'गुरु-शिष्य के संबंध' पर वक्ताओं ने रखे विचार

दक्षिणी पश्चिमी जिले की अध्यक्षता में दिल्ली अध्यापक परिषद द्वारा मंगलवार को गुरु वंदन कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन किया गया। जिसमें गुरु शिष्य के संबंध विषय पर लोगों ने अपने विचार रखे। गूगल मीट एप पर आयोजित इस कार्यक्रम में करीब 60 अध्यापक व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस दौरान दक्षिणी-पश्चिमी जिले के अध्यक्ष सुंदर सिंह परिहार मौजूद रहे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गुरु और शिष्य का रिश्ता समर्पण के आधार पर टिका होता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 08:07 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 08:07 PM (IST)
'गुरु-शिष्य के संबंध' पर वक्ताओं ने रखे विचार
'गुरु-शिष्य के संबंध' पर वक्ताओं ने रखे विचार

जासं, पश्चिमी दिल्ली : दक्षिणी पश्चिमी जिले की अध्यक्षता में दिल्ली अध्यापक परिषद की ओर से मंगलवार को गुरु वंदन कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन किया गया। जिसमें 'गुरु-शिष्य के संबंध' विषय पर लोगों ने अपने विचार रखे। गूगल मीट एप पर आयोजित इस कार्यक्रम में करीब 60 अध्यापक व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस दौरान दक्षिणी-पश्चिमी जिले के अध्यक्ष सुंदर सिंह परिहार मौजूद रहे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गुरु और शिष्य का रिश्ता समर्पण के आधार पर टिका होता है। जीवन-समर को पार करने के लिए गुरु रूपी सारथी का विशेष महत्व होता है। शिष्य के लिए तो गुरु साक्षात भगवान ही होता है। इस दौरान अजय, शरद, कृष्ण निर्मल, सुंदर सिंह परिहार, वेद प्रकाश, राजेंद्र गोयल, केआरके सिंह, ज्ञानेंद्र, विजय लक्ष्मी, सुनीता व सुरेन्द्र भी उपस्थित रहे।

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