पहले लगा, पड़े हैं चार शव, टार्च जलाया तो हिला बच्चा
स्वदेश कुमार पूर्वी दिल्ली मंडावली रेलवे लाइन पर बेटियों के साथ खुदकुशी करने वाली महिल
स्वदेश कुमार, पूर्वी दिल्ली
मंडावली रेलवे लाइन पर बेटियों के साथ खुदकुशी करने वाली महिला की मजबूरियों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है, लेकिन घटनास्थल के हालात को देखकर आरपीएफ के जवान भी सिहर उठे। दरअसल, सूचना मिली थी कि रेलवे लाइन पर हादसा हुआ है और वहां दो शव पड़े हैं। इस पर आनंद विहार रेलवे स्टेशन में तैनात आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर योगेश कुमार शौकीन अन्य जवानों के साथ मौके पर पहुंचे तो उन्हें लगा कि दो के बजाय चार शव हैं। आरपीएफ ने रेलवे पुलिस को इसकी सूचना दी। इसी दौरान एसआइ योगेश टार्च जलाकर देखने लगे। उन्होंने एक साल के बच्चे के मुंह पर भी टार्च की रोशनी मारी। उन्हें अहसास हुआ कि बच्चा हिला है। इसके बाद फिर से रोशनी मुंह पर मारी तो फिर वह थोड़ा सा हिला। एसआइ योगेश को यकीन हो गया कि यह जिंदा है। इसी दौरान एक जवान ने बच्चे को गोद में उठा लिया। यहां तक बच्चा बिल्कुल शांत था, लेकिन गोद में उठाते ही बच्चे ने पहले जवान की तरफ देखा और फिर रोने लगा। एक जवान ने बताया कि इसके बाद उसे हम लोग आरपीएफ स्टेशन में ले आए। यहां उसे पानी और जूस पीने के लिए दिया। तीन घंटे बाद उसे रेलवे पुलिस को सौंप दिया गया। जवानों ने बताया कि वहां शवों को देखकर हर कोई सिहर गया। देरी होती तो मासूम का बचना भी था मुश्किल
आरपीएफ जवानों ने बताया कि घटनास्थल को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि चारों एक साथ ट्रेन के आगे आ गए। बच्चा महिला की गोद में होगा और दो बेटियां साथ में खड़ी होंगी। ट्रेन से टकराने के बाद बच्चा मां की गोद से छिटक गया और उल्टे मुंह पटरी के बीच में पड़ा रहा। उसके पैर में चोट है, जो छिटकने की वजह से हो सकता है। जवानों ने बताया कि जब बच्चे को उठा रहे थे, तभी उसी पटरी पर दूसरी ट्रेन भी आ रही थी। अगर देरी होती तो वह ट्रेन भी बच्चे के ऊपर से गुजरती। बच्चे को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत ठीक है।