जनसंख्या नियंत्रण की जागरण की मुहिम से जुड़े विद्यार्थी
कोरोना महामारी के चलते सभी विद्यालय तो बंद हैं लेकिन घर पर रहते हुए विद्यार्थियों की ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई चालू है। इन दिनों स्कूल पढ़ाई-लिखाई के अलावा विद्यार्थियों के लिए कई प्रतियोगिताएं भी ऑनलाइन माध्यम से आयोजित करा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : कोरोना महामारी के चलते सभी विद्यालय तो बंद हैं, लेकिन घर पर रहते हुए विद्यार्थियों की ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई चालू है। इन दिनों स्कूल पढ़ाई-लिखाई के अलावा विद्यार्थियों के लिए कई प्रतियोगिताएं भी ऑनलाइन माध्यम से आयोजित करा रहे हैं। दैनिक जागरण ने रविवार को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों के लिए ई-प्रतियोगिता का आयोजन किया था। प्रतियोगिता में सोशल मीडिया के माध्यम से राजधानी के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस दौरान करीब 90 से ज्यादा प्रविष्टियां मिलीं। विद्यार्थियों ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर अपने विचारों को चित्रकला, पोस्टर, स्लोगन व निबंध के माध्यम से कागजों पर उकेरा।
विवेकानंद स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र अथर्व वर्मा ने इस प्रतियोगिता में कम जनसंख्या, फायदे अनेक विषय पर स्लोगन लिखकर बताया कि बढ़ती जनसंख्या विस्फोटक खतरे की तरह है। अगर इस समस्या को नहीं समझा गया तो सीमित संसाधनों के चलते प्रकृति का संतुलन बिगड़ जाएगा। वहीं, साई मेमोरियल गर्ल्स स्कूल की छात्रा चाहत ने चित्रकला के माध्यम से बताया कि बढ़ती जनसंख्या किस तरह से इस धरती के लिए नुकसानदेह है। वहीं, प्रतियोगिता में जिन विद्यार्थियों की बेहतर प्रविष्टि रही, उन्हें दैनिक जागरण की तरफ से ई-सर्टिफिकेट दिया गया।