अलग-अलग राज्यों के विभिन्न ऐतिहासिक स्मारकों के लघु रूप होंगे। कुछ राज्यों के सुंदर पार्क, शिल्पकला बाजार और मिनी इंडिया नौका विहार इस हिस्से की अन्य विशेषताएं होंगी। केंद्रीय सरोवर इस पार्क का मुख्य आकर्षण होगा। सेक्टर-16 डी द्वारका में स्थित नजदीकी एसटीपी से बागवानी व झीलों के लिए उपचारित जल उपलब्ध कराया जाएगा। यहां से सीवर से निकले गंदे जल को उपचारित करने के लिए स्थल पर प्रत्येक 200 केएलडी की क्षमता वाले चार सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। साल भर में बहने वाले बरसाती पानी को एकत्र करने के लिए एक करोड़ लीटर की क्षमता के चार रेन वॉटर भूमिगत जल घर बनाया जाएगा। एकत्र किए गए इस जल का इस्तेमाल झीलों के लिए किया जाएगा। जो भारत वंदना पार्क के बीच में केंद्रीय सरोवर के नाम से जाना जाएगा। जहां पर संगीतमय फव्वारा होगा। यहां आने वालों को नौकायन की सुविधा मिलेगी। अगर जरूरत पड़ी तो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आइजीआइ) एयरपोर्ट पर गिरने वाले बारिश का जल भी भारत वंदना पार्क में लाया जाएगा।

दिल्ली विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता एके अग्रवाल के मुताबिक दोबारा से टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है इसके लिए एनबीसीसी ने पिछले दिनों प्रीव्यू मीटिग भी की थी।

डीडीए की सहायक आयुक्त पूनम दिवान ने कहा कि टेंडर की तिथि एनबीसीसी ही घोषित करेगी। एनबीसीसी के महाप्रबंधक अनुज गोयल ने भी कहा कि टेंडर की प्रक्रिया शुरू जरूर हो चुकी है। लेकिन टेंडर की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है।

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