मुकदमा दर्ज न करने पर एसआइ निलंबित, थानाध्यक्ष लाइन हाजिर

उत्तरी जिले के गुलाबी बाग थाना पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने में लापरवाही बरतने पर दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 07:27 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 01:05 AM (IST)
मुकदमा दर्ज न करने पर एसआइ निलंबित, थानाध्यक्ष लाइन हाजिर
मुकदमा दर्ज न करने पर एसआइ निलंबित, थानाध्यक्ष लाइन हाजिर

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली:

उत्तरी जिले के गुलाबी बाग थाना पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने में लापरवाही बरतने पर दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की गई है। लूटपाट के दौरान चाकू मार देने जैसी घटना के बावजूद गुलाबी बाग थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़ित से लिखवा लिया गया कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहता है। उपचार के दौरान पीड़ित की मृत्यु हो जाने पर पुलिस की लापरवाही की जानकारी पुलिस आयुक्त तक पहुंचने पर उन्होंने जांच अधिकारी एसआइ सोहनवीर को शुक्रवार को निलंबित कर दिया। साथ ही थानाध्यक्ष विमल कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया।

आयुक्त द्वारा की गई कार्रवाई से महकमे में हड़कंप में मच गया है। संयुक्त आयुक्त मध्य रेंज सुभाशीष चौधरी के मुताबिक घटना दस दिन पुरानी है। पेशे से इलेक्ट्रिशियन लाखन कुमार काम खत्म करने के बाद गुलाबी बाग स्थित घर पैदल जा रहा था। देर शाम चार बदमाशों ने उसे रोक कर लूटपाट शुरू कर दी। उसके पास मौजूद 1200 रुपये व मोबाइल लूट लिए गए। विरोध जताने पर एक बदमाश ने लाखन के पेट में चाकू मार उसे घायल कर दिया। पुलिस ने लाखन को बाड़ाहिदू राव अस्पताल में भर्ती करा दिया। थाना पुलिस का कहना है कि बयान दर्ज करने पर पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराने से मना कर दिया था। जिसपर जांच अधिकारी सोहनवीर ने पीड़ित से कार्रवाई न चाहने संबंधी पत्र लिखवा लिया। पत्र के आधार पर पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ काई कार्रवाई नहीं की।

दस दिन बाद इलाज के दौरान लाखन की मृत्यु हो जाने पर थाना पुलिस द्वारा की गई हीलाहवाली की जानकारी जब पुलिस आयुक्त को मिली तब शुक्रवार को लापरवाही बतरने वाले जांच अधिकारी को निलंबित व थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया।

बाद में पुलिस अधिकारी के निर्देश पर केस दर्ज कर तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। चौथा आरोपित नाबालिग है। उसकी तलाश की जा रही है।

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